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फेडरल रिजर्व की ओर से मौद्रिक नीति दर में 25 आधार अंकों की कटौती के बाद दिसंबर में एक और दर कटौती की संभावना अब कुछ कम हो गईहै। आईसीआईसीआई बैंक की एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि फेड अध्यक्ष जेरोम पॉवेल के हालिया संकेतों औरश्रम बाजार से जुड़े आर्थिक आंकड़ों में संभावित देरी को देखते हुए दिसंबर में 25 आधार अंकों की नई कटौती की उम्मीद कुछ घट गई है। फेडरलओपन मार्केट कमेटी ने अपनी ताजा बैठक में नीति दर को 25 आधार अंकों तक घटाकर 3.75 से 4.00 प्रतिशत के दायरे में ला दिया। यह कदमबाजार की अपेक्षाओं के अनुरूप था और इसका उद्देश्य अर्थव्यवस्था में वृद्धि को संतुलित रखते हुए महंगाई पर नियंत्रण बनाए रखना है। हालांकिब्याज दरों में कटौती का फैसला सर्वसम्मति से नहीं हुआ। कमेटी के सदस्य मीरान ने 50 आधार अंकों की बड़ी कटौती का समर्थन किया, जबकिसदस्य श्मिड ने दरों अपरिवर्तित रखन का मत दिया।

केंद्रीय बैंक भविष्य की नीति में अधिक सतर्क रुख अपनाएगा
रिपोर्ट के अनुसार, यह असहमति फेड की नीति दिशा में मौजूद अनिश्चितता को दर्शाती है, क्योंकि केंद्रीय बैंक अब भी विकास और मुद्रास्फीति, दोनोंके बीच संतुलन साधने की कोशिश में है। नीतिगत बयान में पिछले बैठक के मुकाबले अधिक बदलाव नहीं किया गया, हालांकि इसमें यह उल्लेखकिया गया कि अमेरिकी सरकार के शटडाउन के कारण कई महत्वपूर्ण आर्थिक आंकड़ों का प्रकाशन प्रभावित हुआ है। बैठक की सबसे बड़ी चौंकानेवाली बात फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल का अपेक्षाकृत सख्त रुख रहा। उन्होंने दिसंबर में एक और दर कटौती की संभावना को काफी हद तक खारिजकरते हुए संकेत दिया कि केंद्रीय बैंक भविष्य की नीति में अधिक सतर्क रुख अपनाएगा।

बाजार की उम्मीदें मुख्य रूप से पॉवेल की टिप्पणियों
पॉवेल ने कहा कि पिछली नीति बैठक के बाद से श्रम बाजार में कोई उल्लेखनीय गिरावट नहीं आई है। उन्होंने स्वीकार किया कि मुद्रास्फीति अभी भीऊंची बनी हुई है। उन्होंने सरकारी शटडाउन के दौरान आर्थिक स्थिति का आकलन करने में आने वाली चुनौतियों की ओर भी ध्यान दिलाया, क्योंकिप्रमुख डेटा जारी नहीं किए गए, जिससे भविष्य में नीतिगत निर्णय लेने में बाधा उत्पन्न हो सकती है। रिपोर्ट ने 2025 और 2026 के शेष समय में 75 आधार अंकों की और संचयी कटौती का अपना पूर्वानुमान बरकरार रखा है। इससे ब्याज दर 3.00 प्रतिशत से 3.25 प्रतिशत तक पहुंच जाएगी।हालांकि, इसने आगाह किया है कि इस अनुमान के जोखिम ऊपर की ओर झुके हुए हैं। इस बार कोई नया आर्थिक अनुमान या डॉट प्लॉट जारी नहींकिए जाने के कारण, रिपोर्ट में कहा गया है कि बाजार की उम्मीदें मुख्य रूप से पॉवेल की टिप्पणियों और समिति के भीतर व्याप्त तीखी असहमति सेनिर्देशित थीं। बैठक से पहले, फेड फंड्स फ्यूचर्स ने दिसंबर 2025 में 25 बीपीएस कटौती की पूरी उम्मीद जताई थी, लेकिन अब संभावना घटकरलगभग 70 प्रतिशत रह गई है।

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