
आम आदमी पार्टी ने लद्दाख को राज्य का दर्जा दिलाने के लिए संघर्ष कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक को भाजपा शासित केंद्र सरकार केतमाम तंत्रों द्वारा विभिन्न तरीके से प्रताड़ित करने का कड़ा विरोध किया है. “आप” के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और वरिष्ठ नेता व पंजाब केप्रभारी मनीष सिसोदिया ने सोनम वांगचुक को देशभक्त बताया अरविंद केजरीवाल ने कहा कि देश के लिए काम कर रहे सोनम वांगचुक के साथभाजपा की केंद्र सरकार बहुत घटिया राजनीति कर रही है बेहद दुख होता है कि देश की बागडोर कैसे लोगों के हाथ में है ऐसे देश कैसे तरक्की करेगा.
अरविंद केजरीवाल ने एक पोस्ट को साझा कर एक्स पर कहा कि सोनम वांगचुक के बारे में ये पढ़िए जो व्यक्ति देश के बारे में सोचता है, शिक्षा केबारे में सोचता है, नए नए आविष्कार करता है, उसको आज केंद्र सरकार का पूरा तंत्र बेहद घटिया राजनीति के तहत प्रताड़ित कर रहा है बेहद दुख होताहै कि देश की बागडोर कैसे लोगों के हाथ में है। ऐसे देश कैसे तरक्की करेगा?
ट्रांस-हिमालयी क्षेत्र में सरकारी स्कूल प्रणाली में सुधार लाना
उधर, आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पंजाब के प्रभारी मनीष सिसोदिया ने एक्स पर कहा कि सोनम वांगचुक लद्दाख की आवाज़ के साथ-साथपूरे भारत के युवाओं की उम्मीद हैं सोनम वांगचुक की आवाज़ में एक शिक्षक की सादगी है, एक वैज्ञानिक का ज्ञान है, और एक सच्चे देशभक्त कीआत्मा है लेकिन आज भाजपा के राज में राजनीति का स्तर इतना गिर गया है कि एक सच्चे देशभक्त और शिक्षक को प्रताड़ित किया जा रहा है अगरदेश की कमान ऐसे लोगों के हाथ में है जो तुच्छ राजनीति से ऊपर उठ ही नहीं पा रहे, वहां विकास की उम्मीद करना ही बेकार है. अरविंद केजरीवाल नेजिस पोस्ट को एक्स पर साझा किया है उसमें सोनम वांगचुक की उपलब्धियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है इसके अनुसार, शिक्षा सेमैकेनिकल इंजीनियर सोनम वांगचुक 30 सालों शिक्षा सुधार के क्षेत्र में कार्यरत हैं 1988 में उन्होंने एसईसीएमओएल की स्थापना की, जिसका उद्देश्यभारत के लद्दाख के ट्रांस-हिमालयी क्षेत्र में सरकारी स्कूल प्रणाली में सुधार लाना था सरकारी स्कूल व्यवस्था में सुधार लाने के लिए उन्होंने ऑपरेशनन्यू होप में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की.
कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने का समर्थन
सोनम वांगचुक ने परीक्षाओं में असफल रहे छात्रों के लिए लेह के पास एसईसीएमओएल अल्टरनेटिव स्कूल कैंपस की स्थापना की 2018 में वांगचुकको एक सुदूर इलाके में शिक्षण प्रणालियों में सुधार के लिए रेमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित किया गया था सोनम वांगचुक ने सौर ऊर्जा से गर्म होनेवाली कम लागत वाली ऐसी इमारतें डिज़ाइन और निर्मित कीं, जो मिट्टी से बनी हैं, लेकिन लद्दाखी सर्दियों में बाहर का तापमान -15 डिग्री सेल्सियसहोने पर भी +15 डिग्री सेल्सियस तापमान बनाए रखती हैं सोनम वांगचुक ने जलवायु परिवर्तन और तेजी से पिघलते ग्लेशियरों के कारण पर्वतीय क्षेत्रोंमें उत्पन्न जल संकट को हल करने के लिए कृत्रिम हिमनद ‘आइस स्तूप’ का भी आविष्कार किया, जो सर्दियों में बर्बाद हो रहे जल को विशाल बर्फ केशंकु या स्तूप के रूप में संग्रहीत करता है और वसंत के अंत में उस पानी को छोड़ देता है, जब किसानों को पानी की आवश्यकता होती है सोनम जम्मूवतन परस्त हिंदुस्तानी हैं जिन्होंने कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने का समर्थन किया.