
यूपी विधानसभा में बीते 24 घंटे से हो रही विजन डॉक्यूमेंट पर हो रही चर्चा पर सीएम योगी ने जवाब दिया. उन्होंने कहा कि बीते 24 घंटे में 187 वक्ताओं ने इस पर अपने विचार रखे हैं. मैं सभी पक्ष और विपक्ष के नेताओं को धन्यवाद देता हूं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण के प्रारंभमें सदन के सभी सदस्यों को धन्यवाद दिया. बीते 24 घंटे में चर्चा में 187 सदस्यों ने भाग लिया. यह जरूरी है कि सदस्य इसमें भाग लें और इसमें रुचिलें. इस चर्चा ने 24 घंटे में साबित किया है कि भले ही हमारी विचारधारा अलग हो पर प्रदेश के विकास के लिए हम सभी साथ हैं। ये इस चर्चा सेसंदेश निकला है.
संकल्प पूरा करने का किया संचालन
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रदेश में पहली इनवेस्ट समिट का उद्धाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि देश की सबसे बड़ी आबादी वालाप्रदेश अब पूरे देश की उम्मीदों का केंद्र बन चुका है. कल स्वतंत्रता दिवस के 78 वर्ष पूरे होने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने संकल्प लिया है कि 2047 तक भारत को एक विकसित राज्य बनना है. हम सभी जानते हैं कि ऐसा तभी हो सकता है जब सभी अपनी जिम्मेदारी निभाएं. बीते 24 घंटे में सदन मेंहुई चर्चा विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने में एक योगदान है. इस चर्चा में सत्ता पक्ष और विपक्ष के लोगों ने रुचि ली और कई सदस्यों ने तोरात भर जग कर सदन का संचालन किया. देश में खुशहाली हो तरक्की हो और इसमें प्रदेश का हर नागरिक इसका हिस्सा हो ये हमारा उद्देश्य है. उन्होंनेकहा कि 1947 से 2047 तक इन 100 वर्षों में देश ने कितनी लंबी यात्रा की इसका मूल्यांकन करने का ये सही समय है. इस मौके पर सीएम योगीने नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय पर तंज कसते हुए कहा कि वो जब अपनी विवेक से बोलते हैं तो अच्छा बोलते हैं.
लोग है कूप मंडूक
उन्होंने एक शेर के माध्यम से तंज कसाउन्होंने सपा पर तंज कसते हुए कहा कि ये लोग कूप मंडूक हैं. अब वो पीडीए की बात करते हैं जिसका मतलबहै कि परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी. पूरी दुनिया आगे बढ़ रही है और ये लोग परिवार डेवलेपमेंट अथॉरिटी की तरह काम कर रहे हैं. सीएम योगी ने कहाकि बीते आठ वर्षों में पीडीए समाज से आने वाले लोगों को मजबूत करने का काम इस सरकार ने किया है. सपा सिर्फ नारे तक ही सीमित है. पहले केत्योहारों में चीन का सामान दुकानों में भर जाता था अब यूपी के कामगारों द्वारा बनाए गए कारीगरों का सामान बाजार में दिखता है इससे उनके जीवनमें बदलाव आया है. आप जब सैफई महोत्सव करते थे तो विदेशी बग्घी मंगाते थे ये वह लोग हैं तो खुद को समाजवादी कहते थे.