गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार (21 मार्च) को राज्यसभा में देश की सुरक्षा और आंतरिक मामलों को लेकर महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने इस दौरानदेश की आंतरिक सुरक्षा को लेकर मोदी सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले 10 सालों में ऐसे कई कार्य हुए हैं, जो आजादीके बाद से अब तक नहीं हो सके थे। शाह ने विशेष रूप से कश्मीर के मुद्दे को उठाया और कहा कि जब वे पहले कश्मीर गए थे तो उन्हें लाल चौक परतिरंगा फहराने की अनुमति नहीं मिली थी। लेकिन जब से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार बनी है, हर साल लाल चौक पर तिरंगा फहरायाजाता है। शाह ने कश्मीर से धारा 370 हटाने के निर्णय को लेकर भी बात की, इसे वोटबैंक की राजनीति से दूर देश की सुरक्षा और एकता की दिशा मेंलिया गया एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि यह फैसला भारत को एकजुट करने और कश्मीर को देश का अभिन्न हिस्सा बनाने के लिएथा।
गृहमंत्री ने राज्यसभा में अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की नीति की सराहना करते हुए कहा कि मोदी सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफजीरो टॉलरेंस की नीति अपनाती है। उन्होंने पिछली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वे भ्रष्टाचार को रोकने के लिए गंभीर नहीं थे, जबकि उनकीसरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। अमित शाह ने यह भी कहा कि गृह मंत्रालय ने कठिन परिस्थितियों में कार्य किया है औरप्रधानमंत्री मोदी ने अपने कार्यकाल में गृह मंत्रालय में लंबित कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। इन बदलावों का उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करनाथा, ताकि देश में कानून और व्यवस्था की स्थिति बेहतर हो सके।
अमित शाह ने गृह मंत्रालय के कार्यों और उसके महत्व को भी स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि संविधान के तहत कानून और व्यवस्था की जिम्मेदारी राज्योंकी है, जबकि सीमा सुरक्षा और आंतरिक सुरक्षा गृह मंत्रालय के अंतर्गत आती है। उनका मानना था कि यह एक उचित निर्णय है और इसमें किसी तरहका बदलाव करने की आवश्यकता नहीं है। हालांकि, उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि 76 साल बाद ऐसी स्थिति बन गई है, जहां कई अपराध सिर्फराज्य सीमा तक सीमित नहीं रह गए हैं। वे अंतरराज्यीय और बहुराज्यीय हो गए हैं, जैसे कि नारकोटिक्स, साइबर अपराध, संगठित अपराध गिरोह, हवाला, आदि। इन अपराधों की जड़ें अब कई राज्यों और देशों में फैल चुकी हैं, जिसे देखते हुए गृह मंत्रालय में बदलाव की आवश्यकता महसूस हुईहै।
गृहमंत्री ने गर्व के साथ यह कहा कि पिछले 10 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए गृह मंत्रालय में लंबे समय सेलंबित बदलाव किए हैं। उन्होंने बताया कि यह बदलाव उन अपराधों और खतरों को ध्यान में रखते हुए किए गए हैं, जो अब केवल एक राज्य तकसीमित नहीं हैं, बल्कि पूरे देश के लिए खतरा बन चुके हैं। गृह मंत्रालय ने इन बदलावों के माध्यम से अपराधों की बढ़ती जटिलताओं से निपटने केलिए एक मजबूत ढांचा तैयार किया है। इसके अलावा, उन्होंने राज्य पुलिस और केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के जवानों के सर्वोच्च बलिदान के लिएआभार व्यक्त किया, जिनकी मेहनत और संघर्ष से देश की सुरक्षा सुनिश्चित होती है।
अमित शाह ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि भारत अब एक ऐसे युग में प्रवेश कर चुका है, जहां आंतरिक सुरक्षा के अलावा बाहरी सुरक्षा भी एकबड़ी चुनौती बन चुकी है। देश की सीमाओं पर सुरक्षा का सख्त ख्याल रखा जा रहा है और इसकी जिम्मेदारी गृह मंत्रालय की है। उन्होंने राज्यसभा मेंउपस्थित सांसदों को यह विश्वास दिलाया कि मोदी सरकार देश की सुरक्षा, एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए हरसंभव कदम उठा रही है।उनके अनुसार, गृह मंत्रालय की दिशा अब केवल राज्य की सीमा तक सीमित नहीं है, बल्कि देशभर में अपराधों और सुरक्षा खतरों का मुकाबला करनेके लिए राष्ट्रीय स्तर पर समन्वित प्रयास किए जा रहे हैं।