कांग्रेस के मीडिया एवं प्रचार चेयरमैन पवन खेड़ा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई पर हमला करते हुए कहा कि उनका दावा’भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई’ दरअसल भ्रष्टाचारियों के पक्ष में है। उन्होंने गोवा में भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार के उदाहरण पेश करते हुए आरोप लगायाकि गोवा में सार्वजनिक निधियों का दुरुपयोग हुआ है। उन्होंने विशेष रूप से 304.24 करोड़ रुपये के घोटाले का उल्लेख किया, जिसमें निजीकंपनियों को बिना किसी प्रतिस्पर्धी बोली के 20 से अधिक परियोजनाओं का ठेका दिया गया। यह सब मोदी सरकार के ‘न खाऊँगा, न खाने दूँगा’ केखोखले वादे का एक और उदाहरण है।
पवन खेड़ा ने आरोप लगाया कि भाजपा ने गोवा में ‘मिनी-अदानियों’ का एक गिरोह बनाया है, जो बिना किसी पारदर्शिता के सरकारी ठेकों को हासिलकरता है। इन ठेकों को बिना किसी खुले बोली के दिया जाता है, जिससे सरकारी नियमों की धज्जियाँ उड़ाई जाती हैं। उन्होंने कहा कि इन ठेकों कीजांच के लिए कोई केंद्रीय एजेंसी काम नहीं कर रही, क्योंकि ये ‘मिनी-अडानी’ भाजपा के सत्ता में बने रहने के लिए आवश्यक संसाधन प्रदान करते हैं।
गोवा में हुए कुछ भ्रष्टाचार के प्रमुख उदाहरणों को उजागर करते हुए पवन खेड़ा ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत ₹47.18 करोड़ की परियोजनाबिना बोली के दी गई, जो नियमों का उल्लंघन है। इसके अलावा, लोक निर्माण विभाग ने ₹148.66 करोड़ की सड़क परियोजनाओं को बिना किसीबोली के नामांकन के आधार पर पूरा किया। इन परियोजनाओं को बाद में स्वीकृत किया गया, जो दिखाता है कि गोवा में कामकाजी प्रक्रियाओं कोबायपास किया गया है।
पवन खेड़ा ने यह सवाल उठाया कि प्रधानमंत्री मोदी, जो अपने प्रचार माध्यमों के जरिए भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई का दावा करते हैं, ने गोवा में होरहे इस बड़े भ्रष्टाचार को क्यों नजरअंदाज किया है। उन्होंने सवाल किया कि क्यों गोवा के लोग अपनी मेहनत की कमाई को लूटते हुए देख रहे हैं औरभाजपा के नेताओं ने भ्रष्टाचार को बढ़ावा क्यों दिया है। उन्होंने यह भी पूछा कि गोवा में ये ‘मिनी-अडानी’ कौन हैं जिनके लिए नियमों को ताक पर रखाजा रहा है।
आखिरकार, पवन खेड़ा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी इस भ्रष्टाचार को उजागर करती रहेगी और भाजपा को जवाबदेह ठहराने का काम करती रहेगी। उनकाकहना था कि मोदी सरकार के भ्रष्टाचार विरोधी प्रयास केवल दिखावा हैं और असल में यह भ्रष्टाचारियों के साथ मिलीभगत का मामला है। कांग्रेस नेयह मांग की कि गोवा में किए गए इस भ्रष्टाचार की जांच हो और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।