दिल्ली भाजपा अध्यक्ष श्री वीरेंद्र सचदेवा ने आम आदमी पार्टी (AAP) और उसके नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा है कि पिछले दस वर्षों मेंकेजरीवाल सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में कोई ठोस सुधार नहीं किया। उन्होंने आरोप लगाया कि मनीष सिसोदिया और उनकी पार्टी ने निजी स्कूलों परकोई प्रभावी नियंत्रण नहीं लगाया और अब भाजपा सरकार द्वारा लाए गए फीस नियंत्रण कानून को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है।
अगर लगाम लगाई थी तो तंत्र इतना कमजोर क्यों निकला?
वीरेंद्र सचदेवा ने मनीष सिसोदिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर AAP सरकार ने वास्तव में तथाकथित ‘शिक्षा माफिया’ पर लगाम लगाई थी, तो वह नियंत्रण इतना कमजोर क्यों था कि सरकार के जाते ही ढह गया? उन्होंने कहा कि सच्चाई यह है कि केजरीवाल सरकार ने कभी भी प्राइवेटस्कूलों के खिलाफ कोई प्रभावी कानून नहीं बनाया।
केजरीवाल सरकार में स्कूल फीस चार गुना तक बढ़ी
सचदेवा ने दावा किया कि केजरीवाल शासन के दौरान दिल्ली के छोटे-बड़े सभी निजी स्कूलों की फीस दो से चार गुना तक बढ़ गई, और इस पर कोईनियंत्रण नहीं रखा गया। उन्होंने कहा कि शिक्षा के नाम पर जनता को केवल भ्रमित किया गया।
भाजपा सरकार का संवेदनशील कदम: अभिभावकों की सहमति जरूरी
सचदेवा ने बताया कि भाजपा सरकार ने एक संवेदनशील दृष्टिकोण अपनाते हुए ऐसा कानून लागू किया है, जिसके तहत किसी भी निजी स्कूल कोफीस बढ़ाने से पहले एक 11 सदस्यीय समिति की अनुमति लेनी होगी। इस समिति में 5 अभिभावक भी शामिल होंगे, और केवल सर्वसम्मति से हीफीस बढ़ाई जा सकेगी।
AAP की प्राइवेट स्कूलों से मिलीभगत उजागर
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि AAP के नेता आज भी कुछ बड़े प्राइवेट स्कूलों की मैनेजमेंट के इशारे पर काम कर रहे हैं और भाजपासरकार की पहल के खिलाफ दुष्प्रचार फैला रहे हैं। उन्होंने इसे जनता को गुमराह करने की साजिश बताया।
सिसोदिया ACB के सवालों का जवाब दें
सचदेवा ने कहा कि मनीष सिसोदिया को प्राइवेट स्कूलों के इशारे पर प्रोपेगैंडा फैलाने की बजाय सरकारी स्कूलों में हुए कथित कक्षा कक्ष निर्माणघोटाले में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) के सवालों का जवाब देना चाहिए।