
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान शनिवार (25 अक्टूबर) को पंजाब सरकार द्वाराश्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस के उपलक्ष्य में दिल्ली के आयोजित होने वाले विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों में भाग लेंगे।
अरविंद केजरीवाल ने एक्स पर कहा
अरविंद केजरीवाल ने एक्स पर कहा कि हिंद दी चादर, श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी, जिन्होंने धर्म और मानवता की रक्षा के लिए अपना शीश कुर्बानकर दिया। इस लासानी शहादत की 350वीं वर्षगांठ पंजाब सरकार श्रद्धा और सम्मान के साथ मना रही है। शनिवार, 25 अक्टूबर को गुरुद्वारा सीसगंज साहिब, दिल्ली में गुरु साहिब के चरणों में अरदास के साथ इन समागमों की शुरुआत होगी। शाम 6 बजे, गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब, दिल्ली मेंविशाल कीर्तन दरबार आयोजित किया जाएगा, जहां गुरु रूप संगत गुरु साहिब के उपदेशों को स्मरण करेगी। इस अवसर पर आयोजित कीर्तन दरबारऔर गुरु साहिब के लंगर में आप भी हाज़री लगवाएं और गुरु साहिब जी का आशीर्वाद प्राप्त करें। इस संबंध में पंजाब सरकार के प्रवक्ता ने बतायाकि राज्य सरकार सिखों के नौवें गुरु ‘हिंद की चादर’ श्री गुरु तेग बहादर जी की अमूल्य विरासत को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से इन समारोहों की शुरुआतके लिए 25 अक्तूबर को दिल्ली स्थित गुरुद्वारा श्री सीस गंज साहिब में अरदास करेगी। शाम को गुरुद्वारा श्री रकाब गंज साहिब में कीर्तन दरबार काआयोजन किया जाएगा, जिसमें मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और अरविंद केजरीवाल नतमस्तक होंगे। इस कीर्तन दरबार में प्रमुख रागी भाई अमरजीतसिंह तान, भाई अनंतबीर सिंह, भाई चमनजीत सिंह लाल, भाई जोगिंदर सिंह रियाड़, भाई दविंदर सिंह सोढी, भाई जसकर्ण सिंह सहित अन्य रागियोंद्वारा कीर्तन प्रस्तुत किया जाएगा।
मुख्यमंत्री की अगुवाई में राज्य सरकार
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री की अगुवाई में राज्य सरकार ने पहले ही इस ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण अवसर को राज्य भर में प्रभावशाली ढंग से मनानेके लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए हैं। श्री गुरु तेग बहादर साहिब जी के 350वें शहीदी दिवस पर पंजाब सरकार द्वारा महत्वपूर्ण और ऐतिहासिकआयोजनों की श्रृंखला आयोजित की जाएगी। ये समारोह पूरे राज्य में श्रद्धा और सम्मान के साथ आयोजित किए जाएंगे और मुख्य रूप से राज्य सरकारकी देखरेख में श्री आनंदपुर साहिब की पवित्र भूमि पर होंगे।
इन समारोहों का मुख्य संदेश लोगों को गुरु तेग बहादर जी के धर्मनिरपेक्षता, मानवतावाद और बलिदान के उच्च आदर्शों पर चलने के लिए प्रेरितकरना है। गुरु साहिब ने धार्मिक स्वतंत्रता, मानवाधिकारों और धर्मनिरपेक्ष मूल्यों की रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित किया। श्री गुरु तेग बहादर जीकी यह सर्वोच्च कुर्बानी मानवता के इतिहास में अनोखी और बेमिसाल है और यह अन्याय, अत्याचार और दमन के खिलाफ धर्म युद्ध का प्रतीक है।
दया का संदेश देती
गुरु ग्रंथ साहिब में दर्ज गुरु साहिब की बाणी मानवता के एकता, वैश्विक भाईचारे, साहस, धर्म और दया का संदेश देती है। राज्य सरकार द्वाराआयोजित इन कार्यक्रमों की श्रृंखला महान सिख गुरु साहिब को सच्ची श्रद्धांजलि होगी और लोगों को उनके उपदेशों पर चलने के लिए प्रेरित करेगी. गुरु तेग बहादर जी का जीवन और दर्शन मानवता के लिए प्रकाश स्तंभ है। ये आयोजन एक ओर उनके महान विरासत को आगे बढ़ाने में सहायक होंगेऔर दूसरी ओर समाज में सद्भावना, भाईचारा और शांति को और मजबूत करेंगे। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि महान गुरु साहिबकी प्रेरक विरासत आने वाली पीढ़ियों तक पहुँचाई जाए।