
दुखद हादसे का मामला
दिल्ली के किराड़ी विधानसभा क्षेत्र में स्थित नांगलोई रेलवे फाटक पर दो दिन पहले दो बच्चों की दुखद मौत हो गई। आम आदमी पार्टी ने इस हादसेको भाजपा सरकार की लापरवाही बताया। विधायक अनिल झा ने कहा कि कई सालों से लोग इस फाटक पर रोड ओवर ब्रिज (आरओबी) बनाने कीमांग कर रहे हैं, ताकि लोग सुरक्षित होकर रेलवे ट्रैक पार कर सकें। लेकिन भाजपा सरकार ने अब तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया।अनिल झा ने बताया कि पिछले चार सालों में इस फाटक पर कुल 38 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। दो दिन पहले हुए हादसे में दो बच्चों की मौतहो गई। यह सिर्फ एक घटना नहीं है, बल्कि लगातार बढ़ती सुरक्षा की कमी का नतीजा है।
पत्र और अनुरोध
अनिल झा ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री, रेल मंत्री और केंद्र-दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव को 33 पत्र लिखे, लेकिन सिर्फ आश्वासन मिला। कोईठोस कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि रोड ओवर ब्रिज बनाने में केवल 10-12 करोड़ रुपए की लागत आएगी, जो सरकार के लिए मामूली राशि है।इसके बावजूद लोगों की सुरक्षा को नजरअंदाज किया जा रहा है।
भाजपा सरकार की लापरवाही
प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि यह हादसा भाजपा सरकार की लगातार असफलताओं और लापरवाही का परिणाम है। उन्होंने बताया कि इस साल दिल्लीमें अब तक 350 और पिछले तीन साल में पूरे देश में करीब 30 हजार लोगों की रेलवे ट्रैक पार करते समय मौत हो चुकी है। रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स नेइस इलाके को हाई रिस्क जोन घोषित किया है, लेकिन सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम अभी तक नहीं उठाए गए। आरओबी और फुट ओवर ब्रिज(एफओबी) बनाने की मांग लंबे समय से की जा रही है, लेकिन अब तक कोई निर्माण नहीं हुआ।
पिछले प्रयास और निराशा
अनिल झा ने कहा कि पिछले 15 सालों से लोग आरओबी और एफओबी बनाने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री और रेल मंत्री को कई पत्रलिखे, लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन मिला। उन्होंने कहा कि भाजपा फालतू के मुद्दों पर ध्यान देती है और जनता की सुरक्षा की समस्याओं कोनजरअंदाज कर रही है।
हादसे के बाद की स्थिति
प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि हादसे के बाद मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, रेल मंत्री और एलजी की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। जबकि हादसे के बाद700 से अधिक लोग रोड ओवर ब्रिज बनाने की मांग के लिए वहां गए थे। उन्होंने कहा कि यह इलाका ज्यादा आबादी वाला है और रेलवे ने अब तकतार फेंसिंग भी नहीं करवाई।
जनता की सुरक्षा जरूरी
प्रियंका कक्कड़ ने सवाल उठाया कि रेल मंत्री ने संसद में कहा था कि रेलवे हर साल सुरक्षा पर 1 लाख 14 हजार करोड़ रुपए खर्च करने के लिएप्रतिबद्ध है, लेकिन जनता को सुरक्षा नहीं मिल रही। उन्होंने कहा कि यह पैसा कहां खर्च हो रहा है और क्या जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जारही है। उन्होंने भाजपा सरकार से कहा कि पीड़ित परिवारों को एक-एक करोड़ रुपए का मुआवजा दिया जाए और जिम्मेदार अधिकारियों की जवाबदेहीतय की जाए।
लोगों की मांग
अनिल झा ने कहा कि किराड़ी और आसपास के इलाकों की आबादी लगभग 25 लाख है। लाखों लोग रेलवे विभाग से आरओबी और एफओबीबनाने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय से महज 22-23 किलोमीटर दूर रहने वाले लोग अब भी सुरक्षित होकर रेलवे ट्रैक पारनहीं कर सकते। इस फाटक पर हादसे लगातार हो रहे हैं।