
लगाए गए भड़काऊ आरोप
एचआरआईएफ ने यह भी कहा कि रिपोर्ट में ‘असत्यापित और भड़काऊ आरोप लगाए गए हैं जिनके समर्थन में कोई ठोस सबूत नहीं दिए गए हैं. उनकायह भी कहना है कि रिपोर्ट की भाषा और एकतरफा प्रस्तुति राज्य में विभिन्न समुदायों के बीच तनाव को और बढ़ा सकती है और शांति प्रक्रिया कोनुकसान पहुंचा सकती है. वहीं, एन. बीरेन सिंह ने कहा, एचआरआईएफ को इस कदम के लिए बधाई मुझे विश्वास है कि कई अन्य जागरूक संगठनभी इस पक्षपाती और विभाजनकारी संगठन (पीयूसीएल) के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी में हैं. जिसने अपनी घृणित रिपोर्ट के माध्यम सेमणिपुर को बांटने की कोशिश की है. उन्होंने आगे कहा, जब मणिपुर को इस समय एकजुटता और शांति की जरूरत है. ऐसे समय में इस तरह कीरिपोर्ट केवल समाज को और बांटने अविश्वास को बढ़ाने और गलतफहमी पैदा करने का काम करती हैं.