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वीरेन्द्र सचदेवा का आरोप: “आप” नेताओं की तर्कहीन बयानबाजी पर कसा तंज, पंजाब की महिलाएं पूछ रही हैं कब मिलेगा महिला भत्ता?

नई दिल्ली, 9 मार्च: दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने दिल्ली सरकार द्वारा 2025-26 वर्ष के बजट में महिलाओं के सहयोग और समानार्थमहिला समृद्धि योजना के तहत 5100 करोड़ रुपये के प्रविधान की घोषणा पर टिप्पणी की है। उन्होंने आरोप लगाया कि “आम आदमी पार्टी” (आप) के नेताओं, खासकर सुश्री आतिशी मार्लेना, के बयान राजनीतिक हताशा का प्रतीक हैं और वे तर्कहीन बयानबाजी कर रहे हैं। 5100 करोड़ रुपये का प्रविधान और भाजपा की आगामी योजनावीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि दिल्ली सरकार की महिला समृद्धि योजना के लिए 5100 करोड़ रुपये का प्रविधान भाजपा की नीति को स्पष्ट करता है, जिससे समाज के उपेक्षित वर्ग की महिलाओं को जल्द ही सम्मान राशि मिलनी शुरू होगी। उन्होंने यह भी कहा कि यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कीगारंटी को पूरा करने की दिशा में एक अहम कदम है। सचदेवा ने यह भी बताया कि दिल्ली सरकार की घोषणा के बाद पंजाब की महिलाएं भी अब सवाल उठा रही हैं कि केजरीवाल-भगवंत मान सरकारकब महिला भत्ता देने की घोषणा करेगी। पंजाब से मिल रही मीडिया और सोशल मीडिया जानकारी के अनुसार, पंजाब की महिलाएं अब इस मुद्दे परसवाल उठा रही हैं, और उन्होंने आप सरकार से इस बारे में जवाब मांगा है।पंजाब की महिलाएं पूछ रही हैं, “कब मिलेगा महिला भत्ता?” वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि पंजाब की महिलाओं का यह सवाल आम आदमी पार्टी (आप) के दोगले रवैये को उजागर करता है। उन्होंने आरोप लगायाकि आप पार्टी पिछले 37 महीने से पंजाब की महिलाओं को महिला भत्ते के नाम पर गुमराह कर रही है। अब महिलाएं यह पूछ रही हैं कि कब उनकीसरकार महिला भत्ता देने की घोषणा करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि “आप” का दोहरा चरित्र अब देश भर की महिलाएं पहचान चुकी हैं।“आप” नेताओं पर तंज वीरेन्द्र सचदेवा ने सुश्री आतिशी मार्लेना की बयानबाजी पर भी तंज कसा और कहा कि दिल्ली वाले यह कह रहे हैं कि स्वर्गीय लता मंगेशकर का गाना”चोरों को सारे नज़र आते हैं चोर” “आप” नेताओं खासकर सुश्री आतिशी मार्लेना पर पूरी तरह चरितार्थ होता है। उन्होंने कहा कि यह शर्मनाक है कि जो”आप” नेता खुद जनता से धोखेबाज़ी करते रहे हैं, वही आज भाजपा के संकल्प पर सवाल उठा रहे हैं। सचदेवा ने यह भी कहा कि “आप” नेताओं का यह दोगला रवैया अब जनता के बीच पूरी तरह से उजागर हो चुका है और महिलाएं उनके झूठे वादों कोपहचान चुकी हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि “आप” सरकार ने महिला भत्ते के नाम पर केवल प्रचार किया है, जबकि उन्होंने 37 महीने तक महिलाओं केलिए कुछ ठोस कदम नहीं उठाए।\

यूपी: प्रिंसिपल के घर पर बोर्ड परीक्षा का पेपर सॉल्व करते 19 लोग गिरफ्तार

