
कनाडा की विदेश मंत्री अनीता आनंद ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। पीएम मोदी ने कहा कि उनका दौरा दोनों देशों के बीचद्विपक्षीय साझेदारी को गति देगा। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान में कहा गया कि पीएम मोदी ने विदेश मंत्री आनंद का स्वागत कियाऔर बताया कि उनका यह दौरा द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊर्जा देगा। इस साल मई में कनाडा की विदेश मंत्री बनने के बाद अनीता आनंद की यहपहली भारत यात्रा है। पीएमओ के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने जून में जी-7 सम्मेलन के दौरान अपने कनाडा दौरे की चर्चा की, जिसमें उन्होंनेकनाडाई प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के साथ ‘बेहद उत्पादक’ मुलाकात की थी। पीएमओ ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार, ऊर्जा, तकनीक, कृषि और जन‑जन संबंधों में सहयोग को बढ़ाना महत्वपूर्ण है। मोदी ने कार्नी को अपनी शुभकामनाएं दीं और कहा कि वह आगे कीबैठकों की उम्मीद करते हैं।
अच्छे तरीके से कैसे साकार किया जा सकता
इससे पहले अनीता आनंद ने अपने भारतीय समकक्ष एस जयशंकर के साथ बैठक की। बैठक में भारत के जयशंकर ने कहा, हमारी आज की बैठक 26 मई को हुई हमारी टेलीफोन पर बातचीत के बाद से लगातार रचनात्मक चर्चाओं का हिस्सा है। भारत-कनाडा द्विपक्षीय संबंध पिछले दो महीनों मेंलगातार आगे बढ़े हैं। हम अपनी साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए जरूरी तंत्रों को फिर से शुरू करने और उन्हें मजबूत करने पर काम कर रहे हैं।जयशंकर ने कहा, जैसा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कनानास्किस में प्रधानमंत्री कार्नी से मुलाकात के दौरान कहा था कि भारत का दृष्टिकोण एकसकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने का है। आज सुबह आपने प्रधानमंत्री से मुलाकात की और उनसे व्यक्तिगत रूप से हमारे सहयोग के दृष्टिकोण केबारे में सुना और यह भी जाना कि उसे सबसे अच्छे तरीके से कैसे साकार किया जा सकता है।
कई ऐसे मुद्दों को शामिल किया जाएगा
जयशंकर ने कहा, हम दोनों पक्षों ने आज की बैठक के लिए एक महत्वाकांक्षी रोडमैप तैयार किया है, जिससे हमारे सहयोग को विभिन्न क्षेत्रों में बढ़ावामिलेगा, जिनमें व्यापार, निवेश, कृषि, विज्ञान और तकनीक, सिविल न्यूक्लियर सहयोग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, महत्वपूर्ण खनिज और ऊर्जाशामिल हैं। मुझे खुशी है कि दोनों उच्चायुक्तों ने संबंधित राजधानियों में अपनी जिम्मेदारियां संभाल ली हैं और आज की बैठकों में भाग ले रहे हैं। वहींआनंद ने कहा, नमस्ते, इस सुबह हमें जो गर्मजोशी से स्वागत मिला, उसके लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। हमें यह अवसर मिला कि हम आज यहां नईदिल्ली में आपके साथ कनाडा-भारत संबंधों को आगे बढ़ा सकें, इसके लिए हम बेहद आभारी हैं। सबसे पहले, मैं आपको उन बातचीत के लिएधन्यवाद देना चाहती हूं, जो हमारे बीच 13 मई के बाद से हुई हैं, जब मैं कनाडा की विदेश मंत्री नियुक्त की गई थी। साथ ही, प्रधानमंत्री कार्नी कोयह खुशी थी कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी का कनानास्किस में हुए जी7 सम्मेलन में स्वागत किया, जहां दोनों नेताओं के बीच एक सार्थक द्विपक्षीयवार्ता हुई, जिसने आज की हमारी चर्चा का मार्गदर्शन किया है। आज, हम भारत-कनाडा संयुक्त बयान पर चर्चा करेंगे, जिसमें ऐसे कई ऐसे मुद्दों कोशामिल किया जाएगा जो हमारे द्विपक्षीय संबंधों को और ऊंचा उठाने के काम को आगे बढ़ाने में मदद करेंगे।