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भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अगले सप्ताह चीन के क़िंगदाओ शहर में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की रक्षा मंत्रियों की बैठक मेंहिस्सा लेने जा रहे हैं। यह बैठक 25 से 27 जून 2025 तक आयोजित की जाएगी। इस दौरान राजनाथ सिंह की चीन के रक्षा मंत्री एडमिरल डोंग जुनके साथ द्विपक्षीय वार्ता होने की संभावना भी जताई जा रही है।

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री भी होंगे मौजूद
इस महत्वपूर्ण क्षेत्रीय बैठक में भारत के साथ पाकिस्तान भी भाग ले रहा है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ भी SCO के इस सम्मेलन मेंभाग लेंगे, जिससे यह बैठक और अधिक संवेदनशील मानी जा रही है।

‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पहली विदेश यात्रा
राजनाथ सिंह के लिए यह दौरा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पहला बड़ा अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम होगा। इस यात्रा को भारत और चीन के बीच संवाद बहालीऔर संबंध सामान्य बनाने की दिशा में एक अहम कड़ी के रूप में देखा जा रहा है। दोनों देश व्यापार, यात्रा और राजनीतिक वार्ता को फिर से मजबूतकरने की कोशिश कर रहे हैं।

सात वर्षों में पहली बार कोई भारतीय मंत्री चीन दौरे पर
यह दौरा इस मायने में भी ऐतिहासिक है कि पिछले सात वर्षों में यह किसी भारतीय केंद्रीय मंत्री का पहला आधिकारिक दौरा होगा। इससे पहलेअप्रैल 2018 में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज चीन गई थीं। अब एक बार फिर उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत चीन से सीधा संवाद स्थापितकर रहा है।

सीमा पर हालात सुधारने की कोशिश
भारत और चीन के रिश्तों में पिछले कुछ वर्षों से तनाव रहा है, विशेष रूप से सीमा क्षेत्रों जैसे डेपसांग और डेमचोक में। हालांकि हाल के महीनों मेंदोनों देशों ने कई स्तरों पर बातचीत की है। कैलाश मानसरोवर यात्रा की बहाली और दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय राजनयिक मुलाकातें इस सुधारके संकेत हैं। इससे पहले लाओस में एडीएमएम-प्लस शिखर सम्मेलन के दौरान भी राजनाथ सिंह और एडमिरल डोंग जुन के बीच मुलाकात हुई थी।वहीं, हाल ही में नई दिल्ली में भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री और चीन के उप विदेश मंत्री सुन वेइदोंग के बीच भी सकारात्मक वार्ता हुई थी, जिसमें भारत ने चीन की SCO अध्यक्षता का समर्थन दोहराया था।

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