
व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और आर्मी चीफ आसिम मुनीर की तस्वीरों ने पूरी दुनियामें सुर्खियां बंटोरी. अब व्हाइट हाउस की तरफ से जारी प्रेस रिलीज में एक नई तस्वीर सामने आई है, इसमें आसिम मुनीर, राष्ट्रपति ट्रंप को पाकिस्तानके रेयर अर्थ मिनरल्स का एक सैंपल दिखाते नजर आ रहे हैं. वहीं, बीच में पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ भी खड़े दिख रहे हैं. ‘टीओआई’ कीरिपोर्ट के मुताबिक ट्रंप के साथ शाहबाज शरीफ और आसिम मुनीर की बैठक से जुड़ी व्हाइट हाउस की दस से ज्यादा फोटो वाली पिक्चर गैलरी में इसतस्वीर को भी दिखाया गया है. इसमें दोनों पाकिस्तानी ट्रंप को एक खुला हुआ लकड़ी का बॉक्स दिखा रहे हैं, जिसमें रंग-बिरंगे पत्थर रखे हैं. दो बड़ेपत्थर बास्टेनजाइट और मोनाजाइट के लग रहे हैं, जिनमें आमतौर पर रेयर अर्थ मिनरल्स जैसे सेरियम, लैंथेनम और नियोडिमियम होते हैं. ृपाकिस्तानलंबे समय से अपने विशाल तेल, गैस और खनिज संपदा का बखान करता रहा है, जिनमें से कुछ दुर्लभ रेयर अर्थ बलूचिस्तान और खैबर-पख्तूनख्वा केइलाके में पाए जाते हैं.
अमेरिका को दुर्लभ मृदा की सप्लाई पर उसकी पकड़
हालांकि इनमें से किसी भी खनिज भंडार का व्यावसायिक रूप से सबूत अब तक नहीं मिला है. लेकिन पाकिस्तानी नेतृत्व ने इस महीने की शुरुआत मेएक निजी अमेरिकी फर्म के साथ किए गए सहयोग का खुलासा करने के लिए राष्ट्रपति ट्रंप को इन मिनरल्स की झलक दिखाई है.इस दौरान पीएमशहबाज शरीफ ने अमेरिका और पाकिस्तानी दोनों झंडों वाला एक लैपल पिन पहना था, एक ऐसा इशारा है जिसे सोशल मीडिया पर कुछपाकिस्तानी ट्रोल्स ने ने शर्मनाक बता रहे हैं. इस मीटिंग के दौरान अमेरिकी नेता के साथ पाकिस्तान पीएम शहबाज कुछ ज्यादा ही नजदीकियां दिखातेनजर आ रहे हैं. व्हाइट हाउस से आई तस्वीर क्षेत्रीय उथल-पुथल के बीच अमेरिका के साथ गहरे संबंधों को बढ़ावा देकर, अहम खनिजों के एकभरोसेमंद सप्लायर के तौर पर खुद को स्थापित करने की कोशिश का हिस्सा है. अमेरिका के साथ पाकिस्तान का रेयर अर्थ मिनरल्स वाली डीलइस्लामाबाद के ‘पक्के दोस्त’ चीन के लिए एक बड़ी मुसीबत बन सकती है. क्योंकि अमेरिका को दुर्लभ मृदा की सप्लाई पर उसकी पकड़ है. यह कदमउसके क्रिप्टो कारनामे के तुरंत बाद उठाया गया है,
अमेरिका को इस इलाके में एंट्री देना पाकिस्तान के लिए चुनौती
जहां उसने एक ब्रिटिश-पाकिस्तानी कारोबारी का इस्तेमाल करके खुद को क्रिप्टो कैपिटल के रूप में स्थापित किया, जहां ट्रंप परिवार से जुड़े अमेरिकीबिजनेसा पैसा कमा सकते हैं. बिजनेसमैन बिलाल बिन साकिब, जिन्हें अनौपचारिक रूप से पाकिस्तान का ‘क्रिप्टो मंत्री’ बनाया गया है, ने व्हाइट हाउसकी बैठक के दौरान ट्रंप के क्रिप्टो सलाहकार पैट्रिक विट के साथ अमेरिका और पाकिस्तान के बीच सहयोग के अवसरों पर चर्चा करने के लिए एकबैठक की. बाद में उन्हें संयुक्त राष्ट्र महासभा में शहबाज शरीफ के भाषण के दौरान क्रिप्टोकरेंसी का प्रचार करते देखा गया. पाकिस्तान जिस तरह सेट्रंप के साथ अपनी नजदीकियां बढ़ा रहा है, उससे चीन को मिर्ची लगना तय है. अमेरिका की नजर बलूचिस्तान के रेयर अर्थ भंडार पर है, जबकि चीनCPEC प्रोजेक्ट के जरिए पाकिस्तान से एनर्जी, इंफ्रास्ट्रक्चर और कारोबार की चाहत रखता है. बलूचिस्तान में चीन की तरफ से बनाए गएइंफ्रास्ट्रक्चर और वहां मौजूद चीनी नागरिकों को बलूच लिबरेशन आर्मी और अन्य अलगाववादी संगठन बार-बार निशाना बना रहे हैं. ऐसे में अमेरिकाको इस इलाके में एंट्री देना पाकिस्तान के लिए चुनौती साबित होगा.