
आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 156वीं जयंती है इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन, विपक्ष केनेता राहुल गांधी समेत तमाम नेता राजघाट पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं प्रधानमंत्री मोदी ने उनकी प्रतिमा को नमन किया और पुष्प अर्पित किए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को गांधी जयंती के अवसर पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता के आदर्शों ने मानव इतिहासकी दिशा को बदल दिया और आज भी भारत के विकास की दिशा तय कर रहे हैं प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि गांधीजीने दिखाया कि साहस और सादगी बड़े बदलाव के उपकरण बन सकते हैं. उन्होंने सेवा और करुणा की शक्ति में विश्वास रखा, जो लोगों को सशक्तबनाने का मूल आधार है उन्होंने कहा, गांधी जयंती प्यारे बापू के असाधारण जीवन को श्रद्धांजलि अर्पित करने का दिन है, जिनके आदर्शों ने मानवइतिहास का मार्ग बदल दिया उन्होंने दिखाया कि साहस और सादगी कैसे बड़े बदलाव ला सकते हैं। वह सेवा और करुणा को लोगों को सशक्त बनानेके जरूरी माध्यम मानते थे। हम उनका रास्ता अपनाकर विकसित भारत के निर्माण की ओर बढ़ेंगे। दो अक्तूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में जन्मेमोहनदास करमचंद गांधी अहिंसा और सत्याग्रह के प्रवर्तक थे। उनके विचारों ने लाखों भारतीयों को ब्रिटिश शासन के खिलाफ स्वतंत्रता संग्राम में भागलेने के लिए प्रेरित किया।
सशक्त व समृद्ध भारत का निर्माण करके गांधी जी के सपनों को साकार करेंगे
30 जनवरी 1948 को नई दिल्ली में गांधी स्मृति स्थल पर नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की हत्या कर दी थी। भारत की स्वतंत्रता के कुछ महीनेबाद यह घटना हुई। उनका जीवन और बलिदान दुनियाभर में शांति और मानव गरिमा का प्रतीक बना हुआ है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपतिसीपी राधाकृष्णन ने भी महात्मा गांधी की जयंती पर राजघाट पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इससे पहले गांधी जयंती के मौके पर राष्ट्रपति ने अपनेसंदेश में कहा, गांधी जयंती हम सभी के लिए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आदर्शों और जीवन मूल्यों के प्रति स्वयं को पुनः समर्पित करने का अवसर है।गांधीजी ने विश्व को शांति, सहिष्णुता और सत्य के मार्ग पर चलने का संदेश दिया जो संपूर्ण मानवता के लिए प्रेरणा स्रोत है। वह आजीवनअस्पृश्यता, निरक्षरता, नशाखोरी और अन्य सामाजिक बुराइयों को मिटाने के लिए संघर्ष करते रहे। उन्होंने अपने दृढ़ संकल्प से समाज के कमजोर सेकमजोर व्यक्ति को संबल और शक्ति प्रदान की।राष्ट्रपति ने कहा, नैतिकता और सदाचार में उनका अटूट विश्वास था जिसका उन्होंने आजीवन पालनकिया और जन समुदाय को भी उस मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। एक स्वावलंबी, आत्मनिर्भर और शिक्षित भारत के निर्माण के लिए उन्होंनेचरखा चलाकर आत्मनिर्भरता का संदेश दिया। अपने आचरण एवं उपदेशों के माध्यम से वे सदैव श्रम की गरिमा को प्रतिष्ठित करते रहे। उनके जीवन-मूल्य आज भी प्रासंगिक हैं और भविष्य में भी बने रहेंगे। आइए, गांधी जयंती के इस शुभ अवसर पर हम सब यह संकल्प लें कि हम सत्य और अहिंसाके मार्ग पर चलते हुए राष्ट्र के कल्याण और प्रगति के लिए समर्पित रहेंगे और एक स्वच्छ, समर्थ, सशक्त व समृद्ध भारत का निर्माण करके गांधी जी केसपनों को साकार करेंगे।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की जयंती पर उन्हें सादर नमन
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, आज दो अक्तूबर है, राष्ट्रपति महात्मा गांधी की जयंती है। यह पूरी दुनिया के लिए शोध औरजिज्ञासा का विषय रहा है कि क्या केवल सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलकर ही स्वतंत्रता प्राप्त की जा सकती है। लेकिन भारत ने यह कर दिखाया।इतना ही नहीं, स्वदेशी का भी आजादी की लड़ाई में बहुत बड़ा योगदान रहा… भारत की आजादी की लड़ाई ने दिखाया कि सत्य, अहिंसा और स्वदेशीके सहारे भी सदियों की गुलामी से आजादी मिल सकती है। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गांधी जयंती के अवसर पर शासन सचिवालय मेंस्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी राजघाट पर महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किएऔर उन्हें श्रद्धांजलि दी। अपनी एक्स पोस्ट में राहुल गांधी ने लिखा, सत्य, अहिंसा और सौहार्द के सिद्धांतों से भारत को एकजुट करने वाले बापू केआदर्श हमें नफरत के सामने शांति, भाईचारे, सच्चाई और मानवता के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते रहेंगे। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की जयंती परउन्हें सादर नमन।