उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में एक पटाखा फैक्ट्री में हुए भीषण विस्फोट में तीन मजदूरों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए। यहघटना सहारनपुर के एक ग्रामीण इलाके में स्थित पटाखा फैक्ट्री में घटी, जहां अचानक जोरदार धमाका हुआ। धमाका इतना शक्तिशाली था कि इसकेप्रभाव से आसपास की इमारतों में भी नुकसान हुआ और फैक्ट्री की दीवारें व छत उखड़ गईं।
विस्फोट के बाद मौके पर पुलिस और बचाव दल पहुंच गए, और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। हादसे की सूचना मिलने के बाद प्रशासनने तुरंत जांच के आदेश दिए हैं।
विस्फोट के कारणों की जांच शुरू
स्थानीय पुलिस और फोरेंसिक टीम घटनास्थल पर पहुंच गई हैं और विस्फोट के कारणों की जांच कर रही हैं। पुलिस का मानना है कि फैक्ट्री में भारीमात्रा में पटाखों और आतिशबाजी सामग्री का भंडारण किया गया था, जो धमाके का कारण बन सकती है। हालांकि, यह पूरी तरह से स्पष्ट नहीं होपाया है कि विस्फोट का कारण क्या था, लेकिन माना जा रहा है कि सुरक्षा मानकों की अनदेखी के कारण यह घटना हुई।
फैक्ट्री के मालिक के खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकती है, क्योंकि घटनास्थल पर भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री रखी हुई थी, जो नियमों केखिलाफ था। स्थानीय प्रशासन ने बताया कि फैक्ट्री में काम करने वाले कई मजदूरों ने सुरक्षा नियमों का पालन नहीं किया था, जिससे इस तरह कीगंभीर दुर्घटना घटित हुई।
मृतक और घायलों की पहचान
फैक्ट्री में काम कर रहे मजदूरों की पहचान अब तक नहीं हो पाई है, लेकिन रिपोर्ट्स के अनुसार तीन लोगों की मौत हो गई और कई अन्य गंभीर रूप सेघायल हो गए हैं। घायलों में कुछ की स्थिति नाजुक बताई जा रही है, जिन्हें सहारनपुर के जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है।
मृतक मजदूरों के शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजे गए हैं, और उनके परिवारों को घटना की सूचना दी जा चुकी है। पुलिस ने भी घटना की जांच में तेजीदिखाई है और फैक्ट्री के मालिक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की योजना बना रही है।
स्थानीय प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना के बाद सहारनपुर के जिला मजिस्ट्रेट ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और बचाव कार्यों की निगरानी की। प्रशासन ने मृतकों केपरिवारों को वित्तीय सहायता देने का ऐलान किया है और उन्हें हर संभव मदद की पेशकश की है। जिला अधिकारी ने बताया कि दुर्घटना के बादफैक्ट्री के आसपास के इलाके को सुरक्षित कर लिया गया है और किसी अन्य प्रकार के खतरे से बचाव के लिए आवश्यक कदम उठाए गए हैं।
इसके साथ ही, सहारनपुर पुलिस ने यह भी कहा कि पटाखा फैक्ट्रियों में सुरक्षा नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कीजाएगी। प्रशासन इस घटना को गंभीरता से ले रहा है और दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलवाने की कोशिश करेगा।
घटना के बाद फैक्ट्री मालिक की भूमिका
फैक्ट्री मालिक का नाम अब तक सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक वह फरार हो गया है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।हालांकि, फैक्ट्री में काम करने वाले कुछ लोगों ने यह आरोप लगाया है कि मालिक और उसके कर्मचारियों ने सुरक्षा मानकों की अनदेखी की थी।
स्थानीय लोगों के अनुसार, फैक्ट्री के भीतर सुरक्षा उपायों की कमी थी, और कोई भी नियमित रूप से निरीक्षण नहीं किया जाता था। इस घटना ने यहसवाल भी खड़ा कर दिया है कि क्या राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन पटाखा फैक्ट्रियों की उचित जांच और सुरक्षा उपायों पर पर्याप्त ध्यान दे रहाहै।
पटाखा फैक्ट्रियों से जुड़े खतरों पर विचार
इस घटना ने एक बार फिर पटाखा फैक्ट्रियों में सुरक्षा की खामियों को उजागर किया है। राज्य और केंद्र सरकार के लिए यह समय है कि वह इनफैक्ट्रियों की सुरक्षा मानकों को कड़े तरीके से लागू करें, ताकि इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।
माना जा रहा है कि कई पटाखा फैक्ट्रियों में सुरक्षा उपायों का अभाव है और इनकी जांच-परख भी बहुत कम की जाती है, जिससे मजदूरों की जानजोखिम में डालने वाले हादसों की संभावना बनी रहती है। ऐसे में, अधिकारियों को चाहिए कि वे इन फैक्ट्रियों की सुरक्षा व्यवस्था को सख्ती से लागूकरें और लापरवाही बरतने वाले फैक्ट्री मालिकों के खिलाफ कार्रवाई करें।