
उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। गोरखपुर के बहुचर्चित NEET छात्र दीपक गुप्ताहत्याकांड के मुख्य आरोपी जुबेर उर्फ कालिया को रामपुर जिले में मुठभेड़ के दौरान ढेर कर दिया गया। यह घटना 26 सितंबर की देर रात करीब 10 बजे रामपुर के गंज थाना क्षेत्र के चाकू चौराहे के पास हुई। जुबेर पर 1 लाख रुपये का इनाम घोषित था और उसके खिलाफ 17 से अधिक मुकदमेदर्ज थे, जिनमें पशु तस्करी और हत्या जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं।
आपको बता दे कि STF और रामपुर पुलिस की संयुक्त टीम जुबेर की तलाश में चेकिंग कर रही थी। जैसे ही पुलिस ने उसे रोकने का इशारा किया, जुबेर ने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने फायरिंग किया, जिसमें जुबेर को कई गोलियां लगीं। जिसके बाद उसको अस्पताल लेजाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया इस मुठभेड़ में एक उपनिरीक्षक राहुल सिंह और एक कांस्टेबल संदीप कुमार घायल हो गए।दोनों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। सीओ सिटी जितेंद्र सिंह की बुलेटप्रूफ जैकेट में दो गोलियां लगने से वेबाल-बाल बच गए।
इसके साथ आपको बता दे कि जुबेर अहमद उर्फ कालिया रामपुर के घेर मर्दान खां का निवासी था। वह लंबे समय से पशु तस्करी के धंधे में लिप्त थाऔर पूर्वांचल में गो-तस्करी गैंग का प्रमुख सदस्य माना जाता था। उसके खिलाफ उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में 16-17 मुकदमे दर्ज थे, जिनमेंहत्या, अपहरण और तस्करी जैसे कई मामले प्रमुख थे।
इसी क्रम में यूपी STF की इस कार्रवाई को एक बड़ी सफलता माना जा रहा है, क्योंकि जुबेर कई मामलों में फरार चल रहा था। रामपुर के एसएसपीऔर अन्य अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। पोस्टमॉर्टम के बाद जुबेर का शव उसके परिजनों को सौंप दिया जाएगा। इस एनकाउंटर से पशु तस्करी केनेटवर्क पर लगाम लग सकती है, लेकिन पुलिस अन्य फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए अलर्ट पर है।