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भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता अमित मालवीय ने रविवार को रूस की तरफ से पाकिस्तान को RD-93MA इंजन सप्लाई करने की खबरों को पूरीतरह से खारिज किया। उन्होंने कहा कि ऐसी किसी भी सप्लाई की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है और ना ही कोई विश्वसनीय स्रोत है। अमितमालवीय ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा- कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक मीडिया रिपोर्ट पर भरोसा किया, जिसमें एक ऐसे वेबसाइट का हवालादिया गया जो ‘प्रो-पाकिस्तान प्रोपेगेंडा’ फैलाने के लिए जाना जाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि जयराम रमेश इस खबर के जरिए जानबूझकर भारतविरोधी जानकारी फैला रहे हैं। अमित मालवीय ने लिखा, ‘कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं, कोई विश्वसनीय स्रोत नहीं। यह सिर्फ एक और बेतुकीजानकारी की लड़ाई है। कांग्रेस के संचार प्रमुख ने फिर से दुश्मन के साथ खड़े होने का रास्ता चुना है, बजाय इसके कि वे भारत के साथ खड़े हों।’

भारत का करीबी सहयोगी माना जाता
इससे एक दिन पहले, जयराम रमेश ने कहा था कि रूस, जो कभी भारत का करीबी सहयोगी माना जाता था, पाकिस्तान को जेएफ-17 थंडर ब्लॉक III लड़ाकू विमानों के लिए RD-93MA इंजन सप्लाई कर रहा है। रमेश ने आरोप लगाया कि भारत की अपीलों के बावजूद यह सौदा आगे बढ़ रहा है।जयराम रमेश ने एक्स पर लिखा था कि मोदी सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि रूस, जो भारत का लंबे समय तक भरोसेमंद सहयोगी रहा है, पाकिस्तान को सैन्य सहायता क्यों दे रहा है, जबकि भारत रूस से एस-400 मिसाइल सिस्टम और एसयू-57 स्टील्थ लड़ाकू विमानों की खरीदारी कररहा है।

पीएल-15 मिसाइलें होंगी
उन्होंने आगे कहा कि जेएफ-17 ब्लॉक III विमान में अपग्रेडेड इंजन और वही पीएल-15 मिसाइलें होंगी, जो ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत केखिलाफ इस्तेमाल की गई थीं। यराम रमेश ने यह भी कहा कि विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने जून 2025 में इस सौदे में हस्तक्षेप किया था, लेकिनइसके बावजूद रूस पाकिस्तान को इंजन सप्लाई कर रहा है। भाजपा ने कांग्रेस के उस आरोप को खारिज किया है, जिसमें कांग्रेस ने दावा किया था किरूस पाकिस्तान को जेएफ-17 का इंजन सप्लाई कर रहा है। इस पूरे विवाद में भाजपा इसे झूठी और असत्य जानकारी फैलाने का प्रयास बता रही है, जबकि कांग्रेस इसे रूस की रणनीति पर सवाल उठाने के रूप में पेश कर रही है।

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