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केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पहलगाम हमले और पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव को देखते हुए देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 7 मई2025 को मॉक ड्रिल आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। यह निर्णय गृह सचिव गोविंद मोहन की अध्यक्षता में हुई एक उच्चस्तरीय बैठक में लियागया, जो करीब 54 वर्षों में पहली बार इस स्तर पर आयोजित हुई।

244 जिलों में ड्रिल, दिल्ली में विशेष तैयारी
यह मॉक ड्रिल देश के 244 जिलों में आयोजित की जाएगी, जिनमें से 100 से अधिक जिलों को अति संवेदनशील घोषित किया गया है। दिल्ली मेंयह अभ्यास दिल्ली कैंट क्षेत्र में किया जाएगा। इन ड्रिल्स का उद्देश्य नागरिक सुरक्षा ढांचे की तैयारियों की समीक्षा करना है।

बैठक में प्रमुख विषयों पर चर्चा
बैठक के दौरान नागरिक सुरक्षा इकाइयों की वर्तमान स्थिति का आकलन किया गया। साथ ही, आम लोगों को आपातकालीन परिस्थितियों मेंप्रशिक्षित करने की रणनीतियों पर जोर दिया गया। नागरिकों को हवाई हमलों के सायरनों की पहचान, ब्लैकआउट स्थितियों से निपटना, औरप्राथमिक चिकित्सा जैसी मूलभूत जानकारियों से लैस करने पर चर्चा हुई। इसके अलावा, हर घर में टॉर्च, मोमबत्तियां और थोड़ी नकदी रखने कीसलाह दी गई।

ड्रिल में होंगे कई अभ्यास
ड्रिल के दौरान हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरनों का संचालन, नागरिकों को सुरक्षात्मक उपायों की जानकारी, बंकरों की सफाई, औरब्लैकआउट जैसी स्थितियों से निपटने के अभ्यास शामिल होंगे। इसके साथ ही, एयरफोर्स के साथ हॉटलाइन और रेडियो संचार प्रणाली का परीक्षण, नियंत्रण कक्षों की कार्यक्षमता का मूल्यांकन और निकासी योजनाओं का पूर्वाभ्यास भी किया जाएगा।
पहलगाम हमले के बाद सरकार सतर्क
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 नागरिकों की मौत हुई थी, जिनमें कई पर्यटक शामिल थे। इसके बाद सेप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार सुरक्षा मामलों पर उच्चस्तरीय बैठकें कर रहे हैं और हमले के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने का संकल्प जता चुकेहैं।
सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की कोशिश
मौजूदा अंतरराष्ट्रीय हालात और नए खतरों को देखते हुए, यह मॉक ड्रिल देश की सुरक्षा तैयारियों को और अधिक पुख्ता करने की दिशा में एक बड़ाकदम है। गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को निर्देशित किया है कि वे नागरिकों को जागरूक करें और आवश्यक संसाधनों के साथ हर स्तर पर तैयार रहें।

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