
आप के प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को एलएनजेपी अस्पताल पहुंचकर लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास धमाके में घायल हुए लोगों व मृतकों केपरिजनों से मुलाकात की। प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज के नेतृत्व में पहुंचे आप नेताओं ने अस्पताल में व्यवस्थाओं की समीक्षा की। सौरभ भारद्वाज नेआरोप लगाया कि अस्पताल में भारी अव्यवस्था है और पीड़ितों को शव ले जाने के लिए एंबुलेंस तक नहीं दी जा रही। सरकार ने इंसानियत कोशर्मसार कर दिया है। यह सरकार तालिबान को एंबुलेंस दे सकती है लेकिन देश के लोगों को नहीं जिनके घरों में धमाके से तबाही मची है। पीड़ितपरिवार बेहद पीड़ा में हैं। प्रतिनिधिमंडल में विधायक दल के चीफ व्हिप संजीव झा, पूर्व मंत्री इमरान हुसैन, विधायक कुलदीप कुमार सहित कई वरिष्ठनेता मौजूद रहे।
राष्ट्रीय राजधानी के लाल किले के पास हुए धमाके को दिल्ली पुलिस की प्राथमिकी में ”बम विस्फोट” करार दिया गया है। दिल्ली पुलिस ने इसघटना में गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत आतंकवादी हमले की साजिश व सजा से संबंधित धाराएं लगाई गई हैं। इसबम विस्फोट में 10 लोगों की मौत हो गई थी।
प्रयास के लिए भी आरोपों में जोड़ी गयी
दिल्ली पुलिस समेत सुरक्षा एजेंसियां कई जगहों पर छापेमारी कर रही हैं। राष्ट्रीय राजधानी में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है और हवाई अड्डों, रेलवेस्टेशनों एवं बस अड्डों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार उत्तरी जिले के कोतवाली थाने में गैरकानूनीगतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए), विस्फोटक अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कीगई है। उतरी जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार, प्राथमिकी यूएपीए की धारा 16 और 18 के तहत दर्ज की गई है, जो आतंकवादी हमले के लिएसजा और साजिश से संबंधित है। इसके अतिरिक्त विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत धारा तीन जीवन को खतरे में डालने वाले विस्फोट के लिएऔर धारा चार विस्फोट करने के प्रयास के लिए भी आरोपों में जोड़ी गयी हैं। भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धाराएं भी लगाई गई हैं।
धमाके की चपेट में आसपास खड़े कई और वाहन भी आ गए
इनमें हत्या के लिए धारा 103(1), हत्या के प्रयास के लिए धारा 109(1) और वरिष्ठ अधिकारी पर हमले के लिए उकसाने के लिए धारा 161(2) शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास धीमी गति से गुजर रही एक कार में सोमवार शाम जबरदस्त विस्फोट हुआ, जिससे कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई और कई वाहन जलकर खाक हो गए। दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ सूत्रों ने बताया कि दिल्ली पुलिस नेलाल किले के पास हुए विस्फोट के संबंध में दर्ज प्राथमिकी में कहा है कि …यह एक बम विस्फोट है। प्राथमिकी में यह भी उल्लेख है कि विस्फोट मेंदिल्ली पुलिस चौकी की दीवार क्षतिग्रस्त हो गई। प्राथमिकी में शिकायतकर्ता लाल किले के चौकी प्रभारी विनोद नैन हैं। प्राथमिकी के अनुसार एकजोरदार धमाका हुआ। विस्फोट के कारण चौकी की दीवार ढह गई। पुलिस कर्मचारी घटनास्थल पर पहुंचे और देखा कि कारें जल रही थीं, जबकिघायल सड़क पर पड़े थे। सभी घायलों को अस्पताल ले जाया गया।
दिल्ली पुलिस के अनुसार, कार ने 10 नवंबर की दोपहर 3:19 बजे पार्किंग में प्रवेश किया। शाम 6:48 बजे पार्किंग से निकली। इसके महज चारमिनट बाद ही 6:52 बजे सुभाष मार्ग लाल बत्ती पर कार में ब्लास्ट हुआ। धमाके की चपेट में आसपास खड़े कई और वाहन भी आ गए।