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भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने देश के 15 राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। दक्षिण-पश्चिम मानसून की सक्रियताके चलते आने वाले कुछ दिनों में कई राज्यों में तेज हवाओं, गरज-चमक और मूसलधार बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना है। मौसमविभाग का कहना है कि यह मौसमी सिस्टम कई क्षेत्रों में गंभीर असर डाल सकता है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है। इसी कारण लोगों कोसतर्क रहने और ज़रूरी एहतियात बरतने की सलाह दी गई है।

IMD के ताजा अनुमान के अनुसार दक्षिण भारत के केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, गोवा और महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र में भारी से अति भारी वर्षा होसकती है। पूर्वोत्तर राज्यों जैसे असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी मूसलधार बारिश और बाढ़ कीआशंका जताई गई है। उत्तर भारत में उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में 50-70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं के साथ भारीबारिश हो सकती है, जबकि मध्य भारत के मध्य प्रदेश, ओडिशा और छत्तीसगढ़ में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। पश्चिम भारत मेंगुजरात के कुछ हिस्सों में भी मानसून की प्रगति के साथ मध्यम से भारी बारिश हो सकती है।

मौसम विभाग के अनुसार, 16 जून तक मानसून केरल, कर्नाटक और कोंकण-गोवा में सक्रिय हो चुका है और अगले 24 घंटों में इसके विदर्भ, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और गुजरात की ओर बढ़ने की संभावना है। इसके बाद यह तीन दिनों में बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और पूर्वी उत्तर प्रदेश तक पहुंचसकता है। इस दौरान केरल और कर्नाटक के तटीय और पर्वतीय क्षेत्रों में 20 सेमी से ज्यादा बारिश होने की आशंका है, जिससे भूस्खलन और बाढ़ काखतरा बढ़ गया है। मुंबई और आसपास के इलाकों में भी 15 से 18 जून के बीच भारी बारिश के चलते जलभराव की स्थिति बन सकती है। मणिपुर मेंपहले से ही बाढ़ से 1.64 लाख लोग प्रभावित हो चुके हैं और मिजोरम में भूस्खलन की घटनाओं में वृद्धि देखी जा रही है। दिल्ली-एनसीआर में 18 जून तक हल्की से मध्यम बारिश के साथ येलो अलर्ट जारी किया गया है।

मौसम विभाग ने आम लोगों से अपील की है कि वे नदी-नालों के पास न जाएं, बिजली गिरने के दौरान सतर्क रहें और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों से दूररहें। समुद्र किनारे रहने वालों को विशेष रूप से केरल, कर्नाटक और गोवा में समुद्र में न उतरने की चेतावनी दी गई है। इसके साथ ही बाढ़ औरभूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव दलों को सतर्क रहने को कहा गया है। IMD के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्र ने कहा है कि मानसूनकी तेज सक्रियता के चलते देश के कई हिस्सों में मौसम बिगड़ सकता है, इसलिए लोगों को मौसम से जुड़ी हर जानकारी पर नजर रखनी चाहिए औरप्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करना चाहिए।

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