दिल्ली विधानसभा में डॉ. भीमराव आंबेडकर की तस्वीर हटाए जाने के खिलाफ आवाज उठाने पर भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) ने आम आदमीपार्टी (आप) के सभी विधायकों को तीन दिन के लिए सदन से निष्कासित कर दिया है। यह कदम विवादों के घेरे में आ गया है और पार्टी के नेताओं नेभा.ज.पा. पर डॉ. आंबेडकर के सम्मान को ठेस पहुँचाने का आरोप लगाया है। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं संजीव झा और कुलदीप कुमार नेभा.ज.पा. पर यह आरोप लगाया कि उन्होंने जानबूझकर डॉ. आंबेडकर की तस्वीर हटाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर लगाई है, जिससे उनकेअनुयायी आहत हुए हैं।
संजव झा ने कहा कि दिल्ली विधानसभा के पहले दिन मुख्यमंत्री के कार्यालय से डॉ. आंबेडकर की तस्वीर को हटा कर प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीरलगाना बेहद पीड़ादायक था। उन्होंने यह भी बताया कि आम आदमी पार्टी की नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने इस मुद्दे पर विधानसभा अध्यक्ष से अपनीचिंता जाहिर की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इससे न केवल विधायक साथी बल्कि देशभर में डॉ. आंबेडकर के अनुयायी आहत हुए हैं। इसके बाद, एलजी के अभिभाषण के दौरान भी पार्टी ने विधानसभा अध्यक्ष से दोबारा इस तस्वीर को लगाने की मांग की, लेकिन इसके बावजूद कोई ठोस कदमनहीं उठाया गया।
संजिव झा ने यह भी कहा कि डॉ. आंबेडकर की तस्वीर को हटाकर मोदी की तस्वीर लगाना यह सवाल उठाता है कि क्या भा.ज.पा. नरेंद्र मोदी को डॉ. आंबेडकर से भी बड़ा मानती है। भा.ज.पा. द्वारा अपने कार्यों को正फ़ करते हुए विधायकों को सदन से बाहर निकाले जाने पर संजीव झा ने कहा कियह सिर्फ इस बात का प्रतीक है कि भाजपा डॉ. आंबेडकर के संविधान को नहीं मानती और उसके अनुयायियों का अपमान कर रही है।
वहीं, विधायक कुलदीप कुमार ने कहा कि उनका अपराध सिर्फ यह था कि उन्होंने विधानसभा में ‘जय भीम’ का नारा लगाया था। भाजपा नेताओं द्वारामोदी-मोदी के नारे लगाए जाने पर स्पीकर ने उनकी सराहना की, लेकिन ‘जय भीम’ के नारे लगाने पर उन्हें सदन से बाहर कर दिया गया। कुलदीपकुमार ने कहा कि यदि भाजपा डॉ. आंबेडकर का अपमान करने पर यह कदम उठा रही है तो वे पीछे हटने वाले नहीं हैं और हमेशा ‘जय भीम’ के नारेलगाते रहेंगे।
कुलदीप कुमार ने भाजपा पर आरोप लगाया कि पार्टी के नेता न केवल दलितों का वोट लेना चाहते हैं, बल्कि वे डॉ. आंबेडकर और उनके योगदान सेनफरत करते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि दिल्ली विधानसभा में मुख्यमंत्री और मंत्रियों के कार्यालयों से डॉ. आंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीरें हटानेका आदेश केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का था। इससे साफ जाहिर होता है कि भाजपा की विचारधारा डॉ. आंबेडकर के संविधान और उनके सिद्धांतोंके खिलाफ है।
संजिव झा और कुलदीप कुमार ने इस मुद्दे पर कहा कि यदि भाजपा डॉ. आंबेडकर के सम्मान में कोई ठोस कदम नहीं उठाती और उनकी तस्वीरों कोउनके स्थान पर नहीं लगाती, तो आम आदमी पार्टी और उनके समर्थक इस मुद्दे पर लगातार आवाज उठाते रहेंगे। कुलदीप कुमार ने देशवासियों सेअपील की कि अगर अब आवाज नहीं उठाई गई तो भाजपा देशभर से डॉ. आंबेडकर की प्रतिमाओं और तस्वीरों को हटा सकती है, जैसा कि उन्होंनेसंसद और दिल्ली विधानसभा में किया।