
गाजा के मुद्दे पर मिस्र के शर्म अल-शेख शहर में आज होने वाले शांति शिखर सम्मेलन में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप समेत दुनिया के 20 शीर्षनेता शिरकत करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी सम्मेलन में शामिल होने के लिए मिस्र की ओर से निमंत्रण भेजा गया था, हालांकि वे इसमें शामिलनहीं होंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति इस बाबत अमेरिका से एयरफोर्स वन विमान से रवाना हो चुके हैं। वे पहले इस्राइल जाएंगे। इसके बाद वहीं से मिस्ररवाना हो जाएंगे। उनकी ओर से इस्राइल-हमास युद्धविराम समझौते की घोषणा के बाद से पहली यात्रा है। इस्राइल रवाना होने से पहले उन्होंने इसदौरे को बेहद खास बताया। ट्रंप ने कहा कि यह एक बहुत खास समय होने जा रहा है… हर कोई इस पल को लेकर बेहद उत्साहित है। ऐसा पहलेकभी नहीं हुआ। आमतौर पर अगर एक पक्ष खुश होता है, तो दूसरा नाराज होता है। लेकिन इस बार सब एक साथ प्रसन्न हैं।
क्षेत्र के देशों को एकजुट कर स्थायी शांति की दिशा में एक बड़ा कदम साबित
गौरतलब है कि मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के साथ इस शांति शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता करेंगे। इसदौरान गाजा पट्टी में युद्ध समाप्त करने के साथ-साथ पश्चिम एशिया में स्थायी शांति लाने के तरीकों पर चर्चा की जाएगी। यह शिखर सम्मेलन राष्ट्रपतिट्रंप की गाजा शांति योजना के प्रथम चरण के प्रभावी होने के कुछ दिनों बाद होने जा रहा है। ट्रंप के अलावा सम्मेलन में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीरस्टार्मर, इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस भी शामिल होंगे।विदेश राज्यमंत्री कीर्ति वर्धन भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मध्य पूर्व दौरे पर रवाना होने से पहले एयर फोर्स वन मेंपत्रकारों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह दौरा क्षेत्र के देशों को एकजुट कर स्थायी शांति की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा।उन्होंने कहा कि हम सबको खुश करने जा रहे हैं। हर कोई खुश है…चाहे यहूदी हो, मुस्लिम या अरब देश। हम इस्राइल के बाद मिस्र जा रहे हैं, औरवहां मेरी बहुत ताकतवर, बड़े और अमीर देशों के नेताओं से मुलाकात होगी। और सभी इस समझौते के साथ हैं।
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच भी युद्ध चल रहा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मध्य पूर्व दौरे पर रवाना होने से पहले एयर फोर्स वन में पत्रकारों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह दौराक्षेत्र के देशों को एकजुट कर स्थायी शांति की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा। उन्होंने कहा कि हम सबको खुश करने जा रहे हैं। हर कोई खुशहै…चाहे यहूदी हो, मुस्लिम या अरब देश। हम इस्राइल के बाद मिस्र जा रहे हैं, और वहां मेरी बहुत ताकतवर, बड़े और अमीर देशों के नेताओं सेमुलाकात होगी। और सभी इस समझौते के साथ हैं। आगे पत्रकारों से वार्ता करते हुए ट्रंप ने फिर से खुद को युद्ध शांत कराने वाला करार दिया। ट्रंप नेकहा कि यह आठवीं जंग है जिसे उन्होंने सुलझाया। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें खबर मिली है कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच भी संघर्षजारी है, और वे लौटकर उस पर भी ध्यान देंगे। ट्रंप ने कहा कि यह मेरी आठवीं जंग होगी जिसे मैंने सुलझाया है। और मुझे बताया गया कि अबपाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच भी युद्ध चल रहा है। इस पर मैंने कहा कि मेरे लौटने तक इंतजार करना होगा। क्योंकि मैं अभी एक और जंगको सुलझा रहा हूं। लौटने पर उसे भी सुलझा लूंगा। क्योंकि मैं युद्ध सुलझाने में अच्छा हूं।