महिला कांग्रेस अध्यक्ष अलका लांबा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि देश की लगभग 60% महिलाएं आजभी सैनिटरी पैड जैसी बुनियादी सुविधा से वंचित हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार महिलाओं के स्वास्थ्य और गरिमा जैसे महत्वपूर्ण विषयोंपर गंभीर नहीं है और केवल दिखावटी प्रचार में व्यस्त है।
19 जून को राहुल गांधी के जन्मदिन पर बिहार में 25,000 महिलाओं को वितरित किए जाएंगे सैनिटरी पैड
राहुल गांधी के जन्मदिन के मौके पर महिला कांग्रेस 25,000 महिलाओं को सैनिटरी पैड वितरित करेगी। यह कार्यक्रम खासतौर पर बिहार मेंआयोजित किया जाएगा, जहां स्वच्छता को लेकर स्थिति बेहद चिंताजनक है। अलका लांबा ने कहा कि यह कदम प्रियदर्शिनी उड़ान परियोजना केतहत महिलाओं को स्वच्छता और आत्मनिर्भरता देने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है।
बिहार में विफल रही सरकार, हाईकोर्ट के आदेश को भी किया नजरअंदाज
अलका लांबा ने बताया कि पटना हाईकोर्ट ने राज्य के 40,000 स्कूलों में सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन लगाने का आदेश दिया था, लेकिन अब तककेवल 350 स्कूलों में ही ऐसी मशीनें लगाई जा सकी हैं। उन्होंने बताया कि बिहार की 80% किशोरियों को सैनिटरी पैड नहीं मिल पाता, और उन्हेंसालाना मिलने वाली 300 रुपये की राशि भी समय पर नहीं दी जाती।
बिहार, दिल्ली और राजस्थान में महिला कांग्रेस की पहल
महिला कांग्रेस ने बेगूसराय, वैशाली (बिहार) और दिल्ली में सैनिटरी वेंडिंग मशीनें स्थापित की हैं। इस पहल से न केवल हजारों महिलाओं को लाभहुआ है, बल्कि 50 महिलाओं को रोजगार भी मिला है। राजस्थान में कांग्रेस सरकार द्वारा शुरू की गई उड़ान योजना का हवाला देते हुए उन्होंने बतायाकि वहां 11 से 45 वर्ष की आयु वर्ग की 1.23 करोड़ महिलाओं को मुफ्त सैनिटरी पैड उपलब्ध कराए गए थे।
बीजेपी पर गंभीर आरोप
अलका लांबा ने कहा कि राजस्थान में उड़ान योजना के तहत डेढ़ करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुफ्त में वितरित होनेवाले पैडों को दोबारा सरकार को ही बेच दिया गया। भरतपुर की आंगनवाड़ियों का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि वर्ष 2024 में वहां सिर्फ 810 पैड पहुंचे, जो स्थिति की गंभीरता को दर्शाता है।
गरीबी, टैक्स और जागरूकता की कमी बना रही बाधा
ओडिशा के मलकानगिरी और कालाहांडी जैसे जिलों में 97% महिलाएं आज भी मासिक धर्म के दौरान कपड़े का प्रयोग करती हैं। दिल्ली कीझुग्गियों में 59% महिलाएं सैनिटरी पैड खरीदने में सक्षम नहीं हैं। अलका लांबा ने बताया कि 98% महिलाओं में पीरियड्स को लेकर जानकारी कीकमी है, जो स्वास्थ्य संकट को और गंभीर बनाता है।
सैनिटरी पैड पर टैक्स
महिला कांग्रेस अध्यक्ष ने याद दिलाया कि केंद्र सरकार ने पहले सैनिटरी पैड पर 12% जीएसटी लगाया था, जिसे देशभर में विरोध के बाद वापसलेना पड़ा। लेकिन अब भी कच्चे माल पर भारी टैक्स लगाया जा रहा है, जिससे पैड की कीमतें बढ़ जाती हैं और गरीब महिलाओं की पहुंच से बाहर होजाती हैं।