भुवनेश्वर: ओडिशा में कांग्रेस के प्रभारी अजय कुमार ने राज्य की भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने संत कबीर के दोहे का उल्लेख करतेहुए कहा कि भाजपा के नेता बाहर से बड़े आदर्शवादी दिखते हैं, लेकिन उनकी नीयत अंदर से काली होती है। उन्होंने मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी केहालिया बयान की आलोचना करते हुए कहा कि भाजपा की मानसिकता आदिवासी और महिला विरोधी है।
सीएम माझी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया
अजय कुमार ने मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी के एक बयान का हवाला देते हुए कहा कि उन्होंने खुद स्वीकार किया कि शादी के समय वह गोरी लड़कीकी तलाश कर रहे थे, क्योंकि आदिवासी लड़कियां आमतौर पर गोरी नहीं होतीं। कांग्रेस नेता ने इस बयान को अपमानजनक बताते हुए कहा कि जबराज्य का मुख्यमंत्री ही महिलाओं का उपहास उड़ाएगा, तो पुलिस और प्रशासन महिलाओं के खिलाफ अपराधों को गंभीरता से क्यों लेंगे?
महिलाओं और आदिवासियों पर हमले के मामलों को गिनाया
अजय कुमार ने भाजपा शासन के सात महीनों में हुई घटनाओं को उजागर करते हुए कहा कि राज्य में महिलाओं और आदिवासियों के खिलाफअत्याचार बढ़ गए हैं। उन्होंने कई घटनाओं का जिक्र किया, जिनमें:
दिसंबर 2024: बालासोर में धर्मांतरण के आरोप में दो आदिवासी महिलाओं को पेड़ से बांधकर पीटा गया और ‘जय श्री राम’ के नारे लगाने के लिएमजबूर किया गया।
नवंबर 2024: बोलांगीर जिले में एक आदिवासी महिला के साथ दुर्व्यवहार, जबरन उसके मुंह में मानव मल डाला गया।
अक्टूबर 2024: मलकानगिरी में 19 वर्षीय आदिवासी लड़की से बलात्कार।
सितंबर 2024: बालासोर में 9 वर्षीय आदिवासी बच्ची के साथ बलात्कार और हत्या।
जनवरी 2025: बालासोर में 4 ईसाई युवकों को पीटकर ‘जय श्री राम’ बोलने और खून पीने के लिए मजबूर किया गया।
26 जनवरी 2025: बघुआबोल गांव में 8 दलित परिवारों के घर जलाए गए।
महिलाओं की सुरक्षा पर उठाए सवाल
कांग्रेस नेता ने कहा कि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की 2022 की रिपोर्ट के अनुसार, ओडिशा में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में सजाकी दर मात्र 9.2% है। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की कि वे ओडिशा की महिलाओं से सार्वजनिक रूप से माफी मांगें।
भाजपा नेताओं के महिलाओं पर विवादित बयान
डॉ. अजय कुमार ने भाजपा नेताओं के कई विवादास्पद बयानों का उल्लेख करते हुए कहा कि यह पार्टी का महिलाओं के प्रति असंवेदनशील रवैयादर्शाता है।
नरेंद्र मोदी: संसद में कांग्रेस नेता रेणुका चौधरी की हंसी की तुलना ‘शूर्पणखा’ से की।
मोहन भागवत: बलात्कार को “पाश्चात्य सभ्यता का दुष्प्रभाव” बताया।
साक्षी महाराज: हर हिंदू महिला को “कम से कम चार बच्चे पैदा करने” की नसीहत दी।
रमेश बिधूड़ी: प्रियंका गांधी पर अभद्र टिप्पणी कर कहा, “कालकाजी की सड़क उनके गाल जैसी बना देंगे।”
विक्रम सैनी: पत्नी से कहा कि जब तक जनसंख्या नियंत्रण कानून न आए, बच्चे पैदा करते रहो।
स्मृति ईरानी: महिलाओं के सबरीमाला मंदिर में प्रवेश को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की।
कैलाश विजयवर्गीय: महिलाओं को लक्ष्मण रेखा में रहने की सलाह दी।
अजय कुमार ने कहा कि भाजपा के शासन में महिलाओं, आदिवासियों और दलितों पर अत्याचार बढ़े हैं और जनता को इन घटनाओं पर गंभीरता सेविचार करना चाहिए। उन्होंने राज्य की जनता से भाजपा सरकार को जवाब देने और कांग्रेस का समर्थन करने की अपील की।