अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ 11 से 13 जनवरी 2025 से तीन दिनों तक भव्य रूप में मनाई जाएगी। इस अवसर पर लाखोंश्रद्धालुओं के आने की संभावना है। राम मंदिर ट्रस्ट ने इस आयोजन को ऐतिहासिक बनाने के लिए विशेष तैयारियां की हैं।
विशेष आयोजन और धार्मिक अनुष्ठान
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस कार्यक्रम का नेतृत्व करेंगे और धार्मिक अनुष्ठानों में हिस्सा लेंगे। सुप्रसिद्ध कवि कुमार विश्वास अपनीभक्ति कविताओं और गीतों से राम भक्ति का संदेश देंगे। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से प्रमुख कलाकार इस आयोजन की गरिमा को बढ़ाएंगे।
विशिष्ट अतिथियों के लिए विशेष व्यवस्था
13 जनवरी से वीआईपी दर्शन का आरंभ होगा, जिसमें राजनेताओं, उद्योगपतियों और संत समाज के प्रमुख लोग हिस्सा लेंगे। आम श्रद्धालुओं के लिएभोजन, ठहरने, और सुरक्षा की व्यापक व्यवस्था की गई है।
पहली प्राण प्रतिष्ठा का ऐतिहासिक संदर्भ
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को आयोजित हुई थी। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, औरआरएसएस प्रमुख मोहन भागवत समेत अनेक प्रमुख हस्तियां उपस्थित थीं। भव्य शोभायात्रा और धार्मिक कार्यक्रमों ने इस अवसर को ऐतिहासिक बनादिया था।
आस्था और राजनीति का द्वंद्व
पिछले आयोजन के दौरान राजनीतिक चर्चा भी हुई थी। जहां भाजपा ने इसे आस्था का प्रतीक बताया, वहीं विपक्ष ने इसे राजनीतिक लाभ से प्रेरितकरार दिया।
श्रद्धालुओं के लिए सुविधाए
लाखों श्रद्धालुओं के आगमन को ध्यान में रखते हुए रेलवे और बस सेवाओं को मजबूत किया गया है। अयोध्या में व्यापक स्तर पर यातायात और अन्यव्यवस्थाएं की गई हैं।
सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अयोध्या में सख्त सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन की मदद से निगरानी की जा रही है।यातायात नियंत्रण के लिए विशेष टीमें तैनात हैं।
धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम
रामकथा, प्रवचन, और भजन संध्या जैसे कार्यक्रम इस आयोजन के मुख्य आकर्षण होंगे। यह उत्सव अयोध्या के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व कोअंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित करेगा।
पर्यटन और आस्था का संगम
यह आयोजन न केवल आस्था का प्रतीक है, बल्कि अयोध्या को विश्वस्तरीय धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदमहै।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह 2024: ऐतिहासिक पहलू?
22 जनवरी 2024 को आयोजित रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह भारतीय धर्म और संस्कृति के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना थी। इस कार्यक्रम मेंविभिन्न क्षेत्रों से प्रमुख हस्तियां शामिल हुईं।
प्रमुख राजनीतिक हस्तियां
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कार्यक्रम को भारत की सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक बताया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसकी देखरेख की।आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और अन्य केंद्रीय मंत्री भी इस आयोजन का हिस्सा बने।
धर्मिक संतों की भागीदारी
जगद्गुरु शंकराचार्य, स्वामी परमानंद, बाबा रामदेव, और अखाड़ा परिषद के प्रमुख संतों सहित कई धार्मिक हस्तियों ने इस आयोजन में हिस्सा लियाऔर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उद्योग और समाज से जुड़े लोग
मुकेश अंबानी, गौतम अडानी, और रतन टाटा जैसे प्रमुख उद्योगपतियों ने इस ऐतिहासिक अवसर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
क्रिकेट और फिल्म जगत से हस्तियां
महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और अभिनेता अमिताभ बच्चन ने भी इस अवसर पर रामलला के दर्शन किए। यह आयोजन सभी क्षेत्रों के लोगों कोजोड़ने का एक अनूठा उदाहरण बन गया।