आम आदमी पार्टी (AAP) की वरिष्ठ नेता आतिशी ने सोमवार को स्पष्ट किया कि पार्टी 2027 में होने वाले विधानसभा चुनावों में गोवा और गुजरातमें कांग्रेस के साथ गठबंधन किए बिना अकेले चुनाव लड़ेगी। दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी गोवा के मडगांव में पार्टी कार्यालय के उद्घाटन केलिए एक दिवसीय दौरे पर थीं। उन्होंने बताया कि “हम अपने दम पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। अब तक किसी भी प्रकार के गठबंधन पर कोईबातचीत नहीं हुई है।” उनका यह बयान खासा महत्वपूर्ण था, क्योंकि इससे पहले कई बार यह चर्चा रही थी कि AAP कांग्रेस के साथ गठबंधन करचुनाव में उतर सकती है। आतिशी ने यह भी बताया कि 2022 में गोवा में पार्टी ने दो सीटें जीती थीं और इस समय पार्टी के पास वहां दो विधायक हैं।उन्होंने कांग्रेस के बारे में कहा कि 2022 चुनावों में कांग्रेस ने 11 सीटें जीतीं, लेकिन पार्टी के आठ विधायक बाद में भारतीय जनता पार्टी (BJP) मेंशामिल हो गए। ऐसे में कांग्रेस केवल तीन विधायकों के साथ मुख्य विपक्षी दल बनी है, जबकि AAP के दो विधायक अभी भी पार्टी के साथ खड़ेहैं।
आतिशी ने AAP के दो विधायकों के बारे में भी कहा कि जब पार्टी ने 2022 का चुनाव जीता था, तब यह अफवाहें फैलाई जा रही थीं कि येविधायक पार्टी के साथ ज्यादा समय तक नहीं रहेंगे, लेकिन वे अभी भी पार्टी के साथ हैं, क्योंकि उनका राजनीति में पैसा कमाने का कोई इरादा नहींहै। उन्होंने यह भी कहा कि BJP ने पार्टी के विधायकों को लुभाने की पूरी कोशिश की, लेकिन वे पार्टी के साथ खड़े रहे। जब उनसे यह सवाल पूछागया कि क्या AAP समान विचारधारा वाले दलों के साथ गठबंधन करने में दिलचस्पी नहीं रखती, तो आतिशी ने कहा, “जब 11 में से 8 विधायकभाजपा में शामिल हो जाते हैं, तो समान विचारधारा क्या होती है?” उन्होंने यह भी बताया कि AAP की राजनीति का उद्देश्य केवल चुनाव जीतना औरपैसा कमाना नहीं है, बल्कि वे जनता के लिए काम करने में विश्वास रखते हैं। वे कहती हैं, “हमारे लिए राजनीति का मतलब है लोगों के लिए कामकरना, न कि चुनाव जीतने के बाद केवल सत्ता का फायदा उठाना।”
आतिशी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार का जिक्र करते हुए कहा कि पार्टी के लिए यह सवाल नहीं है कि “AAP का क्या होगा?”, बल्कि असली सवाल यह है कि “दिल्ली के लोगों का क्या होगा?” उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वे दिल्ली में AAP सरकार द्वारा किए गएकामों को सुनियोजित तरीके से रोक रहे हैं। उदाहरण के तौर पर, उन्होंने कहा कि बीजेपी ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि वे 250 मोहल्ला क्लिनिकबंद कर देंगे और मुफ्त दवाइयां देने की योजना भी बंद कर देंगे। साथ ही, आतिशी ने यह भी कहा कि अरविंद केजरीवाल ने पहले ही चेतावनी दी थीकि अगर AAP हारती है, तो दिल्ली में बिजली कटौती शुरू हो जाएगी और सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता भी गिर जाएगी। आतिशी ने आरोपलगाया कि बीजेपी ने दिल्ली चुनाव में जोड़-तोड़, मशीनरी का दुरुपयोग और मतदाताओं को डराने-धमकाने का काम किया। इसके बावजूद, बीजेपीऔर AAP के बीच केवल दो प्रतिशत का अंतर रहा, जो यह दर्शाता है कि दिल्ली की जनता पार्टी के प्रति अपनी उम्मीदों को लेकर बहुत उत्साहितथी।
आतिशी ने दिल्ली में भाजपा के चुनावी वादों को लेकर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी ने दिल्ली की महिलाओं को2,500 रुपये देने का जो वादा किया था, वह पूरा नहीं किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिला दिवस पर यह घोषणा की थी कि 8 मार्च को सभीमहिलाओं के बैंक खातों में पहली किस्त दी जाएगी, लेकिन न तो किस्त दी गई और न ही योजना के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू हुई। आतिशी नेयह भी कहा कि इस पूरी स्थिति से यह साफ हो जाता है कि भाजपा का अपने चुनावी वादों को पूरा करने का कोई इरादा नहीं है। उनका कहना था किभाजपा ने केवल वोट हासिल करने के लिए झूठे वादे किए, लेकिन उन्हें लागू करने का कोई प्रयास नहीं किया। AAP ने यह दिखाया है कि वे जनताके साथ खड़े हैं और उनके हितों के लिए काम कर रहे हैं, जबकि बीजेपी केवल सत्ता में बने रहने के लिए हर हथकंडा अपनाती है।