
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद जीवीएल नरसिम्हा राव ने शुक्रवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी औरकांग्रेस पर ‘वोट चोरी’ के आरोपों को लेकर निशाना साधा उन्होंने कहा कि पूरा देश जानता है कि उनके अभियान में कोई सच्चाई नहीं है. राव नेएएनआई को बताया, ‘कांग्रेस और उनके अभियान की ओर से लगाए गए आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है। यह बात पूरे देश को पता है। यह कहना किप्रधानमंत्री मोदी के सत्ता में आने के बाद कांग्रेस का वोट शेयर गिरा है, गलत है इसलिए मैंने मोदी के प्रधानमंत्री बनने से पहले पिछले तीन दशकों केचुनावों में कांग्रेस के प्रदर्शन का विस्तृत विश्लेषण किया है.
भाजपा नेता ने पूछा कि क्या वह उन सभी को ‘वोट चोर’ मानती है, जिन्होंने वोटों को स्थानांतरित करने के मामले में उनके लिए परेशानी खड़ी की. रावने कहा, ‘1984 में कांग्रेस ने सबसे अच्छा प्रदर्शन तब किया, जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री बने 543 सीटों में से कांग्रेस को 404 सीटें मिलीं.
कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी
कांग्रेस का वोट प्रतिशत 49.1 प्रतिशत था। 2014 में जब प्रधानमंत्री मोदी सत्ता में आए, तो कांग्रेस का वोट प्रतिशत घटकर 19.5 प्रतिशत रह गयापहले दस में से पांच लोग कांग्रेस को वोट देते थे. अब यह संख्या दो से भी कम है जिन लोगों ने वोटों के लेन-देन के मामले में कांग्रेस के लिए मुश्किलेंखड़ी की हैं, क्या राहुल गांधी उन्हें ‘वोट चोरी’ कहते हैं? ‘वोट चोरी’ की उनकी परिभाषा यही है.
उन्होंने कहा कि वीपी सिंह ने कांग्रेस के खिलाफ आंदोलन चलाया था 1989 में कांग्रेस की हालत ऐसी थी कि एक ही चुनाव के बाद उसे अपने दसप्रतिशत वोट गंवाने पड़े मैं राहुल गांधी से पूछता हूं, क्या आप वीपी सिंह को कांग्रेस के लिए ‘वोट चोर’ कहेंगे? अपने लेख में भाजपा नेता ने विपक्षीदलों के कई दिग्गजों (शरद पवार, लालू प्रसाद यादव, एमके स्टालिन सहित) को सूचीबद्ध किया, जो अब कांग्रेस के साथ गठबंधन में हैं, ताकि यहस्पष्ट किया जा सके कि प्रधानमंत्री मोदी के सत्ता में आने से पहले कांग्रेस इन दलों से हारी है और उसका वोट शेयर वर्षों से गिरता रहा है.
राहुल ने जोर देकर कहा कि वोट चोरी होना एक तथ्य
राव ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश से कांग्रेस को उखाड़ फेंकने वाली समाजवादी पार्टी आज उसकी कट्टर सहयोगी है और कांग्रेस को दलित विरोधी बताने वालीमायावती 1996 के विधानसभा चुनावों में उसकी सहयोगी बनी थीं क्या राहुल गांधी बताएंगे कि उनकी पार्टी ने उत्तर प्रदेश में ‘वोट चोर’ पार्टियों केसाथ गठबंधन क्यों किया और अकेले लड़ने का साहस क्यों नहीं जुटा पाई?’
ज्योति बसु के मुख्यमंत्री बनने के बाद से पश्चिम बंगाल में कांग्रेस की घटती स्थिति पर बोलते हुए भाजपा नेता ने कहा, ‘क्या राहुल गांधी अगले सालहोने वाले पश्चिम बंगाल चुनावों के प्रचार में मार्क्सवादी ज्योति बसु और ममता बनर्जी को ‘वोट चोर’ कहने का साहस जुटा पाएंगे?’ राव ने कहा किप्रधानमंत्री मोदी का सत्ता में आना ताबूत में आखिरी कील थी, जिसके कारण कांग्रेस का पतन हुआ. इससे पहले राहुल गांधी ने पिछले विधानसभाचुनावों में कथित वोट चोरी के विस्फोटक सबूत देने के अपने दावे दोहराए। पत्रकारों से बात करते हुए राहुल ने जोर देकर कहा कि वोट चोरी होना एकतथ्य है उन्होंने आगे कहा, ‘हम आपको ठोस और विस्फोटक सबूत देने वाले हैं ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ का नारा पूरे देश में गूंज रहा है यह सच है, इसलिएआग फैल रही है। यह सच है कि वोट चुराकर सरकारें बनाई जा रही हैं। हम गारंटी देते हैं कि हम आपको सबूत मुहैया कराएंगे.