हरदोई, उत्तर प्रदेश: यूपी में राज्य बोर्ड परीक्षा के दौरान एक बड़ा परीक्षा घोटाला सामने आया है, जिसमें एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने एक स्कूलके प्रधानाचार्य के घर पर छापेमारी कर 19 लोगों को गिरफ्तार किया। ये लोग बोर्ड परीक्षा के 10वीं कक्षा के अंग्रेजी विषय के पेपर को हल कर रहेथे। इस मामले में 14 सॉल्वरों को एक परीक्षा केंद्र के प्रधानाचार्य के घर से पकड़ा गया, जबकि दो महिलाएं एक अन्य परीक्षा केंद्र के बाहर पेपर हलकरते हुए गिरफ्तार की गईं।प्रधानाचार्य के घर से मिली उत्तर पुस्तिकाएं यह घटना शुक्रवार की सुबह हुई, जब एसटीएफ की टीम ने हरदोई जिले में एक विद्यालय के प्रधानाचार्य के घर पर छापा मारा। वहां उन्हें 14 लोगपेपर हल करते हुए मिले, जिनमें 5 पुरुष और 9 महिलाएं शामिल थीं। इनमें से एक महिला ने खुद को विद्यालय का शिक्षक बताया। गिरफ्तार किएगए आरोपियों के पास से 20 उत्तर पुस्तिकाएं बरामद की गईं, जो पेपर सॉल्व करने के लिए उपयोग में लाई जा रही थीं। एसटीएफ की टीम ने दलेल नगर गांव में स्थित जय सुभाष महाबली इंटर कॉलेज में भी एक छापा मारा, जहां दो महिलाएं अंग्रेजी का प्रश्नपत्र हल कररही थीं। इन महिलाओं को भी गिरफ्तार कर लिया गया। इस पूरी घटना से यह साफ हो गया कि परीक्षा में नकल का यह मामला सुनियोजित तरीकेसे चलाया जा रहा था, जिसमें दोनों महिला सॉल्वर्स और 14 अन्य आरोपी शामिल थे।गिरफ्तार आरोपियों की संख्या बढ़ी एसटीएफ द्वारा की गई इस कार्रवाई के बाद, गिरफ्तार किए गए आरोपियों की संख्या बढ़कर 19 हो गई है। जिला विद्यालय निरीक्षक(डीआईओएस) बालमुकुंद प्रसाद ने बताया कि सभी 16 सॉल्वरों को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया, जबकि दो अन्य महिला सॉल्वर्स को दूसरे स्थान सेपकड़ा गया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में परीक्षा केंद्र प्रभारी राम मिलन और परीक्षा प्रभारी मनीष सिंह के साथ एक शिक्षक भी शामिल हैं। पेपर सॉल्विंग गिरोह का पर्दाफाशजिला विद्यालय निरीक्षक बालमुकुंद प्रसाद ने इस घोटाले की जानकारी दी और बताया कि इस मामले में दो सॉल्वर गिरोह शामिल थे। ये गिरोहपरीक्षा देने वाले छात्रों के लिए नकल करने का काम कर रहे थे। इस पूरे घटनाक्रम में दोनों विद्यालयों के परीक्षा केंद्र व्यवस्थापक और स्टैटिकमजिस्ट्रेट की लापरवाही भी सामने आई है। एसटीएफ की छापेमारी के दौरान जब्त किए गए उत्तर पुस्तिकाओं और प्रश्नपत्रों को सील कर दिया गया हैऔर इनका पूरा ब्योरा पुलिस विभाग ने तैयार किया है।परीक्षा केंद्रों पर हुई कार्रवाई इस घोटाले में शामिल दोनों स्कूलों के केंद्र व्यवस्थापकों और स्टैटिक मजिस्ट्रेटों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। डीआईओएस बालमुकुंद प्रसाद नेबताया कि इन दोनों केंद्रों के केंद्र व्यवस्थापक, बाहरी व्यवस्थापक और स्टैटिक मजिस्ट्रेट को बदलने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके अलावा, इस घटना के संबंध में उच्च अधिकारियों को पत्र लिखकर आगे की कार्रवाई की मांग की गई है। इस छापेमारी में कुल 19 लोग गिरफ्तार हुए हैं, जिनमें परीक्षा केंद्र प्रभारी, परीक्षा प्रभारी और अन्य कर्मचारी शामिल हैं। कड़ी कार्रवाई की जाएगीइस मामले में एसटीएफ और प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई की बात की है। जिला विद्यालय निरीक्षक बालमुकुंद प्रसाद ने कहा कि दोषी पाए गए सभीआरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य बोर्ड की परीक्षा में इस तरह के घोटाले को रोकने के लिएकदम उठाए जा रहे हैं, ताकि आने वाले समय में नकल को लेकर इस तरह की घटनाएं न हों। शिक्षा व्यवस्था पर सवालयह घटना यूपी की शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है। राज्य में परीक्षा की निष्पक्षता और पारदर्शिता पर भरोसा बनाए रखने के लिए इसतरह के घटनाक्रम बेहद चिंताजनक हैं। इस घोटाले के उजागर होने से यह साफ हो गया है कि कुछ केंद्रों पर नकल करने के लिए एक सुनियोजितगिरोह काम कर रहा था, जो बोर्ड परीक्षा की गरिमा को ठेस पहुंचा रहा था। वहीं, प्रशासन और शिक्षा विभाग की कार्रवाई से यह संदेश भी जाता है कि अगर इस तरह के घोटाले किए जाएंगे, तो उन्हें कतई बर्दाश्त नहीं कियाजाएगा। हालांकि, इस मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों से पूछताछ की जा रही है और पुलिस को उम्मीद है कि इस तरह के गिरोह के बाकी सदस्योंका भी पर्दाफाश किया जाएगा।

अखिलेश यादव ने पीएम मोदी पर कसा तंज, ‘इस अंजुमन में आपको आना है बार-बार’

नई दिल्ली, 9 मार्च 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में दिल्ली के सुंदर नर्सरी में आयोजित एक महत्वपूर्ण सूफी संगीत समारोह “जहान-ए-खुसरो” के 25वीं वर्षगांठ पर शिरकत की। इस आयोजन में उन्होंने अपने विचार साझा किए और सूफी परंपरा की महिमा को रेखांकित किया।कार्यक्रम में उनकी उपस्थिति को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने तंज कसा है, जिससे राजनीतिक माहौल और भी गरमा गया है।प्रधानमंत्री मोदी का उद्घाटन भाषण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने “जहान-ए-खुसरो” समारोह में अपने संबोधन में भारतीय संस्कृति, सूफी परंपरा और हिंदुस्तान की अद्भुत विविधताओं के बारे मेंबात की। उन्होंने इस आयोजन को एक बहुत खास अवसर बताया, जो न सिर्फ भारतीय कला और संस्कृति को प्रोत्साहित करता है, बल्कि भारतीयसभ्यता की गहराई और विविधता को भी उजागर करता है। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “आज जहान-ए-खुसरो में आकर मन खुश होना स्वाभाविक है। इस आयोजन में एक अलग खुशबू है, जोहिंदुस्तान की मिट्टी से आती है। हिंदुस्तान को हजरत अमीर खुसरो ने जन्नत से तुलना की थी और यह हमें इस बात का एहसास दिलाता है कि हमारादेश एक बगीचे की तरह है, जहां तहजीब और संस्कृति का हरा रंग बढ़ता है।” उन्होंने आगे कहा कि सूफी परंपरा ने ना केवल धार्मिक बल्कि भौगोलिक सीमाओं को भी पार किया है। पीएम मोदी ने सूफी संतों के योगदान कीसराहना करते हुए कहा कि उन्होंने खुद को मस्जिद और खानकाहों तक सीमित नहीं रखा, बल्कि उन्होंने पवित्र कुरान के साथ-साथ वेदों के शब्द भीसुने। यह सामूहिकता और समरसता का प्रतीक है, जो भारत की संस्कृति को समृद्ध बनाता है।