
लोकसभा चुनाव में INDIA गठबंधन के अंतर्गत लोकदल ने अपना प्रभाव पूरे दमख़म से दिखाया है. उसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए अब बिहार कीज़मीन पर वोट अधिकार की लड़ाई में भी लोकदल मज़बूती से खड़ा है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी की वोट अधिकार यात्रा को लोकदल ने अपना पूरासमर्थन दिया है. बिहार की धरती पर लोकदल के अनेक वरिष्ठ नेता इस लड़ाई में शामिल होंगे और जनता की आवाज़ को बुलंद करेंगे.
लोकदल का मानना है कि वोट का अधिकार ही लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताक़त है और इसी ताक़त को बचाने व मज़बूत करने की ज़िम्मेदारी अब हरराजनीतिक दल की है. इस ऐतिहासिक संघर्ष में लोकदल राहुल गांधी और कांग्रेस के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहेगा. लोकतंत्र की असलीताक़त जनता के वोट में छिपी होती है। जब तक मतदाता का अधिकार सुरक्षित और सम्मानित नहीं होगा. तब तक देश का लोकतंत्र मज़बूत नहीं होसकता.
मतदान के अधिकार से न हो वंचित
इसी सोच के साथ इंडिया गठबंधन की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी, लोकदल, ने वोटर अधिकार आंदोलन को अपना पूरा समर्थन देने का निर्णय लिया है. लोकदल अध्यक्ष सुनील सिंह ने कहा कि आज सबसे बड़ी चुनौती वोटर लिस्ट में गड़बड़ी, फर्जी नाम और असली मतदाताओं को वंचित करने कीसाजिश है।चुनाव आयोग का दायित्व है कि वह निष्पक्ष और पारदर्शी व्यवस्था सुनिश्चित करे, लेकिन उसकी कार्यशैली पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. लोकदल का संकल्प है कि हर नागरिक का नाम मतदाता सूची में सही तरीके से दर्ज हो और कोई भी भारतीय नागरिक मतदान के अधिकार से वंचित नहो.
मताधिकार के लिए रहे सजग
लोकदल जनता से अपील करता है कि वे अपने मताधिकार के लिए सजग रहें, क्योंकि यही लोकतंत्र की असली ताक़त है. लोकदल का मानना है किवोट का अधिकार ही लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत है और इसे बचाना हर राजनीतिक दल की जिम्मेदारी है. पार्टी के अध्यक्ष सुनील सिंह ने चुनावआयोग की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि मतदाता सूची में गड़बड़ी, फर्जी नाम जोड़ने और असली मतदाताओं को वंचित करने की साजिशचल रही है. उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव आयोग का दायित्व है कि वह निष्पक्ष और पारदर्शी व्यवस्था सुनिश्चित करे. लेकिन उसकी कार्यशैली परलगातार सवाल उठ रहे हैं.