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नासा की प्रतिष्ठित अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके सहयात्री बुच विल्मोर, कुल 286 दिन (करीब 9 महीने) के बाद पृथ्वी पर सुरक्षित लौटआए हैं। यह पल न केवल अंतरिक्ष यात्रा के लिहाज से ऐतिहासिक था, बल्कि इसके साथ ही नासा के सफल मिशन की भी पुष्टि हुई। फ्लोरिडा केतट पर भारतीय समयानुसार तड़के करीब 3:30 बजे, स्पेसएक्स का क्रू ड्रैगन कैप्सूल समुद्र में उतरते हुए सुरक्षित रूप से लैंड कर गया, और इस लैंडिंगने एक महत्वपूर्ण अंतरिक्ष यात्रा के समापन का संकेत दिया।

यह अंतरिक्ष मिशन 8 दिनों का होना था, लेकिन तकनीकी और अन्य कारणों के चलते इस मिशन में कुल 9 महीने का वक्त लगा। इस मिशन केअंतर्गत चार अंतरिक्ष यात्री, जिनमें सुनीता विलियम्स भी शामिल थीं, अंतरिक्ष स्टेशन से पृथ्वी लौटने के लिए एक लंबी और कठिन यात्रा पर थे। इसलंबी यात्रा की समाप्ति के बाद, उन्होंने एक ऐतिहासिक पल का अनुभव किया, जब वे सुरक्षित रूप से धरती पर लौटे।

अंतरिक्ष यात्रा की शुरुआत और मिशन की प्रक्रिया
इस मिशन की शुरुआत में अंतरिक्ष यात्री निक हेग और अलेक्जेंडर गोरबुनोव, 29 सितंबर 2024 को अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचे थे। ये दोनों स्पेसएक्सके ड्रैगन फ्रीडम अंतरिक्ष यान पर सवार होकर अंतरिक्ष में गए थे। इसे सितंबर में अंतरिक्ष स्टेशन से डॉक किया गया था और अब यह स्पेसएक्स काड्रैगन यान क्रू-9 के वापस लौटने का समय आ गया था। यह महत्वपूर्ण पल कैमरों में रिकॉर्ड हुआ, जब कैप्सूल ने समुद्र में सफलतापूर्वक लैंड किया।

अंतरिक्ष यात्रा में इस तरह की सफल वापसी हमेशा एक चुनौतीपूर्ण कार्य होती है। स्पेसएक्स के रिकवरी अभियान को नियंत्रण केंद्र द्वारा सीधाप्रसारण किया गया था, जिससे दुनियाभर में फैले हुए लोग इस ऐतिहासिक पल को देख सके। इस पल को देखते हुए अंतरिक्ष यात्रियों के सुरक्षितपृथ्वी पर लौटने की कामना करने वाले लोग उनके लिए दुआ कर रहे थे।

स्पलैशडाउन की प्रक्रिया
स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन कैप्सूल की समुद्र में सफल लैंडिंग के लिए बहुत सारी तैयारियां की गई थीं। जैसे ही यह यान समुद्र के ऊपर कुछ दूरी पर पहुंचा, चार पैराशूटों ने उसे धीमा करना शुरू कर दिया। सबसे पहले दो पैराशूट खोले गए, इसके कुछ सेकंड बाद बाकी के दो पैराशूट भी खुल गए। इससेकैप्सूल के उतरने की गति को नियंत्रण में किया गया और यह धीरे-धीरे समुद्र में सुरक्षित रूप से लैंड कर गया। समुद्र में सफल स्पलैशडाउन के बाद, रिकवरी टीम ने कैप्सूल के पास पहुंचकर उसे वापस लाने के लिए रस्सियों और हार्नेस का इस्तेमाल किया। इसके बाद, रिकवरी वेसल ने कैप्सूल कोसुरक्षित तरीके से खींच लिया और उसे अपने पास लाकर धोया। रिकवरी वेसल का नाम मेगन रखा गया था, जो नासा की एक और अंतरिक्ष यात्रीमेगन मैकआर्थर के नाम पर रखा गया।

