दिल्ली के मॉडल टाउन से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां कानून की पढ़ाई कर रही एक 27 वर्षीय छात्रा रजनी ने अपनी दोस्तशिल्पी (19) को घरेलू सहायिका बनाकर एक घर में काम पर लगवाया और फिर 30 लाख रुपये की चोरी की योजना को अंजाम दिया। शिल्पी ने दोदिन काम करने के बाद नकदी और मोबाइल फोन लेकर फरार हो गई।
फर्जी पहचान से मेड बनी शिल्पी
घटना के बारे में जानकारी देते हुए उत्तर-पश्चिम दिल्ली के पुलिस उपायुक्त भीष्म सिंह ने बताया कि शिल्पी ने ‘तनवीर कौर’ नाम से फर्जी पहचान पत्रबनवाया और एक मेड एजेंसी की मदद से खुद को लिव-इन मेड के तौर पर एक डॉक्टर के घर में तैनात कराया।
12 जून को हुई चोरी, CCTV से मिली अहम सुराग
घटना 12 जून की है जब डॉक्टर अनिल रहेजा के घर से शिल्पी और उसका एक साथी 30 लाख रुपये नकद और एक मोबाइल फोन लेकर फरार होगए। चोरी की सूचना मिलने पर पुलिस ने BNS की धारा 306 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की।
मेरठ और सहारनपुर से हुई गिरफ्तारी
CCTV फुटेज और तकनीकी निगरानी की मदद से पुलिस ने तीनों आरोपियों – शिल्पी, मास्टरमाइंड रजनी और नेहा सामल्टी (25) को मेरठ औरसहारनपुर से गिरफ्तार किया।
10 लाख से ज्यादा नकदी बरामद
पुलिस ने शिल्पी से 10.07 लाख रुपये नकद, मोबाइल एक्सेसरीज और एक खाली फोन बॉक्स जब्त किया। वहीं रजनी के पास से 12.5 लाखरुपये और चोरी किया गया मोबाइल बरामद हुआ। तीसरी आरोपी नेहा के पास से 50,000 रुपये नकद और एक मोबाइल मिला, जिसे चोरी कीघटना में इस्तेमाल किया गया था।
तीनों महिलाएं पुलिस की हिरासत में
फिलहाल तीनों महिलाओं को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है और यह पता लगाया जा रहा है कि क्या वे पहले भी इस तरह की घटनाओं मेंशामिल रही हैं।