जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में एक रहस्यमयी बीमारी ने लोगों के बीच भय और चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। जिले के बदहाल गांव में इसबीमारी का प्रकोप सात दिसंबर से जारी है, और अब तक इससे 17 लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों में ज्यादातर बच्चे और बुजुर्ग शामिल हैं।
मौतों का सिलसिला और गांव में मातम
गांव के निवासी मुहम्मद असलम के घर पर मातम का माहौल है। उनके छह बच्चे, मामा और मामी इस बीमारी का शिकार हो गए। पूरे परिवार में गमऔर भय का माहौल है। गांव के अन्य परिवार भी डरे हुए हैं क्योंकि बीमारी के कारण और लक्षण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाए हैं। स्थानीय लोगों नेबताया कि मौतों का सिलसिला अचानक शुरू हुआ, और कुछ ही दिनों में यह गंभीर रूप ले चुका है।
बीमारी के लक्षण और असर
रिपोर्ट्स के अनुसार, बीमारी के लक्षणों में तेज बुखार, कमजोरी, उल्टी और सांस लेने में तकलीफ शामिल हैं। कुछ मरीजों में न्यूरोलॉजिकल लक्षण भीदेखे गए हैं, जैसे चक्कर आना और बेहोशी। डॉक्टरों और स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, पीड़ितों की हालत इतनी तेजी से बिगड़ती है कि उन्हें बचानेका समय नहीं मिल पाता।
स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की प्रतिक्रिया
घटनाओं की गंभीरता को देखते हुए, स्थानीय प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग की टीमों को गांव में भेजा है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने क्षेत्र में सर्वेक्षण औरजांच अभियान शुरू किया है। मेडिकल टीमों ने बीमारी की वजह जानने के लिए प्रभावित लोगों के रक्त के नमूने और अन्य परीक्षण लिए हैं।
राजौरी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) ने कहा, “हमने प्राथमिक जांच शुरू कर दी है। यह स्पष्ट नहीं है कि यह बीमारी संक्रमण है, खाद्यविषाक्तता है, या किसी अन्य कारण से फैल रही है।” प्रशासन ने प्रभावित गांव के आसपास के क्षेत्रों में भी सतर्कता बरतने के आदेश दिए हैं।
अस्पतालों में आपातकालीन सेवाएं शुरू
राजौरी जिले के अस्पतालों में आपातकालीन सेवाएं शुरू कर दी गई हैं। स्वास्थ्य विभाग ने विशेष टीमें गठित की हैं जो हर मरीज की स्थिति पर नजररख रही हैं। मरीजों को तुरंत इलाज के लिए नजदीकी सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है।
बीमारी के संभावित कारण
विशेषज्ञों के अनुसार, इस बीमारी के संभावित कारणों में दूषित पानी, भोजन या वायुजनित संक्रमण हो सकता है। बदहाल गांव में स्वच्छ पेयजल औरउचित स्वच्छता सुविधाओं की कमी के कारण ऐसी बीमारियां आसानी से फैल सकती हैं। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “हमारे गांव में स्वच्छता काअभाव है। नालियां जाम हैं और पीने का पानी भी साफ नहीं है। यह समस्या बहुत पुरानी है।”
गांव के लोगों में डर और अफवाहें
गांव के लोग इस रहस्यमयी बीमारी को लेकर डरे हुए हैं। कुछ लोगों का मानना है कि यह कोई विषाक्त संक्रमण है, जबकि अन्य इसे ईश्वरीय प्रकोपमान रहे हैं। अफवाहों के कारण लोगों में दहशत और बढ़ गई है।
सरकार और NGOs का हस्तक्षेप
जिला प्रशासन ने कहा है कि गांव में स्वास्थ्य जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे। साथ ही, NGOs को भी शामिल करके स्वच्छता और स्वास्थ्यसेवाओं को बेहतर बनाने की कोशिश की जा रही है। राहत सामग्री और स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति शुरू कर दी गई है।
संपूर्ण जांच की आवश्यकता
इस रहस्यमयी बीमारी के कारणों का पता लगाने के लिए विशेषज्ञों की एक उच्च-स्तरीय टीम गठित की गई है। टीम ने कहा है कि विस्तृत रिपोर्ट आनेमें कुछ समय लग सकता
राजौरी जिले के बदहाल गांव में रहस्यमयी बीमारी ने लोगों की जिंदगी को बुरी तरह प्रभावित किया है। अब तक 17 मौतों ने प्रशासन और स्वास्थ्यविभाग को चुनौती दी है। यह घटना ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता, स्वास्थ्य सुविधाओं और आपातकालीन सेवाओं की कमी को उजागर करती है। सभी कीउम्मीदें अब जांच रिपोर्ट और सही इलाज के इंतजार पर टिकी हैं।