रमजान की मुबारकबाद इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को रमजान की मुबारकबाद भी दी। उन्होंने कहा, “किसी भी देश की सभ्यता और संस्कृति को उसकीसंगीत, कला और साहित्य से पहचाना जाता है। भारत की सूफी परंपरा ने अपनी अलग पहचान बनाई है, और यह आज भी जीवित है, क्योंकि सूफीसंतों ने अपने विचारों के माध्यम से देशवासियों को एकजुट करने का काम किया।” उनका यह संदेश भारतीय संस्कृति और सांस्कृतिक विविधताओं कोएकजुट करने का था, जो सूफी परंपरा की सबसे बड़ी ताकत है। अखिलेश यादव का तंजप्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति और उनके संबोधन पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने अपनेएक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर कार्यक्रम की एक क्लिप साझा करते हुए लिखा, “इस अंजुमन में आपको आना है बार-बार, अब नफरतों को दिल सेनिकाल दीजिए।” उनका यह ट्वीट एक तरह से प्रधानमंत्री मोदी पर एक तीखा तंज था, जिसमें उन्होंने मोदी सरकार की नीतियों और उनके पिछलेबयानों की ओर इशारा किया। अखिलेश यादव के इस ट्वीट का मतलब था कि अगर प्रधानमंत्री मोदी वाकई भारत की संस्कृति और सौहार्द की बात करते हैं, तो उन्हें अपनी नफरतकी राजनीति को छोड़ देना चाहिए। उनका यह बयान बीजेपी और पीएम मोदी पर राजनीतिक हमले के रूप में देखा गया, क्योंकि सूफी परंपरा कीबात करते हुए मोदी का बयान एकजुटता और शांति का संदेश था, लेकिन अखिलेश ने इसे राजनीति से जोड़ते हुए नफरत की बात उठाई। जहान–ए–खुसरो समारोह का महत्व“जहान-ए-खुसरो” समारोह की शुरुआत 25 साल पहले हुई थी और यह भारतीय सूफी संगीत और संस्कृति के प्रसार का एक महत्वपूर्ण मंच बन चुकाहै। इस समारोह में देश-विदेश से आए कलाकार सूफी संगीत और कविता की प्रस्तुति करते हैं, जो भारतीय संस्कृति की विविधता और गहराई कोदर्शाता है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस आयोजन का जिक्र करते हुए कहा कि यह समारोह अब अपने 25 वर्षों का सफर तय कर चुका है, और इन वर्षों मेंइस आयोजन ने लोगों के दिलों में अपनी जगह बना ली है। यह एक बड़ी कामयाबी है, जो भारतीय कला और संस्कृति के प्रचार-प्रसार का प्रतीक है। प्रधानमंत्री ने कहा, “जहान-ए-खुसरो का यह सिलसिला अब 25 साल पुराना हो चुका है और इस दौरान इसने भारतीय संगीत प्रेमियों के बीच एकअलग पहचान बनाई है। यह आयोजन ना केवल संस्कृति के संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि लोगों के जीवन में सुकून और शांति भी लाता है।”अखिलेश यादव का राजनीतिक तर्क अखिलेश यादव का बयान प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम में शरीक होने के बाद आया है। उन्होंने यह संदेश दिया कि मोदी की सरकार ने जो बयान दिएहैं और जो नीतियाँ बनाई हैं, उनसे नफरत और विभाजन को बढ़ावा मिला है। इस पर अखिलेश यादव ने कहा कि अगर मोदी सरकार को वास्तव मेंभारतीय संस्कृति, एकता और सौहार्द की चिंता है, तो उन्हें अपनी नफरत की राजनीति को छोड़ देना चाहिए। उनका यह बयान उस समय और भीप्रासंगिक हो गया जब पीएम मोदी ने सूफी संगीत समारोह के दौरान शांति और एकता का संदेश दिया।राजनीतिक संदर्भ और आम आदमी पार्टी यह भी ध्यान देने योग्य है कि प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम के दौरान अखिलेश यादव का यह बयान भारतीय राजनीति में एक और नई बहस को जन्म देसकता है। भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के बीच लगातार राजनीति होती रही है, और इस तरह के तंज-प्रतिक्रियाओं से यह और भी स्पष्टहोता है कि विपक्षी दल मोदी सरकार की नीतियों और उनके राजनीतिक दृष्टिकोण से असहमत हैं। आखिरकार, प्रधानमंत्री मोदी का सूफी संगीत समारोह में भाषण एक संदेश था कि भारत की संस्कृति और धार्मिक विविधता ही उसकी ताकत है।वहीं, अखिलेश यादव ने इस पर तंज करते हुए राजनीतिक रूप से नफरत के मुद्दे को सामने लाने की कोशिश की, जिससे राजनीतिक माहौल में गर्मीबनी रही।

