
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से आने वाले सामान पर 25% अतरिक्त टैक्स लगा दिए है. यह टैक्स भारत द्वारा रूस से तेल खरीदने को लेकरलगाया गया है. इस फैसले के बाद भारत से अमेरिकी बाजार में जाने वाले सामान पर कुल 50% टैक्स लगने लगेगा. ऐसे में भारत में इस बात कोलेकर भी बयानबाजी तेज हो गई है. कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने इस मामले में कड़ी प्रतिक्रिया दी है उन्होंने अमेरिका के इस कदम को अनुचित औरदोहरे मापदंड वाला बताया. साथ ही कहा कि अमेरिका खुद रूस से कई चीजें मंगा रहा है, लेकिन भारत को निशाना बना रहा है. कांग्रेस सांसद ने कहाकि अमेरिका ने चीन को 90 दिन की छूट दी है जबकि वह हमसे कहीं ज्यादा रूसी तेल खरीदता है उन्होंने कहा कि यह दोस्ती का संकेत नहीं है. अमेरिका से हमें ऐसी उम्मीद नहीं थी. थरूर ने इस फैसले को अनुचित, अन्यायपूर्ण और गैरजरूरी बताया. साथ ही कहा कि अमेरिका भारत के साथदोहरा रवैया अपना रहा है.
निर्यात को होगा नुकसान
बता दें कि बीते छह अगस्त को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक आदेश पर साइन किए, जिसके बाद भारत से आयात होने वाले सामान पर अबकुल 50% टैक्स लगेगा। उन्होंने इसके पीछे राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति से जुड़े कारण बताए, खासकर भारत के रूस से तेल आयात को लेकर. थरूर ने यह भी इशारा किया कि अब भारत में अमेरिकी सामान पर जवाबी टैक्स लगाने की मांग तेज हो सकती है. उन्होंने कहा कि अमेरिका खुद रूससे यूरेनियम और पैलेडियम जैसी चीजें खरीद रहा है. हमें अब इससे सबक लेना चाहिए और उसी हिसाब से कदम उठाने होंगे. इसके साथ ही थरूर नेकहा कि 50% टैक्स की वजह से भारतीय सामान अब अमेरिका में बहुत महंगे हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि अगर हमारे प्रतियोगी देशों जैसे वियतनाम, इंडोनेशिया, फिलीपींस, बांग्लादेश और पाकिस्तान पर कम टैक्स है, तो अमेरिकी लोग सस्ता सामान वहीं से खरीदेंगे. इससे हमारे निर्यात को नुकसानहोगा.
बताया दोहरा रवैया
इसके साथ ही ट्रंप के टैरिफ के जवाब में थरूर ने सुझाव दिया कि भारत को अब अपने व्यापारिक रिश्तों को अन्य देशों की ओर मोड़ना चाहिए। उन्होंनेकहा कि हमने यूके के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (एफटीए) साइन किया है. यूरोपीय यूनियन (ईयू) से बातचीत चल रही है. हमें नए बाजारों की तलाशकरनी चाहिए. इसके अलावा भारत के विदेश मंत्रालय ने भी अमेरिका के इस कदम की कड़ी आलोचना की है. मंत्रालय ने कहा कि यह फैसला बहुतदुर्भाग्यपूर्ण है. यह हमारे रणनीतिक रिश्तों की भावना के खिलाफ है. मंत्रालय की ओर से जारी बयान में बताया गया कि भारत की तेल खरीद जरूरतोंके अनुसार होती है और यह 1.4 अरब लोगों की ऊर्जा सुरक्षा से जुड़ी है. भारत द्वारा रूस से तेल खरीदने पर अमेरिका ने भारतीय सामान पर 25% अतिरिक्त टैक्स लगा दिया है. जिससे कुल टैरिफ 50% हो गया है। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने इसे अनुचित और दोहरा रवैया बताया. उन्होंने कहाकि अमेरिका खुद रूस से सामान मंगाता है और चीन को छूट देता है फिर भारत के साथ दोहरा मापदंड क्यों? यह कदम दोस्ताना नहीं, बल्किअन्यायपूर्ण है.