कोलकाता के एक परिवार की दो महिलाओं और एक किशोरी की मौत को लेकर शक की सुई चाचा की तरफ घूम गई है। अस्पताल में पड़े लड़के नेबताया है कि चाचा ने तीनों की हत्या की है। हालांकि, यह भी पता चला है कि पूरा परिवार चमड़े का कारोबार करता था और आर्थिक तंगी से जूझरहा था। पुलिस के अनुसार प्रारंभिक जांच से संकेत मिलता है कि छोटे भाई ने उनकी “हत्या” की है। मामले की जांच कर रही टीम के एक वरिष्ठपुलिस अधिकारी ने रविवार को कहा कि अस्पताल में भर्ती बच्चे ने चाचा पर हत्या का आरोप लगाया है।
डे परिवार के तीन सदस्य 19 फरवरी को अपने तंगरा स्थित घर के अंदर मृत पाए गए थे। इसी परिवार के तीन अन्य लोग (दो भाई और उनमें से एकका बेटा) बुधवार की सुबह एक कार के अंदर घायल अवस्था में मिले थे। शहर के दक्षिणी हिस्से में ईस्टर्न मेट्रोपॉलिटन बाईपास पर उनकी कार मेट्रो केखंभे से टकरा गई थी, जिससे वह घायल हो गए थे।
छह लोगों का था परिवार
डे परिवार में कुल छह लोग थे। प्रणय और प्रसून भाई थी। बड़े भाई प्रणय की पत्नी सुदेशना और प्रसून की पत्नी रोमी भी इसी घर में रहती थीं। प्रणयका एक बेटा और प्रसून की बेटी भी इसी परिवार का हिस्सा थी और साथ रहती थी। सुदेशना, रोमी और प्रसून की बेटी के शव घर में मिले थे। वहीं, प्रणय, प्रसून और प्रणय का बेटा कार में घायल अवस्था में मिले थे। पूरा परिवार कोलकाता के पूर्वी हिस्से में उस घर में साथ रहता था।
घायल लड़के का बयान
घायल लड़के ने पुलिस को दिए अपने बयान में दावा किया कि उसके चाचा ने ही उसकी मां, चाची और चचेरी बहन की “हत्या” की है। पुलिसअधिकारी ने कहा, “मौके से जुटाए गए सबूतों से भी यह संकेत मिलता है कि छोटे भाई ने दो महिलाओं और लड़की की हत्या में अहम भूमिका निभाईहै। लेकिन इस बात के भी सबूत हैं कि हत्या की साजिश रचने में बड़े भाई प्रणय का भी पूरा साथ था।”
दोनों भाइयों ने की हत्या
पुलिस ने कहा कि साजिश के बारे में पता चलने पर किशोरी लड़की ने दलिया खाने से इनकार कर दिया, जिसमें नींद और उच्च रक्तचाप की गोलियांमिली हुई थीं और उसे जबरन निगलने के लिए मजबूर किया गया। उन्होंने कहा, “यही कारण था कि पिटाई के बाद लगी चोटों के कारण उसके होठोंऔर अन्य जगहों पर कई खरोंचें थीं।” उन्होंने कहा कि अस्पताल में भर्ती लड़के से अलग से पूछताछ की गई। पुलिस को कार में सवार तीन घायलों मेंसे एक से घर में हुई मौतों के बारे में पता चला। उन्होंने पाया कि डे परिवार चमड़े का कारोबार करता था और आर्थिक तंगी से जूझ रहा था।