आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक जरनैल सिंह और पार्टी नेता पुनरदीप सिंह साहनी ने आज एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिल्ली की मुख्यमंत्रीरेखा गुप्ता पर सिख धर्म के प्रति अपमानजनक बयान देने का आरोप लगाया। जरनैल सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री ने हाल ही में करतारपुर साहिब कोजिस तरह संबोधित किया, उससे सिख समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंची है। रेखा गुप्ता जी को न सिख धर्म की समझ है, न धार्मिक स्थलों केमहत्व की। उन्होंने जिस तरह शब्दों का इस्तेमाल किया, वह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक है।दिल्ली का बच्चा-बच्चा जानता है गुरुद्वारे का सम्मान- AAP नेताओं ने कहा कि दिल्ली जैसे विविधता भरे राज्य में जहां हर धर्म का सम्मान किया जाता है, वहां इस तरह की टिप्पणी अस्वीकार्य है।
दिल्ली का बच्चा-बच्चा जानता है कि गुरुद्वारे को कैसे सम्मानपूर्वक संबोधित किया जाता है, लेकिन मुख्यमंत्री से ऐसी गलती होना बहुत चिंता कीबात है। “BJP के सिख नेता क्यों चुप हैं?”जरनैल सिंह ने बीजेपी पर सवाल उठाते हुए कहा कि पार्टी में कई सिख नेता हैं, फिर भी किसी ने मुख्यमंत्रीको उनकी गलती का एहसास नहीं कराया। क्या राजनीति इतनी हावी हो गई है कि सिख नेता भी अब अपने धर्म की बात नहीं कर सकते? उन्होंनेदिल्ली कैबिनेट में शामिल बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा को भी सीधे संबोधित करते हुए कहा:
मैं सिरसा जी से कहता हूं कि वह मुख्यमंत्री को समझाएं कि सिख धार्मिक स्थलों को कैसे सम्मान से संबोधित किया जाता है।
सिख समाज कर रहा है माफी की मांग -जरनैल सिंह ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पूरा सिख समाज चाहता है कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता अपने शब्दों केलिए माफी मांगें और खेद व्यक्त करें। मुख्यमंत्री को यह समझना होगा कि धार्मिक भावनाएं सबसे ऊपर होती हैं। एक जिम्मेदार पद पर बैठे व्यक्ति सेऐसी लापरवाही नहीं की जा सकती। AAP नेताओं ने बीजेपी से मांग की है कि वह इस मामले को हल्के में न ले। साथ ही मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता सेसिख समुदाय की भावनाओं का सम्मान करते हुए सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की अपील की है। धर्म और राजनीति अलग-अलग चीज़ें हैं। किसीभी धार्मिक स्थल के अपमान को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।