बीजेपी का 2500 रुपए देने का वादा हुआ जुमला: आम आदमी पार्टी

नई दिल्ली, 09 मार्च 2025: आम आदमी पार्टी (आप) ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीद्वारा दिल्ली की महिलाओं को 2500 रुपए देने का वादा जुमला साबित हुआ है। “आप” के नेताओं का कहना है कि भाजपा की विपदा सरकार ने इसवादे को ठंडे बस्ते में डाल दिया है और अब यह साबित हो चुका है कि मोदी जी ने जानबूझकर महिलाओं को धोखा दिया। मोदी जी ने महिलाओं को किया धोखाआप के वरिष्ठ नेता और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री, आतिशी ने कहा कि 8 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं के खाते में 2500 रुपए देने कावादा किया था, लेकिन इस वादे को पूरा करने के लिए भाजपा की कैबिनेट बैठक में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। उन्होंने कहा कि मोदी जी नेमहिलाओं से झूठ बोला और उनका भरोसा तोड़ा। जब 8 मार्च को महिलाएं अपने खाते में 2500 रुपए आने की उम्मीद लगाए बैठी थीं, तब इससंबंध में कोई भी योजना नहीं बनी थी और न ही किसी पात्रता की घोषणा की गई थी। आतिशी ने आरोप लगाया कि शनिवार को हुई कैबिनेट बैठक में चार मंत्रियों की एक समिति गठित की गई थी, जो इस योजना पर विचार करेगी।उनका कहना था कि जब भी किसी योजना को ठंडे बस्ते में डालना होता है, तो सरकार एक समिति बना देती है। यह स्थिति भी वही है, जहां भाजपा नेमहिलाओं को 2500 रुपए देने के वादे को एक समिति के पास डाल दिया है और इसे पूरी तरह से नजरअंदाज किया जा रहा है।दिल्ली की महिलाओं के साथ धोखा आतिशी ने कहा कि भाजपा के नेता जानबूझकर दिल्ली की महिलाओं से झूठ बोल रहे हैं। अगर मोदी जी को यह पता था कि सरकारी प्रक्रियाओं मेंसमय लगता है, तो क्या उन्होंने जानबूझकर महिलाओं से झूठा वादा किया? उन्होंने पूछा कि क्या मोदी जी यह जानते हुए भी कि एक महीने के भीतरवे अपना वादा पूरा नहीं कर पाएंगे, फिर भी दिल्ली की महिलाओं से झूठ बोले? अब दिल्ली की महिलाओं के पास एक ही सवाल है कि उनका2500 रुपए का वादा कब पूरा होगा और भाजपा को इसका जवाब देना होगा। पीएम की गारंटी पर उठे सवालआम आदमी पार्टी के नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि प्रधानमंत्री की बात में वजन होता है। उनका कहना था कि अगर यह वादादिल्ली भाजपा के किसी नेता ने किया होता, तो शायद दिल्लीवाले उस पर विश्वास नहीं करते। लेकिन जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली कीमहिलाओं को 2500 रुपए देने की गारंटी दी थी, तो उम्मीदें काफी बढ़ गई थीं। 8 मार्च की तारीख आ चुकी है, लेकिन एक भी महिला के खाते में2500 रुपए नहीं पहुंचे। