नई दिल्ली, 25 फरवरी 2025 – दिल्ली विधानसभा और सचिवालय में बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर और शहीद भगत सिंह की तस्वीरें हटाने केमामले में आम आदमी पार्टी (AAP) ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कड़ी आलोचना की है। पार्टी की वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष आतिशी नेभाजपा पर आरोप लगाया है कि उसने अपने असली चेहरे को उजागर किया है और यह दर्शाया है कि वह दलितों और सिखों के प्रति असंवेदनशील है।
आतिशी ने एक प्रेस वार्ता में भाजपा से सवाल किया कि क्या उसे लगता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बाबा साहेब अंबेडकर से बड़े हैं। उन्होंने कहा, “अगर भाजपा को लगता है कि मोदी जी बाबा साहेब से बड़े नहीं हैं, तो फिर उन्होंने विधानसभा और सचिवालय से बाबा साहब की तस्वीरें हटाकरउनकी जगह मोदी जी की तस्वीर क्यों लगाई?”
आतिशी ने यह भी कहा कि यह भाजपा का असली चेहरा है, जो अब देश के सामने आ चुका है। उन्होंने कहा, “बाबा साहेब ने देश के दलितों, महिलाओं और अन्य दबे-कुचले वर्गों को संविधान में अधिकार दिए हैं। हम बार-बार अंबेडकर का नाम लेंगे, क्योंकि उनका योगदान हमारे समाज केलिए अमूल्य है।”
भाजपा के नेताओं पर आरोप
आतिशी ने भाजपा के नेताओं, विशेषकर गृहमंत्री अमित शाह पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अमित शाह ने संसद में खड़े होकर बाबा साहेबका मजाक उड़ाया था। “यह वही भाजपा है, जिसके बड़े नेता संसद में खड़े होकर कहते हैं कि लोग अंबेडकर-अंबेडकर बोलते रहते हैं। यह एक अपमानहै,” उन्होंने कहा।
आतिशी ने भाजपा के मंत्रियों मनजिंदर सिरसा और कपिल मिश्रा का भी जिक्र किया, जिन्होंने अपने कार्यालयों से बाबा साहेब की तस्वीरें हटाकर मोदीकी तस्वीरें लगाई हैं। उन्होंने पूछा, “क्या मनजिंदर सिरसा और कपिल मिश्रा को यह नहीं लगता कि उन्हें बाबा साहेब की तस्वीरें अपने कार्यालयों मेंरखनी चाहिए? क्या वे मोदी को बाबा साहेब से बड़ा मानते हैं?”
तस्वीरों का महत्व
आतिशी ने यह भी बताया कि हाल ही में एक तस्वीर जारी की गई थी, जिसमें दिखाया गया था कि जब रेखा गुप्ता ने मुख्यमंत्री का पदभार संभाला, तब उनके कार्यालय में बाबा साहेब की तस्वीर थी, लेकिन अब वहां मोदी की तस्वीर है। “यह बदलाव क्या दर्शाता है? क्या यह दर्शाता है कि भाजपाबाबा साहेब के योगदान को कमतर समझती है?” उन्होंने सवाल उठाया।
आम आदमी पार्टी की नेता ने यह स्पष्ट किया कि बाबा साहेब का योगदान केवल दलितों के लिए नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए है। “बाबा साहेब नेहमें एक ऐसा संविधान दिया, जो सभी को समान अधिकार देता है। हम इस संविधान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को कभी नहीं भूल सकते,” उन्होंनेकहा।
भाजपा का दलित विरोधी चेहरा
आतिशी ने भाजपा पर आरोप लगाया कि उसका दलित विरोधी चेहरा अब स्पष्ट हो चुका है। “भाजपा ने हमेशा से दलितों और अन्य कमजोर वर्गों केअधिकारों का उल्लंघन किया है। अब यह स्पष्ट हो गया है कि वे बाबा साहेब के विचारों और उनके योगदान को महत्व नहीं देते,” उन्होंने कहा।
आम आदमी पार्टी ने यह भी कहा कि वे बाबा साहेब के विचारों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। “हम अंबेडकर के विचारों को फैलाने का कामकरते रहेंगे। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि उनके योगदान को कभी भुलाया न जाए,” आतिशी ने कहा।
आम आदमी पार्टी ने भाजपा की इस कार्रवाई को न केवल एक राजनीतिक कदम के रूप में देखा है, बल्कि इसे समाज के कमजोर वर्गों के प्रतिभाजपा की असंवेदनशीलता के रूप में भी देखा है। आतिशी ने भाजपा से स्पष्ट सवाल पूछते हुए कहा कि क्या वे वास्तव में मानते हैं कि नरेंद्र मोदीबाबा साहेब अंबेडकर से बड़े हैं।
इस मुद्दे ने दिल्ली की राजनीति में एक नया मोड़ ला दिया है और यह स्पष्ट कर दिया है कि बाबा साहेब का योगदान और उनके विचार आज भी समाजमें महत्वपूर्ण हैं। आम आदमी पार्टी ने यह सुनिश्चित करने का संकल्प लिया है कि बाबा साहेब के विचारों को आगे बढ़ाया जाए और उनके योगदान कोकभी भुलाया न जाए।
भाजपा को अब इस सवाल का जवाब देना होगा कि क्या वे वास्तव में बाबा साहेब के योगदान को महत्व देते हैं या नहीं। यह मुद्दा केवल राजनीतिकनहीं है, बल्कि यह समाज के सभी वर्गों के लिए एक महत्वपूर्ण प्रश्न है।