
लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के चलते मध्य प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। भारतीय मौसम विभाग ने प्रदेश के 13 जिलों मेंअचानक बाढ़ की चेतावनी जारी की है, जबकि 5 जिलों में अत्यधिक वर्षा का रेड अलर्ट घोषित किया गया है। हालात की गंभीरता को देखते हुए कईजिलों में स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों को बंद कर दिया गया है।
24 घंटे में 4 इंच बारिश, शहर जलमग्न
शहडोल जिले में बीते 24 घंटे में करीब 4 इंच बारिश दर्ज की गई, जिससे शहर का लगभग 40 फीसदी हिस्सा पानी में डूब गया है। सड़कों पर नदीजैसा तेज बहाव देखने को मिला। रातभर हुई बारिश के चलते करीब 3,000 घरों में पानी घुस गया, जिससे रसोई से लेकर शयनकक्ष तक पानी भरगया।
शहडोल जिला अस्पताल की हालत भी चिंताजनक रही। यहां के सर्जिकल और मेडिकल वार्ड सहित तीन वार्डों में पानी भर गया। अस्पताल के निचलेहिस्सों में तीन फीट तक पानी पहुंच गया। सिविल सर्जन डॉ. शिल्पी सराफ ने बताया कि भारी बारिश के कारण पानी की निकासी नहीं हो सकी औरबैकफ्लो से अस्पताल परिसर में जलभराव हो गया। प्लेटफॉर्म पर पानी भरने से रेलवे स्टेशन की गतिविधियां भी प्रभावित हुईं और कई ट्रेनें घंटों देरी सेरवाना हुईं।
अन्य जिलों में भी हालात बिगड़े
मंडला, श्योपुर और डिंडौरी में भी रविवार को बाढ़ जैसे हालात बने रहे। नर्मदा नदी के किनारे बसे इलाकों में खतरा अधिक बना हुआ है। प्रशासन नेवहां के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की चेतावनी दी है।
उमरिया में सड़कों पर जलभराव की स्थिति रही, जबकि जबलपुर में बरगी डैम के 9 गेट खोलने पड़े। सिवनी और बालाघाट जिलों में सोमवार कोहालात और बिगड़ने की आशंका जताई गई है। यहां अगले 24 घंटों में 8 इंच से अधिक वर्षा हो सकती है। डिंडौरी की कलेक्टर नेहा मारव्या ने स्कूलोंऔर आंगनवाड़ी केंद्रों में सोमवार को अवकाश घोषित किया है।
मौसम विभाग का अलर्ट और प्रशासन की तैयारियां
पूर्वी मध्य प्रदेश के अनूपपुर, बालाघाट, छतरपुर, दमोह, डिंडोरी, जबलपुर, कटनी, मंडला, पन्ना, सागर, सिवनी, शहडोल और उमरिया जिलों मेंअचानक बाढ़ की आशंका के चलते अलर्ट जारी किया गया है। निचले इलाकों में जलभराव और नदी-नालों के उफान पर आने की संभावना को देखतेहुए प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
जबलपुर, सिवनी, मंडला, बालाघाट और दमोह जिलों में आगामी 48 घंटों में अति भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है। आपदा प्रबंधन टीमें अलर्ट पर हैंऔर सभी संबंधित विभागों को स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है।