
आधुनिक हिमाचल के निर्माता स्व. वीरभद्र सिंह की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में शामिल होने कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी औरमौजूदा राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी रविवार को शिमला पहुंचीं। सोमवार को करीब 11.30 के करीब सोनिया गांधी ने स्व. वीरभद्र सिंह की प्रतिमाका आनावरण किया। इस दौरान कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्रसिंह सुक्खू, रजनी पाटिल, सचिन पायलट, दीपेंद्र सिंह हुड्डा और अन्य कांग्रेस नेता हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की प्रतिमा केअनावरण समारोह में शामिल हुए। प्रदेशभर से लोग इस कार्यक्रम में भाग लेने आए। पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ लोग पहुंचे व नाटी डालते हुएकार्यक्रम में पहुंचे। इस दौरान कांग्रेस सचिन पायलट ने कहा कि वीरभद्र सिंह हमारे देश के सबसे कद्दावर नेताओं में से एक थे, वे कई बार मुख्यमंत्रीरहे, हमने हिमाचल प्रदेश में उनकी विरासत और उनके काम का सम्मान किया है, आज उनकी प्रतिमा स्थापित की गई है, यह बहुत अच्छा दिन है, हमसभी इसका स्वागत करते हैं। हम उस प्रेरणा को आगे बढ़ाना चाहते हैं जो वीरभद्र सिंह ने न केवल हमारी पार्टी को, बल्कि पूरे देश को दी है।
शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में अंतिम सांस ली
कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि हम राजा वीरभद्र सिंह को श्रद्धांजलि देते हैं और उनकी प्रतिमा स्थापित करने के लिए इतने भव्य आयोजन केलिए हिमाचल सरकार को बधाई देते हैं। हिमाचल में उनका बहुत बड़ा योगदान था। हम उन्हें नमन करते हैं। हिमाचल कांग्रेस के पूर्व प्रभारी राजीवशुक्ल भी रविवार देर शाम शिमला पहुंच गए थे। सोमवार सुबह सोनिया और प्रियंका रिज मैदान पर पहुंची। कार्यक्रम की शुरुआत प्रदेश के छह बारमुख्यमंत्री रहे स्व. वीरभद्र सिंह की प्रतिमा के अनावरण और श्रद्धांजलि के साथ हुआ। इसके बाद उनके जीवन परिचय को दर्शाती प्रदर्शनी काअवलोकन हुआ। वीआईपी मूवमेंट के चलते रविवार को राज्य गुप्तचर विभाग और सीआरपीएफ के सुरक्षा अधिकारी दिन भर रिज मैदान से लेकरछराबड़ा तक सुरक्षा का जायजा लेते रहे। वीरभद्र सिंह फाउंडेशन के अध्यक्ष लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कार्यक्रम की तैयारियों का जायजालिया। वीरभद्र सिंह हिमाचल प्रदेश के छह बार मुख्यमंत्री रहे। 1962 में पहली बार लोकसभा सांसद बने और उन्होंने 13 चुनाव लड़े। उन्होंने केंद्र मेंइस्पात, उद्योग, पर्यटन और लघु उद्योग मंत्री के रूप में भी कार्य किया। 47 वर्षों के राजनीतिक जीवन में वह नौ बार विधायक और पांच बार सांसदरहे। आधुनिक हिमाचल के निर्माता कहे जाने वाले वीरभद्र सिंह ने शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण योगदान दिया। 8 जुलाई 2021 को उन्होंने शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में अंतिम सांस ली।
आपदा के चलते कार्यक्रम फिर स्थगित हो गया
छह बार के मुख्यमंत्री, 9 बार के विधायक और 5 बार सांसद रहे वीरभद्र सिंह को सोमवार को श्रद्धांजलि देने के लिए कांग्रेसी एक मंच पर होंगे। कईदिग्गज शिमला पहुंच चुके हैं। कार्यक्रम में कांग्रेसी एकजुटता का संदेश भी देंगे। इस साल के अंत में पंचायतीराज और नगर निकाय चुनाव प्रस्तावितहैं। कार्यक्रम में 10,000 लोगों को जुटाने का लक्ष्य रखा गया है। रिज मैदान पर 7,000 कुर्सियां लगाई गई हैं। वीरभद्र सिंह फाउंडेशन एक माह सेकार्यक्रम की तैयारियों में जुटी है। मुख्यमंत्री भी आयोजन की तैयारियों की लगातार निगरानी कर रहे हैं। वीरभद्र सिंह के चाहने वाले ढोल-नगाड़ों केसाथ रिज मैदान पर पहुंचंगे। नगर निगम के मेयर और पार्षदों के अलावा रामपुर, रोहड़ू, शिमला ग्रामीण और ठियोग विधानसभा क्षेत्र को कार्यक्रम मेंलोगों को पहुंचाने का जिम्मा सौंपा गया है।
कार्यक्रम में पहुंचने वाले लोगों के लिए धाम की भी व्यवस्था की जा रही है। इस साल जून माह में वीरभद्र सिंह की प्रतिमा रिज मैदान के दौलत सिंहपार्क में स्थापित कर दी गई थी। अनावरण के लिए सबसे पहले वीरभद्र सिंह के जन्मदिन 23 जून का दिन तय किया गया, लेकिन कार्यक्रम स्थगित होगया। इसके बाद 15 जुलाई को कार्यक्रम तय हुआ, लेकिन आपदा के चलते कार्यक्रम फिर स्थगित हो गया था।