Mahakumbh2025: “संगम का किनारा संतों सितारा” राजनेताओं से लेकर उद्योगपतियों के अद्भुत समागम का साक्षी बना महाकुंभ आम से लेकरखास तक पूरे महाकुंभ मेले में सभी लोगों का रेला लगा महाकुंभ अब ये दुनिया के एक लिए यादगार पल बन गया है. संगम तट पर अनेक गौरवशालीक्षणों को अविस्मरणीय बनाकर विश्व के सबसे बड़े आयोजन के रूप में महाकुंभ बुधवार को महाशिवरात्रि पर्व की आखिरी डुबकी के साथ विदा होगया.महाकुंभ देश के लिए ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक जिंदगी का एक अहम हिस्सी बन गया है. इसकी सांस्कृतिक चेतना अनुकरणीय औरयादगार बन गई है. संतो और सितारों एवं राजनेताओं के अद्भुत समागम का यह साक्षी बना.इस खास मौके फिर चाहे अमीर हो या गरीब सभी ने इसअवसर का खुलकर आनंद लिया. महाकुंभ में विश्व की सबसे धनी महिलाओं में शुमार अमेरिकी महिला उद्योगपति लॉरेन पॅावेल जॉब्स ने संगम परकल्पवाल कर भारतीय संस्कृति को आत्मसात किया. तो देश व दुनिया में गिनती के अमीरों में शामिल मुकेश अंबानी और गौतम अडानी ने सेवा केजरिए इसे अविस्मरणीय बना दिया.
राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री समेत कई नेता बने महाकुंभ का हिस्सा
राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री समेत देश के अधिकतर राज्यों के मुख्यमंत्री राज्यपालों के अलावा केंद्र और प्रदेश के मंत्रियों ने भी महाकुंभ का हिस्साबनकर विश्व समुदाय को एकता का संदेश दिया. लॉरेन जॉब्स ने निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाश आनंद गिरि के शिविर मेंभगवा धारण कर सनातन का वैभव जानने के लिए कमला बन गई. इसी तरह अनंत अंबानी ने परेड स्थित सेक्टर में एक जहां अन्नक्षेत्र खोलकर पूरेमहाकुंभ में हर संत भक्त को मनपसंद व्यंजनों की थाली परोसवाई. वही गौतम अडानी ने 20 सेक्टर 7 दिन में 22 में एक साथ इस्कॉन के साथमिलकर अन्य क्षेत्र चला कर अतिथि सत्कार की मिसाल पेश की. महाकुंभ के मौके पर मुकेश अंबानी अपनी मां कोकिला बेन, बेटे आकाश, अनंत केअलावा बहू और बहनों के साथ जहां संगम में डुबकी लगाकर गंगा आरती की. वही अडानी ने पूरे परिवार के साथ स्नान कर दान पुण्य और सांस्कृतिकगौरव का रंग और गाढ़ा कर दिया. इसी तरह इंफोसिस फाउंडेशन की अध्यक्ष राज्यसभा सदस्य सुधा मूर्ति ने भी अपने परिवार और राष्ट्र की खुशहाली केलिए संगम में तीन दिन तक डुबकी लगाई. संगीत का महाकुंभ सितारों के लिए भी अद्भुत समागम का साक्षी बना. संगीत का महाकुंभ भी अद्भुत औरअविस्मरणीय