उत्तर प्रदेश के आगरा में आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के मैनेजर मानव शर्मा ने हाल ही में आत्महत्या कर ली, जिसके बाद उनकेपरिवार ने इस मामले में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। मानव की बहन ने बताया कि उनके भाई की मौत के पीछे एक गंभीर मामला है, जिसमेंउकसाने का आरोप लगाया गया है।
बहन का बयान: उकसाने का आरोप
मानव शर्मा की बहन ने कहा, “शुरुआत में हमें लगा कि उसने भावनाओं में बहकर आत्महत्या की है। लेकिन जब हमने उसके मोबाइल फोन की जांचकी, तो हमें पता चला कि उसे उकसाया गया था। उसकी पत्नी ने तलाक स्वीकार नहीं किया था, जिससे मानव पर मानसिक दबाव बढ़ गया था।” उन्होंने यह भी कहा कि मानव की पत्नी के पास यह शक्ति थी कि वह किसी भी समय मदद मांग सकती थी, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। बहन नेआगे कहा, “हमने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है क्योंकि हम नहीं चाहते कि हमारी तरह कोई और अपने प्रियजन को खोए।”
पूरा मामला: आत्महत्या की पृष्ठभूमि
आगरा के डिफेंस कॉलोनी निवासी मानव शर्मा, जो एक निजी कंपनी में प्रबंधक के रूप में कार्यरत थे, ने 24 फरवरी को अपने घर पर आत्महत्या करली। पुलिस के अनुसार, मानव ने आत्महत्या से पहले एक वीडियो रिकॉर्ड किया, जिसमें उन्होंने अपनी पत्नी को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया।
पुलिस ने बताया कि मानव ने 23 फरवरी को अपनी पत्नी निकेता के साथ आगरा यात्रा की थी, जहां कथित तौर पर उसका अपमान किया गया।इसके बाद, मानव अपनी पत्नी को लेकर अपने घर वापस आया और आत्महत्या कर ली। उनके पिता नरेंद्र शर्मा ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि मानव ने सुबह पांच बजे अपने कमरे में फांसी लगा ली।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने मानव के पिता की शिकायत के आधार पर भारतीय दंड संहिता की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत मामला दर्ज कर लियाहै। सहायक पुलिस आयुक्त विनायक भोसले ने कहा कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
मानसिक स्वास्थ्य और सामाजिक दबाव
इस घटना ने एक बार फिर से मानसिक स्वास्थ्य और सामाजिक दबाव के मुद्दे को उजागर किया है। आत्महत्या की घटनाएं अक्सर मानसिक तनाव, पारिवारिक विवाद और सामाजिक अपेक्षाओं के कारण होती हैं। मानव शर्मा की आत्महत्या ने यह सवाल उठाया है कि क्या समाज में ऐसे मामलों कोगंभीरता से लिया जा रहा है और क्या परिवारों को इस तरह के मानसिक दबाव से निपटने के लिए उचित सहायता मिल रही है।
मानव शर्मा की आत्महत्या का मामला न केवल एक व्यक्तिगत त्रासदी है, बल्कि यह समाज में मानसिक स्वास्थ्य, पारिवारिक संबंधों और सामाजिकदबाव के मुद्दों पर भी प्रकाश डालता है। परिवार ने जो आरोप लगाए हैं, वे इस बात की ओर इशारा करते हैं कि हमें आत्महत्या के मामलों को गंभीरतासे लेना चाहिए और ऐसे मामलों में उचित कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई और इस तरह की त्रासदी का शिकार न हो।
इस मामले की जांच जारी है, और उम्मीद की जा रही है कि पुलिस जल्द ही सच्चाई का पता लगाएगी और न्याय सुनिश्चित करेगी।