
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उपहार में दी गई 1,300 से ज्यादा वस्तुओं की ई-नीलामी बुधवार को शुरू हुई. इनमें देवी भवानी की एक उत्कृष्ट मूर्ति, अयोध्या राम मंदिर का एक मॉडल और 2024 पैरालंपिक खेलों की खेल स्मृति चिन्ह शामिल हैं. ऑनलाइन नीलामी के सातवें संस्करण की शुरुआतपीएम मोदी के जन्मदिन के साथ हो रही है, जो बुधवार को 75 वर्ष के हो गए ई-नीलामी 2 अक्तूबर तक जारी रहेगी. पीएम मेमेंटोज वेबसाइट केअनुसार, देवी भवानी की मूर्ति का आधार मूल्य 1,03,95,000 रुपये है, जबकि राम मंदिर के मॉडल का आधार मूल्य 5.5 लाख रुपये है संस्कृतिमंत्रालय के अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि ये दोनों वस्तुएं, पैरालंपिक पदक विजेताओं के तीन जोड़ी जूतों के साथ, जिनमें से प्रत्येक कीआधार कीमत 7.7 लाख रुपये है, आधार मूल्य के मामले में शीर्ष पांच श्रेणियों में शामिल हैं.
ई-नीलामी में शामिल अन्य वस्तुओं में जम्मू-कश्मीर का एक जटिल कढ़ाई वाला पश्मीना शॉल, राम दरबार की एक तंजौर पेंटिंग, एक धातु की नटराजमूर्ति, जीवन वृक्ष को दर्शाती गुजरात की एक रोगन कला और एक हाथ से बुना हुआ नागा शॉल शामिल हैं.
नमामि गंगे परियोजना के लिए 50 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जुटाई
इस संस्करण का एक विशेष आकर्षण पेरिस पैरालिंपिक 2024 में भाग लेने वाले भारतीय पैरा-एथलीटों की ओर से उपहार में दी गई खेल स्मृति चिन्हहैं संस्कृति मंत्रालय ने पहले एक बयान में कहा था कि ये प्रतीक चिन्ह पैरा-एथलीटों के लचीलेपन, उत्कृष्टता और अदम्य साहस के प्रतीक हैं. ई-नीलामी का पहला संस्करण जनवरी 2019 में आयोजित किया गया था संस्कृति मंत्रालय ने मंगलवार को कहा, ‘तब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिएगए हजारों अनोखे उपहारों की नीलामी की जा चुकी है, जिससे नमामि गंगे परियोजना के लिए 50 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जुटाई गई है. केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह ने मंगलवार को संवाददाताओं को बताया कि प्रधानमंत्री को मिले 1,300 से अधिक उपहारों की ऑनलाइन नीलामीकी जाएगी मंत्रालय ने कहा कि यह संग्रह भारत की सांस्कृतिक विविधता को दर्शाता है, जिसमें पारंपरिक कला, चित्रकला, मूर्तिकला, हस्तशिल्प औरआदिवासी कलाकृतियों से लेकर सम्मान और आदर के औपचारिक उपहार शामिल हैं ये वस्तुएं वर्तमान में राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय(एनजीएमए) में प्रदर्शित हैं.
बुना नागा शॉल समेत 1300 उपहार
पिछले वर्षों की तरह ई-नीलामी से प्राप्त सभी आय नमामि गंगे परियोजना में जाएगी, जो गंगा नदी और उसके पारिस्थितिकी तंत्र के पुनरुद्धार, संरक्षणऔर सुरक्षा के लिए भारत सरकार की प्रमुख पहल है मंत्रालय ने कहा, ‘ई-नीलामी न केवल नागरिकों के लिए इतिहास के एक अंश को अपने पासरखने का अवसर है, बल्कि एक महान मिशन हमारी पवित्र नदी गंगा के संरक्षण में भाग लेने का भी अवसर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उपहार में मिली1300 से अधिक वस्तुओं को बुधवार से आम लोग ई-नीलामी के माध्यम से खरीद सकेंगे इसमें जम्मू और कश्मीर की जटिल कढ़ाई वाला पश्मीनाशॉल, राम दरबार की तंजौर पेंटिंग, नटराज की धातु प्रतिमा, गुजरात की रोगन कला( जिसमें जीवन वृक्ष को दर्शाया गया है), हाथ से बुना नागा शॉलसमेत 1300 उपहार हैं.