काँग्रेस नेता गौरव गोगोई ने लोकसभा में बीजेपी पर तीखा हमला करते हुए असम के माजुली द्वीप से जुड़ी एक महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजना में होरही देरी को लेकर सरकार से सवाल किए। गोगोई ने कहा, “मुझे गर्व है कि दुनिया का सबसे बड़ा नदी द्वीप, माजुली असम के जोरहाट जिले में स्थितहै, जो हमारी ब्रह्मपुत्र नदी में बसा हुआ है। यह द्वीप अपनी आध्यात्मिक शक्ति, प्रसिद्धि और धार्मिक आस्था के कारण लोगों के बीच आकर्षण काकेंद्र है। यहां जाने के लिए दुनियाभर से पर्यटक आते हैं, लेकिन माजुली को मुख्य भूमि से जोड़ने वाला ब्रिज पिछले साल सितंबर से रुका हुआ है। इसपरियोजना के काम में लगातार देरी हो रही है, जिससे स्थानीय लोगों को बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।”
गोगोई ने आगे कहा कि इस ब्रिज के री-टेंडरिंग का काम जनवरी में शुरू होना था, लेकिन मार्च तक भी कोई ठोस प्रगति नहीं हो पाई है। उन्होंने इसस्थिति को लेकर बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार इस परियोजना में देरी का कोई स्पष्ट कारण नहीं बता रही है। इसके अलावा, इस परियोजना के खर्च में भी बढ़ोतरी हो रही है, जिससे स्थानीय लोगों के बीच सरकार के खिलाफ निराशा का माहौल बन रहा है। गोगोई ने यहसवाल उठाया कि आखिर क्यों इस ब्रिज के निर्माण में देरी हो रही है, और इसका खर्च बढ़ने के क्या कारण हैं? उन्होंने केंद्रीय मंत्री से यह भी पूछा किइस महत्वपूर्ण परियोजना का काम कब शुरू होगा और इसे किस प्रकार प्राथमिकता दी जाएगी।
गौरव गोगोई ने माजुली को जोड़ने वाले ब्रिज के निर्माण की अहमियत को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि माजुली असम के सांस्कृतिक औरधार्मिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस परियोजना को समय पर पूरा करने से माजुली द्वीप के लोगों को बेहतर कनेक्टिविटी और यात्रियों केलिए सुविधाएं मिल सकती हैं। गोगोई ने सरकार से अपील की कि इस परियोजना को प्राथमिकता दी जाए और समय रहते काम शुरू किया जाएताकि माजुली के विकास में गति मिल सके। उन्होंने कहा कि यदि इस परियोजना में और देरी हुई तो न केवल असम के विकास में रुकावट आएगी, बल्कि यह सरकार की असफलता को भी दर्शाएगा।