नई दिल्ली: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे और शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों के बादअपनी दिल्ली यात्रा के दौरान बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि देश में अब लोकतंत्र खतरे में है। उन्होंने अरविंद केजरीवाल और राहुल गांधी सेमुलाकात कर मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की। आदित्य ने कहा, “जो कुछ शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के साथ हुआ है, वही भविष्य में नीतीश कुमार, आरजेडी और चंद्रबाबू नायडू के साथ भी हो सकता है।”
चुनाव आयोग पर उठाए सवाल
आदित्य ठाकरे ने कहा कि अब देश में चुनाव निष्पक्ष नहीं रहे। उन्होंने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उसने दिल्ली और अन्यराज्यों की मतदाता सूचियों में बड़े पैमाने पर हेरफेर की। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली चुनावों में जनता का मताधिकार छीना गया, और बीजेपी कोचुनाव आयोग का समर्थन मिला। आदित्य ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने चुनाव आयोग के सहारे दिल्ली चुनावों में जीत हासिल की।
देश के लोकतंत्र को खतरा”
आदित्य ठाकरे ने कहा कि लोकतंत्र अब निष्पक्ष नहीं है। विपक्षी सांसदों को मिलकर इस स्थिति पर विचार करना चाहिए। उन्होंने केजरीवाल की 10 साल की उपलब्धियों की तारीफ करते हुए कहा कि जनता उनके काम को पहचानती है, लेकिन बीजेपी ने चुनाव आयोग के जरिए चुनावी प्रक्रिया कोप्रभावित किया।
बीजेपी ने किया पलटवार
आदित्य ठाकरे की दिल्ली यात्रा पर बीजेपी ने तंज कसा। महाराष्ट्र बीजेपी की नेता चित्रा वाघ ने ठाकरे की कांग्रेस और आप नेताओं से मुलाकात परकटाक्ष करते हुए कहा कि “जूनियर पप्पू” अब “सीनियर पप्पू” से मिलने दिल्ली पहुंचे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि उद्धव ठाकरे गुट बालासाहेब ठाकरेके हिंदुत्ववादी विचारों से भटक गया है और अब कांग्रेस के सामने झुक रहा है।
इंडिया गठबंधन की एकजुटता पर जोर
ठाकरे ने इंडिया गठबंधन की एकता पर जोर दिया और कहा कि इसका नेतृत्व सामूहिक है। यह लड़ाई व्यक्तिगत लाभ या अहंकार की नहीं, बल्किदेश के भविष्य की है। आदित्य ने केजरीवाल की हार के बाद उनसे मुलाकात करने वाले पहले विपक्षी नेता होने पर संजय सिंह का आभार व्यक्तकिया।
महाराष्ट्र की राजनीति में उबाल
आदित्य ठाकरे की दिल्ली यात्रा ऐसे समय में हुई है जब महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे गुट से कई नेता एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल होरहे हैं। इस बीच, महाराष्ट्र की राजनीतिक स्थिति और गरमा गई है, और बीजेपी ने ठाकरे गुट की स्थिति पर सवाल खड़े किए हैं।
विपक्ष का भविष्य क्या होगा?
आदित्य ठाकरे ने विपक्षी दलों को सलाह दी कि उन्हें अब यह तय करना होगा कि उनका अगला कदम क्या होगा। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई सिर्फएक पार्टी की नहीं, बल्कि सभी विपक्षी दलों के अधिकार और लोकतंत्र बचाने की है।