
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को फ्लाईओवर उद्घाटन कार्यक्रम के लिए दो बार औपचारिक निमंत्रणभेजे जाने की बात कही है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर दोनों पत्रों की प्रतियां भी साझा कीं। गडकरी ने बताया कि पहला पत्र 11 जुलाईऔर दूसरा 12 जुलाई को भेजा गया, जिसमें मुख्यमंत्री को व्यक्तिगत रूप से या वर्चुअली शामिल होने का विकल्प दिया गया था। बावजूद इसके, सिद्धारमैया ने कार्यक्रम से दूरी बनाए रखी, और कांग्रेस का कोई भी प्रतिनिधि कार्यक्रम में उपस्थित नहीं हुआ।
राज्य सरकार का एतराज़, ‘पूर्व जानकारी नहीं दी गई’
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने उद्घाटन कार्यक्रम को लेकर केंद्र पर समन्वय की कमी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “ऐसे बड़े आयोजनके लिए मुख्यमंत्री को समय रहते सूचित किया जाना चाहिए था। हमने इस परियोजना में सिंचाई विभाग के माध्यम से 2000 करोड़ रुपये से अधिकनिवेश किया है। यदि हमें एक महीने पहले सूचना दी जाती, तो हम जरूर शामिल होते।”
गडकरी की प्रतिक्रिया,”केंद्र ने प्रोटोकॉल का पालन किया”
गडकरी ने अपने पोस्ट में लिखा, “कर्नाटक के शिवमोग्गा में राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास समारोह का आयोजन किया जारहा है। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता के लिए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को 11 जुलाई को आमंत्रण भेजा गया था। संभावित व्यावहारिक कठिनाइयों कोध्यान में रखते हुए, 12 जुलाई को दूसरा पत्र भेजा गया जिसमें वर्चुअल उपस्थिति का विकल्प दिया गया।” उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार हमेशासहकारी संघवाद के सिद्धांतों पर काम करती रही है और राज्य सरकारों के योगदान की सराहना करती है।
निमंत्रण पत्रों में क्या लिखा था?
पहले पत्र में लिखा गया था कि 14 जुलाई को शिवमोग्गा के सागरा में राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास का कार्यक्रमआयोजित किया जाएगा, और मुख्यमंत्री से अनुरोध किया गया था कि वे इसमें अध्यक्षता करें।
दूसरे पत्र में इसी कार्यक्रम का उल्लेख करते हुए लिखा गया कि यदि व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होना संभव न हो, तो वे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिएभी शामिल हो सकते हैं।