
लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी सुनील सिंह जी ने भर्ती पारदर्शिता पर सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि भ्रष्टाचार पर नकेल कसने के लिए करोड़ोंरुपये खर्च करके बनाया गया मानव संपदा पोर्टल भी भ्रष्टाचार रोकने में पूरी तरह नाकाम साबित हुई. एक्स-रे टेक्नीशियन भर्ती में बड़े पैमाने परफर्जीवाड़ा सामने आया, लेकिन हैरानी की बात यह है कि यह पोर्टल, जिसके माध्यम से अधिकारियों का वेतन तक स्वीकृत होता है, गड़बड़ी पकड़ हीनहीं पाया. लोकदल अध्यक्ष ने आरोप लगाया है कि जब वेतन भुगतान तक पोर्टल से होता है, तो भर्ती में हुए फर्जीवाड़े की जानकारी क्यों नहीं मिली?
आखिर पोर्टल बनाने पर जनता के करोड़ों रुपये क्यों बर्बाद किए गए?
भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने का दावा करने वाली सरकार की मंशा पर अब जनता क्यों भरोसा करे?
भर्ती घोटाले में शामिल अधिकारियों पर तुरंत कड़ी कार्रवाई कब होगी?
पोर्टल की उपयोगिता और इसकी निगरानी प्रणाली की उच्चस्तरीय जांच क्यों नहीं?
जनता के पैसे का हिसाब सरकार दे कि आखिर यह पोर्टल भ्रष्टाचारियों का सहायक क्यों है?
लगाया गंभीर आरोप
उन्होंने आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार रोकने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर के बनाया गया “मानव संपदा पोर्टल” अपनी जिम्मेदारी निभाने में पूरी तरहविफल रहा है. उन्होंने कहा कि यह पोर्टल न सिर्फ कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया बल्कि उनका वेतन और सेवा विवरण तक नियंत्रित करता है, इसकेबावजूद यह फर्जी भर्ती पकड़ने में असमर्थ रहा. चौधरी सुनील सिंह ने यह भी कहा कि अब जनता सरकार की भ्रष्टाचार के प्रति मंशा पर सवाल उठानेलगी है और यदि समय रहते कड़ी कार्रवाई नहीं हुई, तो यह मुद्दा और गंभीर हो जाएगा.