छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के खिलाफ एक बड़ा अभियान चलाया, जिसे राज्य के सबसे सफल अभियानों में गिना जारहा है। मंगलवार को हुई इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 15 नक्सलियों को ढेर कर दिया। इनमें से 10 के शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि अन्य कीतलाश जारी है। मारे गए नक्सलियों में 1 करोड़ रुपये का ईनामी नक्सली भी शामिल है, जिसे कई बड़े हमलों का मास्टरमाइंड माना जाता था।
संयुक्त अभियान की शुरुआत
यह ऑपरेशन छत्तीसगढ़ और ओडिशा की सीमा पर पिछले कुछ दिनों से चल रहा था। खुफिया एजेंसियों को सूचना मिली थी कि इस क्षेत्र मेंनक्सलियों का एक बड़ा समूह सक्रिय है और वे सुरक्षाबलों पर हमला करने की योजना बना रहे हैं। इसके बाद छत्तीसगढ़ और ओडिशा पुलिस नेमिलकर एक संयुक्त अभियान की रूपरेखा तैयार की। इस ऑपरेशन में राज्य की विशेष टास्क फोर्स (एसटीएफ), जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), सीआरपीएफ और कोबरा बटालियन की कुल 10 टीमें शामिल की गईं।
घटनाक्रम: चार घंटे चली मुठभेड
मंगलवार को सुरक्षाबलों ने गरियाबंद के जंगलों में नक्सलियों के ठिकाने को घेर लिया। उन्हें आत्मसमर्पण करने का मौका दिया गया, लेकिन उन्होंनेजवाब में गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद लगभग चार घंटे तक मुठभेड़ चली। इस संघर्ष में सुरक्षाबलों ने 15 नक्सलियों को मार गिराया। मुठभेड़स्थल से हथियार और गोला-बारूद भी बरामद हुए हैं।
इनामी नक्सली की मौत: बड़ी कामयाबी
मारे गए नक्सलियों में 1 करोड़ रुपये का ईनामी नक्सली भी शामिल था। यह नक्सली संगठन में एक अहम पद पर था और कई बड़े हमलों कीसाजिश में शामिल रहा था। उसकी मौत को नक्सली संगठन के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
दुर्गम क्षेत्र में ऑपरेशन की चुनौतियां
घने जंगलों और दुर्गम इलाकों में ऑपरेशन चलाना सुरक्षाबलों के लिए चुनौतीपूर्ण रहा। नक्सलियों ने इलाके में बारूदी सुरंगें बिछा रखी थीं, जिससेबचते हुए सुरक्षाबलों ने यह अभियान पूरा किया। अभियान के दौरान कई खतरनाक हथियार और दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं, जो नक्सलियों कीरणनीति को उजागर कर सकते हैं।
स्थानीय जनता और प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस अभियान के बाद गरियाबंद और आसपास के क्षेत्रों में राहत का माहौल है। लंबे समय से नक्सलियों के आतंक का सामना कर रहे स्थानीय लोगों नेसुरक्षाबलों के प्रयासों की सराहना की है। प्रशासन ने भी इस सफलता को क्षेत्र में शांति स्थापित करने की दिशा में एक अहम कदम बताया है।
नक्सलवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई
यह अभियान नक्सलवाद के खिलाफ एक मजबूत प्रहार के रूप में देखा जा रहा है। सुरक्षाबलों ने न केवल नक्सलियों को बड़ी संख्या में नुकसानपहुंचाया है, बल्कि उनके संसाधनों और रणनीति को भी कमजोर किया है। इस सफलता के बाद राज्य सरकार ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में और अधिकसघन अभियान चलाने की योजना बनाई है।
आगे की रणनीति: विकास और सुरक्षा का समन्वय*
मुख्यमंत्री ने सुरक्षाबलों को इस सफलता के लिए बधाई दी है और नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। इसकेसाथ ही, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास योजनाओं को तेज करने और युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ने पर भी जोर दिया जाएगा। बता दें कि
गरियाबंद जिले में हुआ यह ऑपरेशन सुरक्षाबलों की कुशल रणनीति और समर्पण का प्रमाण है। 1 करोड़ रुपये के ईनामी नक्सली समेत 15 नक्सलियों का खात्मा नक्सलवाद के खिलाफ एक बड़ी सफलता है। हालांकि, नक्सलवाद को पूरी तरह समाप्त करने के लिए सैन्य अभियानों केसाथ-साथ शिक्षा, विकास और रोजगार पर भी जोर देना जरूरी है।