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा को अब अपने वादे को पूरा करना होगा और महिलाओं को उनके अधिकार का भुगतानकरना होगा। सौरभ भारद्वाज ने यह भी कहा कि भाजपा का दूसरा वादा था कि दिल्लीवालों को 500 रुपए में गैस सिलेंडर मिलेगा और होली और दिवाली के मौकेपर एक सिलेंडर मुफ्त मिलेगा। पांच दिन बाद होली है, लेकिन अभी तक इस वादे को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। उन्होंने भाजपा सेअपील की कि वे होली के मौके पर महिलाओं और दिल्लीवालों को मुफ्त सिलेंडर देने का वादा पूरा करें और इसके लिए और कोई समिति बनाने काबहाना न बनाए।भाजपा को अपने वादों पर जवाब देना होगा आप के वरिष्ठ नेता सुशील गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा के अन्य नेताओं ने दिल्ली की महिलाओं के लिए 2500 रुपए देने कीघोषणा की थी और यह वादा किया था कि इस राशि का भुगतान 8 मार्च से पहले शुरू हो जाएगा। लेकिन अब जबकि 8 मार्च निकल चुका है और नही महिलाओं के खाते में कोई राशि पहुंची है, यह सवाल उठता है कि भाजपा इस वादे को पूरा कब करेगी। सुशील गुप्ता ने भाजपा से यह सवालकिया कि क्या भाजपा अपने वादों को पूरा करने के लिए केवल समितियों का गठन करती रहेगी या फिर एक ठोस कदम उठाएगी। उन्होंने कहा, “भाजपा को यह समझना होगा कि अगर वे दिल्ली की महिलाओं के साथ किए गए वादों को पूरा नहीं करेंगे, तो अगले चुनाव में इसकाखामियाजा उन्हें भुगतना पड़ेगा। भाजपा के नेताओं को यह जवाब देना होगा कि महिलाओं को 2500 रुपए कब मिलेंगे और क्यों मोदी जी का वादापूरा नहीं किया गया। भाजपा की घोषणाएँ अधूरी क्यों?आम आदमी पार्टी के नेताओं ने यह भी याद दिलाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने पहले भी कई बड़े वादे किए थे, जो अधूरे रहे। उन्होंने 15 लाख रुपए देने, हर साल दो करोड़ नौकरियां देने, और 2022 तक सभी को पक्के मकान देने का वादा किया था, लेकिन इनमें से कोई भी वादा पूरा नहीं हुआ। अबमहिलाओं को 2500 रुपए देने का वादा भी पूरी तरह से जुमला साबित हो चुका है। आतिशी ने इस बात पर भी सवाल उठाया कि क्या मोदी जी ने जानबूझकर महिलाओं से झूठ बोला था, क्योंकि उन्हें पता था कि इस वादे को पूराकरना असंभव था। उन्होंने कहा, “अब दिल्ली और देश भर की महिलाएं मोदी जी से यही सवाल पूछ रही हैं कि उनका 2500 रुपए का वादा कब पूराहोगा?”

बीजेपी नेता रूबी फोगाट यादव ने दक्षिण दिल्ली में होली मिलन समारोह में दी शुभकामनाएँ

बीजेपी नेता रूबी फोगाट यादव ने आज दक्षिण दिल्ली के दादा देव मंदिर, पालम में आयोजित “होली मिलन समारोह” में शिरकत की। यह आयोजन’यादव उत्थान समिति’ द्वारा किया गया था, जिसमें स्थानीय समुदाय के लोगों ने उत्साह और जोश के साथ भाग लिया। इस अवसर पर रूबी फोगाटयादव ने उपस्थित सभी लोगों को होली के इस खास पर्व की ढेर सारी शुभकामनाएँ और मंगलकामनाएँ दीं। समारोह के दौरान, समाज द्वारा रूबी फोगाट यादव का सहर्ष अभिनन्दन किया गया, जिसके लिए उन्होंने कृतज्ञता व्यक्त की। उन्होंने अपने संबोधन मेंकहा कि होली केवल रंगों का त्यौहार नहीं है, बल्कि यह एकता, भाईचारे और प्रेम का प्रतीक है। इस अवसर पर समाज के विभिन्न वर्गों के लोगएकजुट हुए और साथ मिलकर इस त्योहार को मनाया। रूबी फोगाट यादव ने कार्यक्रम के आयोजन के लिए यादव उत्थान समिति का आभार व्यक्त करते हुए यह भी कहा कि ऐसे आयोजनों से समाज मेंसद्भावना और सामूहिक एकता को बढ़ावा मिलता है।