
कांग्रेस पार्टी ने बिहार की बिगड़ती कानून-व्यवस्था और शिक्षा व्यवस्था को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की है। पार्टी ने आरोप लगाया कि राज्य मेंअपराधियों को कानून का कोई भय नहीं है और वे खुलेआम घूम रहे हैं। कांग्रेस ने यह भी कहा कि बिहार में जदयू-भाजपा सरकार के शासन में शिक्षाप्रणाली पूरी तरह चरमरा गई है और अब वक्त आ गया है कि इस सरकार को बदला जाए।
राज्य में अपराधियों का बोलबाला
AICC मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) के सदस्य डॉ. कन्हैया कुमार ने कहा कि बिहार में आम लोग खुद कोसुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं क्योंकि अपराधी बेखौफ होकर वारदात कर रहे हैं। उन्होंने उपमुख्यमंत्री के उस बयान पर कटाक्ष किया जिसमें कहा गयाथा कि राज्य से संगठित अपराध समाप्त हो चुका है।
कन्हैया ने आरोप लगाया कि संगठित अपराध में लिप्त लोग अब सत्ता में हैं और शूटरों के माध्यम से वसूली का रैकेट चला रहे हैं। उन्होंने यह भी कहाकि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कभी इस तरह शासन नहीं चलाते थे, और अब राज्य की कमान असल में भाजपा के हाथ में है।
नालंदा की धरती पर शिक्षा की दुर्दशा
कन्हैया कुमार ने कहा कि जिस बिहार को कभी नालंदा विश्वविद्यालय और गौतम बुद्ध की तपोभूमि के रूप में जाना जाता था, वहां अब शिक्षा व्यवस्थाबुरी तरह बिखर गई है। उन्होंने दावा किया कि कॉलेजों में प्राचार्य तक की नियुक्ति अब लॉटरी प्रणाली के माध्यम से की जा रही है। एक कुलपति केहवाले से उन्होंने कहा कि शहरी इलाकों में नियुक्ति की अधिक मांग को देखते हुए प्रशासन ने यह अनोखा तरीका अपनाया है।
पाँच साल में पूरी होती है तीन साल की डिग्री
उन्होंने बताया कि जहां देशभर में स्नातक की पढ़ाई तीन साल में पूरी हो जाती है, वहीं बिहार में इसे पूरा करने में पाँच साल तक लग जाते हैं। उन्होंनेराज्य के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में आधारभूत ढांचे की कमी और बढ़ते भ्रष्टाचार की भी बात कही।
कॉलेज बने लूट और भ्रष्टाचार के केंद्र
कन्हैया कुमार ने खुलासा किया कि कुछ कॉलेज ऐसे भी हैं जिनमें मात्र चार कमरे हैं, लेकिन उनमें हजारों छात्रों का नामांकन किया गया है। उन्होंने कहाकि इनका उद्देश्य सिर्फ पैसे कमाना और डिग्री बांटना है, न कि शिक्षा देना।
छात्राओं की मौत पर जताया शोकप्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कन्हैया कुमार ने हाल ही में दो छात्राओं की दुखद मौत पर भी शोक व्यक्त किया। एक छात्रा ओडिशा के एक कॉलेज की थी, जिसने यौन उत्पीड़न की शिकायत पर कार्रवाई न होने के कारण आत्मदाह कर लिया था। दूसरी छात्रा का शव हाल ही में दिल्ली में मिला था।