
सीएम योगी आदित्यनाथ ने छात्र-छात्राओं को बड़ी सौगात दी। दशमोत्तर व पूर्वदशम छात्रवृत्ति वितरण कार्यक्रम के अंतर्गत एक साथ 10 लाख 28 हजार 205 विद्यार्थियों को 300 करोड़ की छात्रवृत्ति राशि डीबीटी के माध्यम से सीधे उनके बैंक खातों में प्रेषित की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री नेकहा, इससे पहले भी विजयादशमी के अवसर पर बड़ी संख्या में विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति दी गई थी। पहले छात्रवृत्ति वितरण प्रक्रिया में भेदभाव, विलंब और भ्रष्टाचार जैसी समस्याएं आम थीं, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में टेक्नोलॉजी आधारित डीबीटी प्रणाली लागू होने से अब पात्रछात्रों के खाते में राशि सीधे पहुंच रही है। अब छात्रवृत्ति वर्ष में एक बार नहीं बल्कि दो चरणों में (अक्टूबर और जनवरी में) दी जाएगी, ताकि छात्रों कोसमय पर सहायता मिले। वर्ष 2016-17 तक जहां केवल 8.64 लाख विद्यार्थी छात्रवृत्ति से लाभान्वित होते थे, वहीं अब यह संख्या 62 लाख तकपहुंच गई है। सीएम योगी ने कहा, सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि कोई भी पात्र छात्र छात्रवृत्ति से वंचित न रहे। गत वर्ष जिन विद्यार्थियों कोसंस्थानों की लापरवाही या पोर्टल की त्रुटियों के कारण छात्रवृत्ति नहीं मिल पाई थी, उनके लिए पोर्टल को पुनः सक्रिय किया गया है। जैसे ही डेटाएंट्री पूरी होगी, एक विशेष समारोह में उन्हें भी डीबीटी के माध्यम से राशि दी जाएगी। हमारा लक्ष्य स्पष्ट है कि प्रदेश का कोई भी बच्चा शिक्षा केअधिकार से वंचित न रहे, हर छात्र अपने सपनों की उड़ान भर सके।
आवास और भोजन की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही
सीएम योगी ने भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर का उल्लेख करते हुए कहा, बाबा साहब ने कहा था कि पढ़-लिखकर ही हम स्वावलंबीबन सकते हैं और समाज के लिए कुछ कर सकते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि कठिन परिस्थितियों में भी बाबा साहब ने शिक्षा के बल पर अपनीराह बनाई। आज हमारे पास संसाधनों की कमी नहीं, आवश्यकता है मेहनत, अनुशासन और लगन की। पिछले आठ वर्षों में 4 करोड़ 27 लाख सेअधिक विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति का लाभ दिया गया है। 2016-17 से पहले की सरकारों ने अनुसूचित जाति और जनजाति सीएम योगी ने कहा,छात्रोंकी छात्रवृत्ति रोक दी थी, लेकिन हमारी सरकार ने न केवल वह राशि जारी की बल्कि दो वर्षों की छात्रवृत्ति एक साथ दी। हमारा स्पष्ट संकल्प है किकिसी भी विद्यार्थी के साथ भेदभाव नहीं होगा। ईमानदारी, पारदर्शिता और समान अवसर हमारी सरकार की प्राथमिकता है। सीएम योगी नेकहा,प्रधानमंत्री मोदी जी के मार्गदर्शन में प्रदेश में शिक्षा-सशक्तिकरण के लिए कई नई पहलें की गई हैं। अटल आवासीय विद्यालय के माध्यम सेसभी 18 कमिश्नरी में विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं, जहां श्रमिक परिवारों के बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा, आवास और भोजन की सुविधा मिलरही है। आश्रम पद्धति विद्यालय के अंतर्गत अनुसूचित जाति वर्ग के छात्रों के लिए उत्कृष्ट शिक्षा, आवास और भोजन की सुविधा उपलब्ध कराई जारही है।
बिचौलिये हिस्सा खा जाते
कस्तूरबा बालिका विद्यालय के माध्यम से गरीब और वंचित वर्ग की बालिकाओं को इंटरमीडिएट स्तर तक निःशुल्क शिक्षा प्रदान की जा रही है।अभ्युदय कोचिंग योजना के तहत प्रदेश के प्रत्येक जनपद में प्रतियोगी परीक्षाओं की निःशुल्क तैयारी का अवसर मिल रहा है, जिससे अब छात्रों कोबाहर नहीं जाना पड़ता। सीएम योगी ने कहा, समाज कल्याण विभाग के माध्यम से प्रदेश के 1 करोड़ 5 लाख परिवारों को 12,000 वार्षिक पेंशनडीबीटी के जरिए दी जा रही है। पहले 300 मासिक पेंशन छह महीने में दी जाती थी, जिसमें बिचौलिये हिस्सा खा जाते थे। हमारी सरकार ने इसेबढ़ाकर अब 1,000 प्रति माह किया है। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत अब तक 4 लाख से अधिक बेटियों के विवाह कराए जा चुके हैं।प्रत्येक विवाह हेतु 1 लाख की सहायता राशि दी जाती है। सीएम योगी ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में देश और प्रदेश ने अभूतपूर्व परिवर्तनदेखा है। देश में 25 करोड़ से अधिक लोग गरीबी रेखा से ऊपर उठे हैं,जबकि उत्तर प्रदेश में 6 करोड़ से अधिक लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। उन्होंनेकहा कि प्रधानमंत्री जी का शताब्दी संकल्प 2047 हमें प्रेरित करता है कि शिक्षा, आत्मनिर्भरता और सामाजिक न्याय के माध्यम से हम नवभारत केनिर्माण में सहभागी बनें।