अंतरिक्ष यात्रियों का स्वागत
जब स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन कैप्सूल ने समुद्र में लैंड किया, तो तुरंत अंतरिक्ष यात्रियों का स्वागत किया गया। इस दौरान समुद्र में कुछ डॉल्फिनों का झुंड भीनजर आया, जो कैप्सूल के आसपास तैरते हुए दिखे। नासा के कमेंटेटर ने मजाक करते हुए कहा कि डॉल्फिन रिकवरी टीम का मानद हिस्सा हैं। इसकेबाद रिकवरी टीम ने कैप्सूल को खोला और अंतरिक्ष यात्रियों को बाहर निकाला।

सबसे पहले क्रू-9 के कमांडर निक हेग ने कैप्सूल से बाहर कदम रखा। इसके बाद अलेक्जेंडर गोरबुनोव बाहर आए और फिर सुनीता विलियम्स औरअंत में बुच विल्मोर बाहर आए। सभी ने मुस्कान के साथ और हाथ हिलाते हुए एक-दूसरे को अभिवादन किया। रिकवरी टीम ने इन्हें एक रोलिंग स्ट्रेचरपर बैठाकर सुरक्षित स्थान पर ले जाया। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान मौसम ने साथ दिया और समुद्र की लहरें शांत रही।

भारत में सुनीता विलियम्स की वापसी पर उत्सव
सुनीता विलियम्स की सुरक्षित वापसी को लेकर भारत में खास उत्सव का माहौल था। गुजरात में उनके परिवार के लोग उनकी सलामत वापसी केलिए प्रार्थनाएं कर रहे थे। उनके चचेरे भाई दिनेश रावल ने अहमदाबाद में ‘यज्ञ’ का आयोजन किया, जहां परिवार के सदस्य और आसपास के लोगसुनीता के सुरक्षित आगमन के लिए दुआ कर रहे थे। दिनेश रावल ने कहा, “हमारे गांव में महिला मंडल की ओर से एक बड़ा प्रार्थना समारोह और भजनशुरू किया गया है, जो कल सुबह तक चलेगा। भगवान हमारी सभी मनोकामनाएं पूरी करें।”

सुनीता विलियम्स के पैतृक गांव झूलासन में भी इस अवसर पर हवन और पूजा का आयोजन किया गया। यहां के लोग नासा की इस अंतरिक्ष यात्रीकी सुरक्षित वापसी की कामना कर रहे थे। झूलासन के डोला माता मंदिर में विशेष पूजा की गई, क्योंकि सुनीता ने अपनी पहली अंतरिक्ष यात्रा केदौरान डोला माता की तस्वीर साथ ले जाई थी। मंदिर के पुजारी दिनेश पंड्या ने कहा, “हम सभी बहुत खुश हैं और हम पिछले नौ महीनों से उनके(सुनीता विलियम्स) लिए प्रार्थना कर रहे थे।”

अंतरिक्ष यात्रा के ऐतिहासिक पहलू
सुनीता विलियम्स की वापसी न केवल एक व्यक्तिगत उपलब्धि थी, बल्कि यह नासा के लिए भी एक बड़ा क्षण था। उनके साथ अंतरिक्ष से लौटेअन्य अंतरिक्ष यात्री, निक हेग और अलेक्जेंडर गोरबुनोव, भी इस यात्रा का हिस्सा थे, और उनके साथ वापसी ने इस मिशन को और भी ऐतिहासिकबना दिया। इस अंतरिक्ष यात्रा की सफलता ने यह साबित कर दिया कि अंतरिक्ष यात्रा के दौरान तकनीकी और मानवीय सुरक्षा से जुड़ी चुनौतियों कोदूर किया जा सकता है।

स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन के सफल स्पलैशडाउन के साथ ही यह साबित हुआ कि निजी अंतरिक्ष कंपनी भी नासा के मिशनों में समान रूप से सक्षम है।अंतरिक्ष यात्री की सुरक्षित वापसी ने अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में विश्वास को और बढ़ाया है, और भविष्य में इस तरह के मिशनों को और भी अधिकचुनौतीपूर्ण बनाने की दिशा में मार्गदर्शन किया है।



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