बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल (यू) ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव द्वारा अपने पिता और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद को भारत रत्नदिए जाने की वकालत करने को मंगलवार को ‘हास्यास्पद’ करार दिया। जद (यू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुएकहा, “लालू प्रसाद के बेटे द्वारा उनके लिए भारत रत्न की मांग करना हास्यास्पद है। वह (तेजस्वी यादव) अपने परिवार से बाहर नहीं देख पा रहे हैं।” उन्होंने कहा, “भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, जो केवल उन व्यक्तियों को दिया जाता है जिन्होंने देश के लिए अभूतपूर्व योगदान दियाहो, न कि उन लोगों को जो घोटालों में शामिल रहे हों।”
राजीव रंजन ने आगे कहा कि तेजस्वी यादव को यह समझना चाहिए कि महान व्यक्तियों को ही भारत रत्न से सम्मानित किया जाता है, और घोटालों मेंलिप्त लोगों को यह पुरस्कार नहीं दिया जाता।
नीरज कुमार ने भी की आलोचना
जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के विधान पार्षद और प्रवक्ता नीरज कुमार ने भी तेजस्वी यादव की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “अगरभ्रष्टाचार और जेल की सजा काटने के लिए कोई पुरस्कार होता तो लालू जी निश्चित रूप से इसके लिए प्रयास कर सकते थे।” उन्होंने यह भी कहा किलालू प्रसाद को चारा घोटाले में दोषी ठहराया गया है, और इसके अलावा रेलवे में होटलों के लिए भूमि घोटाले और नौकरियों के लिए भूमि घोटाले मेंभी उनका नाम जुड़ा है।
तेजस्वी यादव का भारत रत्न के लिए बयान
राजद के युवा नेता तेजस्वी यादव ने सोमवार को सीतामढ़ी जिले के सोनबरसा में पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर की पुण्यतिथि के मौके पर एक समारोहको संबोधित करते हुए दावा किया था, “आज कुछ लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुश करने के लिए लालू जी को गाली दे रहे हैं, लेकिन एक दिनवही लोग लालू जी के लिए भारत रत्न की मांग करेंगे।”
तेजस्वी यादव ने अपने पिता को समाज के वंचितों की आवाज उठाने के कारण ‘भारत रत्न’ के हकदार बताया। उन्होंने कहा, “लालू प्रसाद और राबड़ीदेवी ने कर्पूरी ठाकुर के द्वारा किए गए आरक्षण के कार्य को आगे बढ़ाया और इसे 18 प्रतिशत तक बढ़ाया। इसके बाद भाजपा ने आज तक आरक्षणनहीं बढ़ाया।” उन्होंने यह भी कहा कि वर्षों बाद, भाजपा ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित किया, और यह समाजवाद की ताकत का प्रतीकहै।
विधानसभा चुनाव की तैयारी
तेजस्वी यादव ने आगामी विधानसभा चुनाव के संदर्भ में भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, “इस वर्ष के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में ‘इंडिया’ गठबंधन की जीत सुनिश्चित करने का जिम्मा मेरे कंधों पर है। मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि केवल वैचारिक रूप से प्रतिबद्ध उम्मीदवारों को ही मौकामिले।”