
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) संसदीय दल ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता के लिए सम्मानित किया. पहलगाम आतंकी हमले पर पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की कड़ी प्रतिक्रिया की एनडीए की बैठक में जमकर सराहना की गई. इस दौरान पीममोदी ने बैठक को संबोधित भी किया. उन्होंने कहा कि 5 अगस्त एक ऐतिहासिक दिन था क्योंकि इसी दिन पूर्ववर्ती जम्मू-कश्मीर राज्य को विशेषअधिकार देने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त किया गया था. एनडीए सरकार ने संविधान का पूरी भावना से पालन किया है. सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने गृह मंत्री अमित शाह की भी प्रशंसा की और कहा कि वह इस मंत्रालय में सबसे लंबे समय तक रहने वाले मंत्री बन गए हैं. विपक्ष परनिशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि विपक्ष सोच रहा होगा कि क्या ऑपरेशन सिंदूर पर बहस की मांग करके उसने कोई गलती की है.
संघर्ष विराम की लगाई थी गुहार
इस दौरान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और ‘ऑपरेशन महादेव’ के दौरान पीएम मोदी के नेतृत्व और सशस्त्र बलों के अद्वितीय साहस और अटूट प्रतिबद्धता कीप्रशंसा करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया गया. श्रीनगर के बाहरी इलाके में 28 जुलाई को ‘ऑपरेशन महादेव’ नाम से हुई मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा(एलईटी) के तीन दहशतगर्द मारे गए थे. भाजपा के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन के सांसदों ने जून 2024 में सरकार बनने के बाद से संसद के सत्रों केदौरान अपनी इस तरह की दूसरी बैठक की. ‘भारत माता की जय’ के नारों के बीच भाजपा और उसके सहयोगी दलों के वरिष्ठ नेताओं ने पीएम मोदी काअभिनंदन किया. दरअसल, 22 अप्रैल को पहलगाम हमले के बाद 7 मई को भारत ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और पाकिस्तान में आतंकीठिकानों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की थी. इसके पाकिस्तान ने भी कायराना हरकत करते हुए भारत में नागरिक और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया था. जवाब में भारत ने पाकिस्तान के कई एयरबेस को हमला बोला था चार दिन तक चले संघर्ष के बाद 10 मई को पाकिस्तान ने भारत के सामने घुटनेटेक दिए थे और संघर्ष विराम की गुहार लगाई थी.
पीएम मोदी को किया सम्मानित
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में शामिल दलों के नेताओं ने आज संसदीय दल की बैठक के दौरान पीएम मोदी को सम्मानित किया. आतंकवादके खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर चलाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को सभी लोगों की तरफ से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सम्मानित किया. संसद के मानसूनसत्र के दौरान एनडीए में शामिल दलों के नेताओं की इस पहली बैठक को बेहद अहम माना जा रहा है।
एक प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया जिसमें ऑपरेशन सिंदूर और महादेव के दौरान सशस्त्र बलों की “अद्वितीय साहस” और अमनपरकप्रतिबद्धता की तारीफ की गई कश्मीरी पर्यटन स्थल बइसारान घाटी में लश्कर‑ए‑तैयबा/रजिस्टेंस फ्रंट ने 26 यात्रियों की हत्या की थी. जिनमेंअधिकांश हिंदू धर्मावलंबी थे.