
दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा है की आम आदमी पार्टी ने विगत 7 से 8 साल एक अल्पसंख्यक समुदाय को खुश करने के लिएन्यायालयों में ऐसी पर्यावरण रिपोर्ट दर्ज करवाईं जिनके चलते माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने दशहरा, दुर्गा पूजा, दिवाली जैसे पर्वों पर दिल्ली मेंपटाखे जलाने पर रोक लगाई।भाजपा लगातार कहती रही की दशहरे की शाम आधा घंटे और दिवाली पर एक दिन रात में जलने वाले पटाखे दिल्लीमें सर्दियों में प्रदूषण का मुख्य कारण नही है अतः इनकी अनुमति दी जाये पर क्योंकि तत्कालीन मुख्य मंत्री अरविंद केजरीवाल एवं पर्यावरण मंत्रीगोपाल राय अल्पसंख्यक समुदाय को खुश करना चाहते थे अतः उन्होने खुद ऐसा वातावरण बनाया की पटाखों पर प्रतिबंध लगे।
आम आदमी पार्टी आज भी नही चाहती
केजरीवाल सरकार खुद ग्रीन पटाखे लेकर आई और खुद ही उनके विरूद्ध भी वातावरण बनवा कर रोक लगवा दी। वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा है आमआदमी पार्टी आज भी नही चाहती की सर्वोच्च न्यायालय पटाखे ख़ासकर ग्रीन पटाखे चलाने की छूट दे और भारद्वाज का आज की प्रेस वार्ता में दियाब्यान की “अगर कोर्ट कहेगा कि कितना भी प्रदूषण हो, लेकिन दिवालीपर पटाखे चलने चाहिए तो हम भी उसे मान लेंगे” साफ दर्शाता है की सौरभभारद्वाज एवं अन्य “आप” नेता आज भी मानते हैं की प्रदूषण अत्याधिक है और ग्रीन पटाखों को जलाने की छूट नही मिलनी चाहिए।
केजरीवाल सरकार ने 7/8 वर्ष पटाखों पर रोक लगवाई
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है की काश सौरभ भारद्वाज यह समझ पाते की उनकी केजरीवाल सरकार ने 7/8 वर्ष पटाखों पर रोक लगवाई परदिल्ली वालों ने उस रोक के विरूद्ध जा कर हर वर्ष दिवाली की रात को जम कर आतिशबाज़ी की। बेहतर होगा की “आप” नेता नकारत्मक भाषा मेंप्रेस कांफ्रेंस करके हिन्दुओं की दिवाली की रात पटाखे चलाने की धार्मिक आस्था को और ठेस पहुंचाने की जगह ग्रीन पटाखों पर से रोक हटाने केदिल्ली सरकार के प्रस्ताव का समर्थन करें।